मेरठ: कोरोना वायरस महामारी जब से वैश्विक संकट बनी है, तब से सभी कारोबार और औद्योगिक गतिविधियों पर ग्रहण लग गया है. अब जब कोरोना वायरस के चलते दुनिया भर के बाजार बंदी की मार से जूझ रहे हैं तो ऐसे में चीन अपनी औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार में लगा है.
दरअसल, कोविड-19 महामारी के चलते दुनिया भर के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन घोषित किया गया. इस दौरान सभी बाजारों को बंद रखा गया. पर दुनिया भर को कोरोना वायरस बांटने वाला चीन अपनी औद्योगिक गतिविधियों को पटरी पर लाने के लिए विस्तार में लगा हुआ है. वहीं कोरोना काल में बाजार बंद रहने से मेरठ के व्यापारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है. खासकर स्पोर्ट्स कारोबार से जुड़े व्यापारियों को अंदेशा है कि अगर जल्द बाजारों को नहीं खोला गया तो इसका खामियाजा उनको उठाना पड़ेगा और चीन मौका पाकर दुनिया भर के बाजारों में अपना कब्जा जमा लेगा.
अनलॉक-1 के बावजूद बंद हैं स्पोर्ट्स मार्केट
मेरठ में निर्मित खेल के सामान का डंका भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व भर में बजता है. मेरठ के सूरजकुंड स्थित स्पोर्ट्स मार्केट में 350 से ज्यादा फैक्ट्री और दुकानें हैं. व्यापारियों का अनुमान है कि लॉकडाउन की लंबी अवधि से करीब बाजार को 100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान का उठाना पड़ा है. हालांकि सरकार ने अनलॉक-1 में अन्य बाजारों को खोलने की अनुमति दी है, लेकिन स्पोर्ट्स मार्केट को फिलहाल बंद रखा रखा गया है, जिससे व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट गहराता जा रहा है.
मेरठ से करीब 500 करोड़ से भी ज्यादा खेल के उत्पादों का निर्यात किया जाता. लेकिन लॉकडाउन के चलते सब कुछ बंद है. ऐसे में व्यापारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि जल्द स्पोर्ट्स बाजार खोला जाएं, वरना चीन हमारा पूरा व्यवसाय बर्बाद कर देगा.