ETV Bharat / briefs

लखीमपुर खीरी : एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल, युवक के लिए बनी काल

जिले में शुक्रवार को एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल के चलते एक युवक की मौत हो गई. दरअसल युवक सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद सीएचसी में भर्ती था. उसकी नाजुक हालत देखते हुए डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया लेकिन एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल के चलते वह वहां नहीं पहुंच सका.

मृतक के परिजन.
author img

By

Published : Apr 12, 2019, 9:03 PM IST

लखीमपुर खीरी : जिले में एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल के चलते शुक्रवार को एक युवक की मौत हो गई. दरअसल युवक सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हो गया था. इसके बाद उसको डायल हंड्रेड ने सीएचसी में भर्ती करवाया था. इलाज के दौरान हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया लेकिन एंबुलेंस की हड़ताल पर होने से वह नहीं पहुंच सका और उसकी सांसे थम गईं. वहीं अस्पताल के डॉक्टर मौके पर परिजन न होने की वजह से समय पर युवक के जिला अस्पताल नहीं पहुंच पाने की बात कह रहे हैं.

एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल पर होने से सड़क दुर्घटना में घायल युवक की मौत हो गई.

बताया जा रहा है कि वित्तीय अनियमितताओं एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर थे. यह हड़ताल करीब 40 घंटे रहने के बाद शुक्रवार की शाम करीब 4 बजे समाप्त हुई. लेकिन यह हड़ताल किसी की मौत का कारण बन गई. वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों का कहना था कि एंबुलेंस नहीं है, आप अपने निजी साधन से घायल को ले जाइए.

बता दें कि बाराबंकी के रहने राघवेंद्र प्रताप सिंह अपने एक साथी के साथ किसी काम से बरेली जा रहे थे, इसी बीच अनियंत्रित पिकअप ने उन्हें रौंद दिया. मौके पर पहुंची डायल 100 के जरिए दोनों को सीएचसी मितौली लाया गया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद युवक की हालत नाजुक देखते हुए उसे रेफर कर दिया गया. लेकिन मौके पर एंबुलेंस न होने से उसे ले नहीं जाया सका और उसकी मौत हो गई.

सीएचसी प्रभारी डॉक्टर चौहान की मानें तो हेड इंजरी होने की वजह से उसे उल्टी हुई और हालत नाजुक देखते हुए उन्हें उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. परंतु मौके पर मृतक के परिजन न होने और समय से व्यवस्था न कर पाने की वजह से उसकी मौत हो गई.

लखीमपुर खीरी : जिले में एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल के चलते शुक्रवार को एक युवक की मौत हो गई. दरअसल युवक सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हो गया था. इसके बाद उसको डायल हंड्रेड ने सीएचसी में भर्ती करवाया था. इलाज के दौरान हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया लेकिन एंबुलेंस की हड़ताल पर होने से वह नहीं पहुंच सका और उसकी सांसे थम गईं. वहीं अस्पताल के डॉक्टर मौके पर परिजन न होने की वजह से समय पर युवक के जिला अस्पताल नहीं पहुंच पाने की बात कह रहे हैं.

एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल पर होने से सड़क दुर्घटना में घायल युवक की मौत हो गई.

बताया जा रहा है कि वित्तीय अनियमितताओं एंबुलेंस कर्मी हड़ताल पर थे. यह हड़ताल करीब 40 घंटे रहने के बाद शुक्रवार की शाम करीब 4 बजे समाप्त हुई. लेकिन यह हड़ताल किसी की मौत का कारण बन गई. वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों का कहना था कि एंबुलेंस नहीं है, आप अपने निजी साधन से घायल को ले जाइए.

बता दें कि बाराबंकी के रहने राघवेंद्र प्रताप सिंह अपने एक साथी के साथ किसी काम से बरेली जा रहे थे, इसी बीच अनियंत्रित पिकअप ने उन्हें रौंद दिया. मौके पर पहुंची डायल 100 के जरिए दोनों को सीएचसी मितौली लाया गया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद युवक की हालत नाजुक देखते हुए उसे रेफर कर दिया गया. लेकिन मौके पर एंबुलेंस न होने से उसे ले नहीं जाया सका और उसकी मौत हो गई.

सीएचसी प्रभारी डॉक्टर चौहान की मानें तो हेड इंजरी होने की वजह से उसे उल्टी हुई और हालत नाजुक देखते हुए उन्हें उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. परंतु मौके पर मृतक के परिजन न होने और समय से व्यवस्था न कर पाने की वजह से उसकी मौत हो गई.

Intro:लखीमपुर खीरी लोगों की जान बचाने के लिए बनाई गई एंबुलेंस सेवा 102 और 108 इस उद्देश्य से बनाई गई थी कि जब कोई हादसा होगा तो तुरंत पीड़ित को अस्पताल पहुंचाएगी और उसकी जान बच सकेगी लेकिन एंबुलेंस जो जान बचाने का संसाधन बनाई गई थी लखीमपुर खीरी में मौत की वजह बन गई एंबुलेंस चालकों 102 और 108 के चालको की हड़ताल के चलते एक व्यक्ति की हादसे में हेड में हालात नाजुक होने पर डॉक्टर के द्वारा प्रसन्न करने के बावजूद भी मरीज की जान नहीं बच सकी और वजह रही एंबुलेंस चालकों की हड़ताल


Body: लखीमपुर खीरी के नेशनल हाईवे 24 पर बाइक सवार 2 युवक को अनियंत्रित पिकअप ने रौंद दिया और उनको हंड्रेड डायल के द्वारा सीएचसी मितौली लागया जहां एक के पैर में चोट लगी वही दूसरे युवक की सर में चोट लगी थी दोनों को प्राथमिक इलाज कर दूसरे की हालत नाजुक देखते हुए रेफर कर दिया गया और मरोज की अस्पताल में मौत हो सी एच सी प्रभारी डॉक्टर चौहान की मानें तो हेड इंजरी होने की वजह से उसे उल्टी हुई और हालत नाजुक देखते हुए उन्हें उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया परंतु यह लोग उसे समय से व्यवस्था ना कर कर ले जा पाए और उसकी मौत हो गई वहीं लेकिन नहीं जा सके और एंबुलेंस हड़ताल मौत की वजह रही उसने पर डॉक्टर को संतोषजनक जवाब नहीं दे सके एंबुलेंस वालों की माने तो पिछले 40 घंटे से वेतन में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर वह हड़ताल पर थे और आज 4:00 बजे उनकी हड़ताल समाप्ति का आदेश उन्हें मिला है



Conclusion:हालांकि म्रतक और पीड़ित के परिजन अस्पताल और डॉक्टर के रवैये से संतुष्ठ नही है म्रतक राघवेंद्र प्रताप सिंह बाराबंकी के रहने वाला है और किसी काम से बरेली जा रहा था
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.