उन्नाव: भीषण गर्मी और सूरज की तपिश से जहां आग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. वहीं जिले में आग की घटनाओं पर काबू पाने और लोगों की जान-माल की सुरक्षा की जिम्मेदारी जिस फायर विभाग के जिम्मे है, वह पूरी तरह से बेबस नजर आ रहा है. क्योंकि जिले में 31 लाख आबादी की सुरक्षा सिर्फ दमकल की पांच गाड़ियों के भरोसे ही है. यही नहीं जो गाड़ियां मौजूद भी हैं, उनमें से कई गाड़ियां इस कदर जर्जर हैं कि उनसे चलना मतलब जान जोखिम में डालना है.
जिले में नहीं हैं पर्याप्त दमकल की गाड़ियां
- उन्नाव में गर्मी शुरू होते ही आग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं.
- दमकल विभाग इन घटनाओं पर काबू पाने में बेबस नजर आ रहा है.
- पर्याप्त गाड़ियां और कर्मचारी न होने की वजह से लोगों की जिंदगी की सुरक्षा राम भरोसे ही है.
- उन्नाव की 31 लाख की आबादी पर जहां चार फायर स्टेशन हैं, वहीं कुल पांच गाड़ियों के भरोसे ही लाखों लोगों की सुरक्षा करने के दावा किया जा रहा है.
- वहीं फायर विभाग के अधिकारी खुद ही विभागीय अनदेखी से परेशान हैं.
जिले में चार फायर स्टेशन है और दो स्टेशन प्रस्तावित है. जिसमें मात्र दमकल की पांच गाड़ियां मौजूद हैं, जिनमें दो गाड़ियों की हालत इस कदर जर्जर है कि उनसे चलना मतलब जान जोखिम में डालना है. यही नहीं कर्मचारियों की बात करें तो वह सिर्फ 50 फीसदी ही कर्मचारी हैं. वहीं अगर जरूरत की बात करें तो जहां हर फायर स्टेशन पर 16 कर्मचारियों की जरूरत है, वहां सिर्फ छह से सात कर्मचारी हैं और गाड़ियों की संख्या भी जहां 18 होनी चाहिए, वहां महज 5 ही हैं.
सुरेंद्र सिंह, सी एफओ