लखीमपुर खीरी : जिले में एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल के चलते शुक्रवार को एक युवक की मौत हो गई. दरअसल युवक सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हो गया था. इसके बाद उसको डायल हंड्रेड ने सीएचसी में भर्ती करवाया था. इलाज के दौरान हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया लेकिन एंबुलेंस की हड़ताल पर होने से वह नहीं पहुंच सका और उसकी सांसे थम गईं. वहीं अस्पताल के डॉक्टर मौके पर परिजन न होने की वजह से समय पर युवक के जिला अस्पताल नहीं पहुंच पाने की बात कह रहे हैं.
बताया जा रहा है कि वित्तीय अनियमितताओं एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर थे. यह हड़ताल करीब 40 घंटे रहने के बाद शुक्रवार की शाम करीब 4 बजे समाप्त हुई. लेकिन यह हड़ताल किसी की मौत का कारण बन गई. वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों का कहना था कि एंबुलेंस नहीं है, आप अपने निजी साधन से घायल को ले जाइए.
बता दें कि बाराबंकी के रहने राघवेंद्र प्रताप सिंह अपने एक साथी के साथ किसी काम से बरेली जा रहे थे, इसी बीच अनियंत्रित पिकअप ने उन्हें रौंद दिया. मौके पर पहुंची डायल 100 के जरिए दोनों को सीएचसी मितौली लाया गया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद युवक की हालत नाजुक देखते हुए उसे रेफर कर दिया गया. लेकिन मौके पर एंबुलेंस न होने से उसे ले नहीं जाया सका और उसकी मौत हो गई.
सीएचसी प्रभारी डॉक्टर चौहान की मानें तो हेड इंजरी होने की वजह से उसे उल्टी हुई और हालत नाजुक देखते हुए उन्हें उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. परंतु मौके पर मृतक के परिजन न होने और समय से व्यवस्था न कर पाने की वजह से उसकी मौत हो गई.