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'वायु' ने रोकी मानसून की रफ्तार, करना होगा इंतजार - weather news

चक्रवात वायु की वजह से पूरे वेस्ट यूपी में मानसून की रफ्तार कम हो गई है. बारिश कम होने से जहां किसानों की चिंता बढ़ रही है वहीं गर्मी से भी निजात नहीं मिल पा रही है.

वेस्ट यूपी में देर से दस्तक देगा मानसून.
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Published : Jun 18, 2019, 4:35 PM IST

मेरठ: अरब सागर में उठे चक्रवात वायु ने केरल पहुंचे मानसून की रफ्तार रोक दी थी. अब वायु की रफ्तार कम होने और उसके दिशा बदल देने से मानसून में देरी की संभावना है. मौसम वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि मानसून फिर से सक्रिय होकर देश के अन्य हिस्सों में पहुंचेगा. सामान्य तौर पर मानसून 1 जुलाई को लगभग पूरे देश को कवर कर लेता है, लेकिन चक्रवात वायु की वजह से मानसून प्रभावित होने से वह करीब 1 सप्ताह देरी से पश्चिमी यूपी में दस्तक देगा.

वेस्ट यूपी में देर से दस्तक देगा मानसून.

वायु ने रोकी मानसून की रफ्तार

  • मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य सभी हिस्सों में मानसून 1 जुलाई तक आ जाता है, लेकिन इस बार मानसून समय से कुछ देरी से चल रहा है.
  • मानसून की रफ्तार पर चक्रवात वायु ने भी असर डाला है, यही वजह है कि वेस्ट यूपी में अभी तक प्री मानसून भी ठीक से सक्रिय नहीं हो पाया है.
  • वेस्ट यूपी में 1 जून से 17 जून तक होने वाली बारिश का प्रतिशत करीब 70% कम है.
  • बारिश कम होने से जहां किसानों की चिंता बढ़ रही है वहीं गर्मी से भी निजात नहीं मिल रही है.
  • हालांकि मौसम वैज्ञानिक मानते हैं कि वायु चक्रवात का असर अब कम हो गया है और मानसून इस सप्ताह फिर से अपनी रफ्तार पकड़ लेगा.

गुजरात कोस्ट में आए वायु तूफान की वजह से मानसून प्रभावित हुआ है. अब अगले 24 घंटे में यह फिर से सक्रिय हो जाएगा. अभी तक मानसून 2 सप्ताह पिछड़ गया है. मैदानी इलाकों में मानसून के सक्रिय होने पर ही पता चलेगा कि बारिश कैसी होगी. फिलहाल जो सिस्टम बना है उसके चलते मेरठ और उसके आसपास के इलाकों में तेज आंधी और हल्की बारिश की संभावना बनी है.

- डॉ. एन सुभाष, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक

मेरठ: अरब सागर में उठे चक्रवात वायु ने केरल पहुंचे मानसून की रफ्तार रोक दी थी. अब वायु की रफ्तार कम होने और उसके दिशा बदल देने से मानसून में देरी की संभावना है. मौसम वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि मानसून फिर से सक्रिय होकर देश के अन्य हिस्सों में पहुंचेगा. सामान्य तौर पर मानसून 1 जुलाई को लगभग पूरे देश को कवर कर लेता है, लेकिन चक्रवात वायु की वजह से मानसून प्रभावित होने से वह करीब 1 सप्ताह देरी से पश्चिमी यूपी में दस्तक देगा.

वेस्ट यूपी में देर से दस्तक देगा मानसून.

वायु ने रोकी मानसून की रफ्तार

  • मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य सभी हिस्सों में मानसून 1 जुलाई तक आ जाता है, लेकिन इस बार मानसून समय से कुछ देरी से चल रहा है.
  • मानसून की रफ्तार पर चक्रवात वायु ने भी असर डाला है, यही वजह है कि वेस्ट यूपी में अभी तक प्री मानसून भी ठीक से सक्रिय नहीं हो पाया है.
  • वेस्ट यूपी में 1 जून से 17 जून तक होने वाली बारिश का प्रतिशत करीब 70% कम है.
  • बारिश कम होने से जहां किसानों की चिंता बढ़ रही है वहीं गर्मी से भी निजात नहीं मिल रही है.
  • हालांकि मौसम वैज्ञानिक मानते हैं कि वायु चक्रवात का असर अब कम हो गया है और मानसून इस सप्ताह फिर से अपनी रफ्तार पकड़ लेगा.

