मेरठ: अरब सागर में उठे चक्रवात वायु ने केरल पहुंचे मानसून की रफ्तार रोक दी थी. अब वायु की रफ्तार कम होने और उसके दिशा बदल देने से मानसून में देरी की संभावना है. मौसम वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि मानसून फिर से सक्रिय होकर देश के अन्य हिस्सों में पहुंचेगा. सामान्य तौर पर मानसून 1 जुलाई को लगभग पूरे देश को कवर कर लेता है, लेकिन चक्रवात वायु की वजह से मानसून प्रभावित होने से वह करीब 1 सप्ताह देरी से पश्चिमी यूपी में दस्तक देगा.
वायु ने रोकी मानसून की रफ्तार
- मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य सभी हिस्सों में मानसून 1 जुलाई तक आ जाता है, लेकिन इस बार मानसून समय से कुछ देरी से चल रहा है.
- मानसून की रफ्तार पर चक्रवात वायु ने भी असर डाला है, यही वजह है कि वेस्ट यूपी में अभी तक प्री मानसून भी ठीक से सक्रिय नहीं हो पाया है.
- वेस्ट यूपी में 1 जून से 17 जून तक होने वाली बारिश का प्रतिशत करीब 70% कम है.
- बारिश कम होने से जहां किसानों की चिंता बढ़ रही है वहीं गर्मी से भी निजात नहीं मिल रही है.
- हालांकि मौसम वैज्ञानिक मानते हैं कि वायु चक्रवात का असर अब कम हो गया है और मानसून इस सप्ताह फिर से अपनी रफ्तार पकड़ लेगा.
गुजरात कोस्ट में आए वायु तूफान की वजह से मानसून प्रभावित हुआ है. अब अगले 24 घंटे में यह फिर से सक्रिय हो जाएगा. अभी तक मानसून 2 सप्ताह पिछड़ गया है. मैदानी इलाकों में मानसून के सक्रिय होने पर ही पता चलेगा कि बारिश कैसी होगी. फिलहाल जो सिस्टम बना है उसके चलते मेरठ और उसके आसपास के इलाकों में तेज आंधी और हल्की बारिश की संभावना बनी है.
- डॉ. एन सुभाष, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक