लखनऊ : मौसम में हल्की ठंडक आने के बाद डेंगू के मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. राजधानी में आज आठ मामलों में बुखार की शिकायत पर भर्ती हुए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. सरकारी और निजी लैब, दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
लार्वा मिलने पर 14 को नोटिस
राजधानी लखनऊ में आज स्वास्थ विभाग की टीम ने सर्वेक्षण किया. इस दौरान 14 घरों और दफ्तरों में लार्वा मिलने पर नोटिस दिया गया. नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल के नोडल इंचार्ज डॉक्टर केपी त्रिपाठी के मुताबिक जहां भी डेंगू के मामले सामने आए हैं, वहां पर एन्टी लार्वा छिड़का जा रहा है. लेकिन डेंगू के मामले सामने आते ही जा रहे हैं. इन बिगड़ते हालातों से यह भी साफ है कि डेंगू को लेकर सतर्कता बरतने का समय आ चुका है.
सीएमओ की टीम ने किया जागरूक
इसके अलावा राजधानी लखनऊ में आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी की टीम ने भी लखनऊ में सर्वेक्षण किया. इस दौरान मच्छरों से होने वाली तमाम बीमारियों से बचाने के लिए लोगों को जागरूक किया गया. इस दौरान डेंगू के लार्वा मिलने पर नोटिस भी थमाया गया. नोटिस में सभी विभागों को अपने यहां से गंदगी युक्त पानी हटाने और डेंगू से बचाव के लिए तमाम व्यवस्थाएं करने को कहा गया है. इस दौरान अपील की गई कि वर्तमान में मच्छर जनक रोगों का संक्रमण चल रहा है. इसमें डेंगू जरा सी लापरवाही से पनप रहा है. इस दौरान लोगों को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हिदायत दी कि अपने-अपने घर के अंदर जैसे, कूलर, गमले, छत पर पड़े टायर, कबाड़ और पशु पक्षियों के पीने के पानी को ज्यादा दिन तक न रखें. घर के आस-पास पानी का जमाव न होने दें. साथ ही शरीर को पूरा ढकने वाले कपड़े पहनें तथा रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. वहीं बुखार होने पर नजदीकी चिकित्सा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. ताकि समय रहते डेंगू जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सके.