जौनपुर: बिजली विभाग ने दिसंबर तक जिले को 'सौभाग्य' घोषित कर दिया था. 'सौभाग्य योजना' के तहत विभाग ने लगभग 2 लाख घरों तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य पूरा करने का दावा भी किया. आज भी जनपद के कई ऐसे गांव हैं. जहां 'सौभाग्य योजना' के तहत बिजली के मीटर तो लगा दिए गए, लेकिन इन मीटरों में आज तक बिजली नहीं आई है.
ये है पूरा मामला-
- जिले के कई गांवों में सौभाग्य योजना के तहत लगाये गए थे मीटर
- आज तक गांवों में बिजली नहीं पहुंची है.
- बिना बिजली की सुविधा के ही कई घरों पर आने लगा बिल.
- पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को 'सौभाग्य योजना' के तहत सभी घरों में बिजली पहुंचाने का मिला था लक्ष्य.
- बिजली विभाग ने दिसंबर में ही लक्ष्य पूरा करने का किया था दावा.
'जिले को दिसंबर माह में 'सौभाग्य' घोषित कर दिया गया है. जनपद में जिनको बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था उनको बिजली पहुंचाई जा सकी है. जहां कुछ काम अधूरे रह गए वहां जल्दी ही ट्रांसफर लगाकर पूरा किया जा रहा है.'
ए.के. मिश्रा, उप महाप्रबंधक, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम
बिजली विभाग का यह काम केवल कागजों तक ही दिखाया गया, जबकि हकीकत में सुइथा कला ब्लॉक के बूढ़ोंपुर गांव में बिजली के मीटर 6 महीने पहले ही लग चुके हैं. इसके बावजूद अब तक वहां बिजली नहीं आई है. वहीं कुछ घरों में तो अब बिना बिजली के ही बिल भी आने लगे हैं.