अयोध्या: राम नगरी अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं समेत सफाई में भी नंबर एक बनाने की कोशिशें लागतार फेल होती नजर आ रही हैं. पिछले दिनों नगर विकास मंत्री के औचक निरीक्षण में जिले को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के सारे दावों की हवा निकल गई. सफाई कर्मचारियों ने मुख्यालय पर अपने दो दिवसीय धरने में नगर आयुक्त से मिलने को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा किया. वहीं नगर आयुक्त डॉ. नीरज शुक्ल ने कहा कि इनकी सभी मांगों को मानते हुए धरना खत्म करने को कहा गया है. कुछ मांगें लखनऊ स्तर की हैं, इसके लिए वह पत्राचार करेंगे.
आयुक्त ने मानी सफाई कर्मचारियों की मांगें
- अयोध्या में मुख्यालय पर सफाई कर्मचारियों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर दो दिवसीय धरना दिया.
- धरने के दूसरे दिन मंगलवार को सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर नगर आयुक्त से मिलने के लिए अड़े रहे.
- देर शाम जब आयुक्त ने मांगों को मानने की सहमति जताई तब जाकर धरना समाप्त हुआ.
कर्मचारियों की ओर से एसके वर्मा, गुलबानो, आलोक कुमार, सुधीर सिंह ने अध्यक्षता की. उन्होंने कहा कि हमारी 11 सूत्रीय मांगों को मान लिया गया है. हमें काम में पार्षदों का हस्तक्षेप नहीं स्वीकार है. हम अधिकारी का निर्देश मानने को तैयार हैं. जब मंत्री का दौरा होता है तो हमारे जैसे छोटे कर्मचारियों को हटा दिया जाता है, जबकि जिम्मेदार दूसरे बड़े भी होते हैं. आपको बता दें कि पिछले दिनों सीएम योगी और फिर नगर विकास मंत्री के दौरे में कई कमियां मिली थीं, जिससे मुख्यमंत्री खासे नाराज भी रहे.