लखनऊ: अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डाॅ. वाईपी सिंह का शुक्रवार 30 अप्रैल को कोरोना के कारण निधन हो गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डाॅ. सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है. वहीं डॉ. वाईपी सिंह के निधन के बाद संस्कृति निदेशालय में भी शोक सभा का आयोजन किया गया.
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गुरुग्राम के अस्पताल में ली अंतिम सांस
उत्तर प्रदेश संस्कृति निदेशालय के सीनियर ऑडिटर अभय सिंह ने बताया कि डाॅ. वाईपी सिंह अप्रैल महीने के शुरुआत में कोरोना संक्रमित हो गए थे. जिसके बाद उनको लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन हालत में सुधार न होने पर उन्हें गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां वे इस महामारी से संघर्ष करते हुए, जिंदगी की जंग हार गए. शुक्रवार को उनका निधन हो गया.
संस्कृति निदेशालय में हुई शोक सभा
डाॅ. वाईपी सिंह के निधन के बाद संस्कृति निदेशालय में एक शोक सभा का आयोजन किया गया. जिसमें निदेशालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संवेदना प्रकट की. डाॅ. सिंह के निधन से संस्कृति विभाग में शोक की लहर व्याप्त है.
सीएम योगी ने डॉ. वाईपी सिंह के निधन पर जताया शोक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डॉ. वाईपी सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
अयोध्या शोध संस्थान को दिलाई पहचान
उत्तर प्रदेश संस्कृति निदेशालय के सीनियर ऑडिटर अभय सिंह ने बताया कि डाॅ. वाईपी सिंह एक खुश मिजाज इंसान थे. उन्होंने अयोध्या शोध संस्थान को अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर पहचान दिलाई. अयोध्या में अनवरत रामलीला के आयोजन का श्रेय उन्हीं को जाता है. हालांकि, पिछले साल कोरोना संकट के कारण इसे बंद कर दिया गया था. इसके अलावा उनके निर्देशन में रामायण के इनसाइक्लोपीडिया पर काम चल रहा था.