आगरा : ताजमहल की सुरक्षा में आए दिन सेंध लग रही है. ताजमहल में आरती, चाकू से काटकर फल खाने. ड्रोन के साथ ही ताजमहल और सिगरेट पीने समेत कई मामले सामने आ चुके हैं. जिसकों देखते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने अब ताज परिसर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए परिसर में 55 नए कैमरे लगवाए जा रहे हैं इन कैमरों में फेस रिकॉग्नाइजेशन सिस्टम, थर्मल इमेज और नाइट विजन की भी खासियत है. .
- ताजमहल और टूरिस्टों की सुरक्षा को लेकर एएसआई ने एंट्री प्वाइंट्स ईस्ट और वेस्ट गेट पर टर्न स्टाइल गेट से एंट्री शुरू करने जा रहा है.
- अगले माह से ताज महल में टर्न स्टाइल गेट से मेट्रो की तरह टोकन से एंट्री होगी.
- इसे देखकर एंट्री प्वाइंट पर फोकस करके ईस्ट और वेस्ट गेट पर 2 अत्याधुनिक फेस रिकॉग्नाइजेशन सिस्टम (एफआइएस) वाले सीसीटीवी लगवाए जा रहे हैं.
- ताजमहल परिसर और यमुना किनारे में नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं.
- इसके साथ ही मुख्य गुम्बद, म्यूजियम, शाही मस्जिद, मेहमानखाना, रायल गेट, फोरकोर्ट और अन्य स्थानों पर हाइटेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं.
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि
- ताज देखने के लिए दुनिया भर से लोग आगरा आते हैं. इसलिए ताजमहल की सुरक्षा को और पुख्ता किया जा रहा है. 55 नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं.
- जिनमें तमाम ऐसी अत्याधुनिक खासियत हैं, जिससे कोई भी ताजमहल की सुरक्षा में सेंध नहीं लगा सकता है.
सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम कर रही कंपनी के सुपरवाइजर हरेंद्र सिंह धाकरे ने बताया कि
- एंट्री प्वाइंट पर फोकस करके ईस्ट और वेस्ट गेट पर फेस रिकॉग्नाइजेशन सिस्टम से सुसज्जित सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. जो पर्यटको के फेस को रीड करेंगे.
- ऐसे में हर संदिग्ध पर नजर रखी जा सकेगी. जो भी दिन में तीन से चार बार यदि एंट्री करता है. सीसीटीवी कैमरा कंट्रोल रूम को इस बारे में सूचित कर देगा.