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बे मौसम हुई बारिश किसानों के लिए बनी आफत, फसल हुई बरबाद

जिन लहलहाती फसलों को देखकर किसान फूले नहीं समाते थे, बरसात के बाद उन्हें आखिरी सांस लेते देख उनकी होली खराब हो गई. कर्ज लेकर बोई गई इन फसलों की हालत देख किसानों की खुशियां काफूर हो गई हैं.

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Published : Mar 15, 2019, 12:10 PM IST

बेमौसम हुई बारिश किसानों के लिए आफत बन कर बरसी

मथुरा: बे मौसम हो रही बरसात के कारण किसानों की परेशानी बढ़ गई है जिसके चलते किसान मायूस दिख रहे हैं. बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. आलू की फसल लगभग 80 प्रतिशतखराब हो चुकी है.वहीं गेहूं ,लाहे की फसल पर भी बे मौसम बरसात का गहरा असर पड़ा है.आए दिन हो रहे मौसम मेंबदलाव के चलते किसानों के चेहरे पर परेशानी की लकीर साफ देखी जा सकती है.

मौसम मेंहो रहे बदलाव को देख किसान चिंतित हो उठते हैं. मौसम में हो रहे बदलाव से किसान खासे से परेशान हैं.कुछ दिन पहले हुई बारिश से हुए नुकसान से किसान उबर ही नहीं पाए थे कि फिर एक बार मौसम बिगड़ता देख उनकी मुश्किल और भी बढ़ गई है.इस बार प्रगति अन्नदाता से रूठी हुई नजर आ रही है. बे मौसम बारिश ने पहले ही किसानों की फसलों को तहस-नहस कर दिया और फिर एक बार आसमान से बारिश किसानों के लिए आफत बनकर आई है. आलू उत्पादन किसान हो या फिर सरसों और गेहूं की खेती करने वाले किसान सभी को इस मौसम का डर लग रहा है.

बेमौसम हुई बारिश किसानों के लिए आफत बन कर बरसी, फसल बरबाद, किसान हुए मायूस

बे मौसम हो रही बरसात से किसान काफी परेशान हो गए हैं.किसानों का कहना है कि अगर वर्षा हुई तो पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे क्योंकि पहले भी बारिश और ओलावृष्टि से आलू की और सरसों की फसल में भारी नुकसान था.लेकिन इस बार बेमौसम बारिश फसल को चौपट कर के रख देगी .

मथुरा के किसान प्रमोदने कहा कि बारिश, ओले से भारी नुकसान हुआ है.बच्चों के लिए कुछ भी खाने के लिए नहीं है और हम लोगों ने तीन रुपए सैकड़े की ब्याज पर कर्ज लेकर फसल की.अब सरकार से उम्मीद है कि वह इस नुकसान की भरपाई के लिए हमारी मदद करे.जिससे कि फसल के लिए लिया गया कर्ज चुका सकें.

राया क्षेत्र के दर्जनों गांव में आलू की खुदाई चल रही है और लगातार किसान फसल को कोल्ड स्टोरेज तक पहुंचाने में लगे हुए हैं तो वहीं मौसम का डर भी उन्हें सता रहा है.

मथुरा: बे मौसम हो रही बरसात के कारण किसानों की परेशानी बढ़ गई है जिसके चलते किसान मायूस दिख रहे हैं. बारिश से फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. आलू की फसल लगभग 80 प्रतिशतखराब हो चुकी है.वहीं गेहूं ,लाहे की फसल पर भी बे मौसम बरसात का गहरा असर पड़ा है.आए दिन हो रहे मौसम मेंबदलाव के चलते किसानों के चेहरे पर परेशानी की लकीर साफ देखी जा सकती है.