गुजरात कोस्ट में आए वायु तूफान की वजह से मानसून प्रभावित हुआ है. अब अगले 24 घंटे में यह फिर से सक्रिय हो जाएगा. अभी तक मानसून 2 सप्ताह पिछड़ गया है. मैदानी इलाकों में मानसून के सक्रिय होने पर ही पता चलेगा कि बारिश कैसी होगी. फिलहाल जो सिस्टम बना है उसके चलते मेरठ और उसके आसपास के इलाकों में तेज आंधी और हल्की बारिश की संभावना बनी है.

- डॉ. एन सुभाष, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक

Intro:स्पेशल: वायु ने रोकी मानसून की रफ्तार वेस्ट यूपी में देर से देगा दस्तक
मेरठ। केरल पहुंचे मानसून की रफ्तार अरब सागर में उठे चक्रवात वायु ने रोक दी है। वायु की रफ्तार कम होने और उसके दिशा बदल देने से मौसम वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि अब मानसून फिर से सक्रिय होकर देश के अन्य हिस्सों में पहुंचेगा।कांग्रेस वायु की वजह से मानसून प्रभावित होने से वह करीब 1 सप्ताह देरी से वेस्ट यूपी में अपनी दस्तक देगा। सामान्य तौर पर मानसून 1 जुलाई को पूरे देश को कवर कर लेता है।


Body:मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य सभी हिस्सों को मानसून 1 जुलाई में कवर कर लेता है लेकिन इस बार मानसून समय से कुछ देरी से चल रहा है। मानसून की रफ्तार पर चक्रवात वायु ने भी असर डाला है। यही वजह है कि वेस्ट यूपी में अभी तक प्री मानसून बारिश भी ठीक से नहीं हो रही है। वेस्ट यूपी में यदि जून महीने की बात करें तो 1 जून से 17 जून तक होने वाली बारिश का प्रतिशत करीब 70% कम है। मेरठ में आंकड़ा 60% गिरावट का है। बारिश कम होने से जहां किसानों की चिंता बढ़ रही है वहीं गर्मी से भी निजात नहीं मिल रही है। हालांकि मौसम वैज्ञानिक मानते हैं कि वायु चक्रवात का असर अब कम हो गया है और मानसून इस सप्ताह फिर से अपनी रफ्तार पकड़ लेगा। अभी मानसून की गति धीमी है लेकिन यह भी उम्मीद है कि वह तेज होकर जल्द से जल्द यूपी समेत देश के अन्य हिस्सों को कवर कर लेगा। केंद्रीय संस्थान आईआईएफएसआर के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डा एन सुभाष ने बताया कि मानसून गुजरात कोस्ट में आए वायु तूफान की वजह से प्रभावित हुआ है। अब अगले 24 घंटे में यह फिर से सक्रिय हो जाएगा। अभी तक मानसून 2 सप्ताह पिछड़ गया है
मैदानी इलाकों में के सक्रिय होने पर ही पता चलेगा कि बारिश कैसी होगी। फिलहाल जो सिस्टम बना है उसके चलते मेरठ और उसके आसपास के इलाकों में तेज आंधी और हल्की बारिश की संभावना बनी है। तापमान का उतार-चढ़ाव मौसम को प्रभावित कर रहा है। तापमान 40 से 24 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है लेकिन फिर गिरकर 35 डिग्री सेल्सियस तक आ जाता है।


Conclusion: डा एन सुभाष के मुताबिक ऐसी स्थिति में मानसून भी प्रभावित होता है। सोमवार को मेरठ का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस रहा सुबह नमी का प्रतिशत 80 रहा जबकि दोपहर में घटकर 30% पर पहुंच गया।

बाइट- डॉ एन सुभाष, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक
विजुअल- जानकारी देते डॉ एन सुभाष

अजय चौहान
9897799794
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