उन्नाव: जिला प्रशासन व कृषि विभाग ने मिलकर एक नई मुहिम शुरू की है. इस मुहिम के तहत कृषि विभाग ने किसानों से निवेदन किया है कि वह पुआल पास के गोशाला में लाएं और वहां से गोबर खाद ले जाएं. इससे किसानों की पुआल की समस्या जिसे जलाना पड़ता है वह भी दूर हो जाएगी और गोशाला में रहने वाले गोवंशों को खाना भी मिल जाएगा.
गोशाला से पराली के बदले मिलेगी गोबर खाद
जिला प्रशासन व कृषि विभाग ने मिलकर पराली न जलाने को लेकर एक नई मुहिम शुरू की है. एनजीटी के नियमों का पालन कराने के लिए कृषि विभाग ने किसानों से अनुरोध किया है कि वह पराली खेतों में न जलाएं. इससे पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है और वातावरण में धुंध छा जाती है. जो किसान पराली जलाते हैं एनजीटी के आदेशानुसार उन पर मुकदमा लिखकर जुर्माना वसूला जाता है. इससे बचने के लिए किसान जो पराली है उसे पास की गोशाला में लेकर आएं. वहीं उसी गोशाला से वह किसान गोबर की खाद लेकर वापस जाएं.
पहल का किसानों ने किया स्वागत
इस मुहिम की शुरुआत में उन्नाव के गोशाला में कई किसान अपनी पराली लेकर ट्रैक्टर से आए. किसानों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि सरकार की यह एक बहुत अच्छी पहल है. इससे वह जो पराली खेतों में जला देते थे, उसे अब साधन से गोशाला लाएंगे और यहां से खाद ले जाएंगे.
दो ट्रॉली पुआल के बदले एक ट्रॉली गोबर खाद
उन्नाव के कृषि उपनिदेशक डॉ. नंदकिशोर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि यह एक बहुत ही अच्छी पहल है. इससे किसान खेतों में पराली नहीं जलाएंगे. वहीं इस पराली के बदले जो खाद किसानों को दी जा रही है, उससे उनके खेत में पैदावार भी बढ़ेगी. वहीं इस मुहिम में दो ट्रॉली पुआल लाने पर एक ट्रॉली गोबर की खाद दी जाएगी.