मौसम मेंहो रहे बदलाव को देख किसान चिंतित हो उठते हैं. मौसम में हो रहे बदलाव से किसान खासे से परेशान हैं.कुछ दिन पहले हुई बारिश से हुए नुकसान से किसान उबर ही नहीं पाए थे कि फिर एक बार मौसम बिगड़ता देख उनकी मुश्किल और भी बढ़ गई है.इस बार प्रगति अन्नदाता से रूठी हुई नजर आ रही है. बे मौसम बारिश ने पहले ही किसानों की फसलों को तहस-नहस कर दिया और फिर एक बार आसमान से बारिश किसानों के लिए आफत बनकर आई है. आलू उत्पादन किसान हो या फिर सरसों और गेहूं की खेती करने वाले किसान सभी को इस मौसम का डर लग रहा है.

बेमौसम हुई बारिश किसानों के लिए आफत बन कर बरसी, फसल बरबाद, किसान हुए मायूस

बे मौसम हो रही बरसात से किसान काफी परेशान हो गए हैं.किसानों का कहना है कि अगर वर्षा हुई तो पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे क्योंकि पहले भी बारिश और ओलावृष्टि से आलू की और सरसों की फसल में भारी नुकसान था.लेकिन इस बार बेमौसम बारिश फसल को चौपट कर के रख देगी .

मथुरा के किसान प्रमोदने कहा कि बारिश, ओले से भारी नुकसान हुआ है.बच्चों के लिए कुछ भी खाने के लिए नहीं है और हम लोगों ने तीन रुपए सैकड़े की ब्याज पर कर्ज लेकर फसल की.अब सरकार से उम्मीद है कि वह इस नुकसान की भरपाई के लिए हमारी मदद करे.जिससे कि फसल के लिए लिया गया कर्ज चुका सकें.

राया क्षेत्र के दर्जनों गांव में आलू की खुदाई चल रही है और लगातार किसान फसल को कोल्ड स्टोरेज तक पहुंचाने में लगे हुए हैं तो वहीं मौसम का डर भी उन्हें सता रहा है.

Intro:बेमौसम हो रही बरसात के कारण किसानों की परेशानी बढ़ गई है जिसके चलते किसान मायूस दिख रहे हैं ।बेमौसम हुई बरसात में फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है आलू की फसल लगभग 80 परसेंट खराब हो चुकी है। वहीं गेहूं ,लाहे की फसल पर भी बेमौसम बरसात का गहरा असर पड़ा है। आए दिन हो रहे मौसम मैं बदलाव के चलते किसानों के चेहरे पर परेशानी की लकीर साफ देखी जा सकती है।


Body:मौसम मैं हो रहे बदलाव को देख किसान चिंतित हो उठते हैं मौसम में हो रहे बदलाव से किसान खासे से परेशान हैं। कुछ दिन पहले हुई बारिश से हुए नुकसान से किसान उबर ही नहीं पाए थे कि फिर एक बार मौसम बिगड़ता देख उनकी मुश्किल और भी बढ़ गई है। इस बार प्रगति अन्नदाता से रूठी हुई नजर आ रही है बेमौसम बारिश ने पहले ही किसानों की फसलों को तहस-नहस कर दिया और फिर एक बार आसमान से बारिश किसानों के लिए आफत बनकर आई है ।आलू उत्पादन किसान हो या फिर सरसों और गेहूं की खेती करने वाले किसान सभी को इस मौसम का डर लग रहा है।


Conclusion:बेमौसम हो रही बरसात से किसान काफी परेशान हो गए हैं , किसानों का कहना है कि अगर वर्षा हुई तो पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे क्योंकि पहले भी बारिश और ओलावृष्टि से आलू की और सरसों की फसल में भारी नुकसान था। लेकिन इस बार बेमौसम बारिश फसल को चौपट कर के रख देगी । राया क्षेत्र के दर्जनों गांव में आलू की खुदाई चल रही है और लगातार किसान फसल को कोल्ड स्टोरेज तक पहुंचाने में लगे हुए हैं तो वहीं मौसम का डर भी उन्हें सता रहा है।
बाइट- किसान प्रमोद
काउंटर बाइट- किसान रामेंद्र
स्ट्रिंगर मथुरा
राहुल खरे
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