कानपुर: जिले में कोरोना के बाद ब्लैक फंगस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते चौबीस घंटे में आईआईटी समेत तीन लोगों की मौत हो गई है. ब्लैक फंगस से आईआईटी के शोधकर्ता की लखनऊ में और अन्य दो की कानपुर के हैलेट अस्पताल में मौत हुई है. वहीं कोविड आईसीयू में भर्ती अन्य दो मरीजों में ब्लैक फंगस का संदेह होने पर कल्चर जांच के लिए सैम्पल भेजा गया है.
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तेजी से पैर पसार रहा ब्लैक फंगस
कानपुर के हैलेट अस्पताल के आईसीयू में भर्ती मरीजों और कोविड से सही हुए मरीजों की स्क्रीनिंग के आदेश दिये गए हैं. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने ब्लैक फंगस के अलावा येलो फंगस को लेकर अलर्ट जारी किया है. वहीं हैलेट अस्पताल की आईसीयू में भर्ती सभी मरीजों की स्क्रीनिंग के भी आदेश दिये हैं. जिससे ब्लैक फंगस के मरीजों की सही जानकारी शासन को भेजी जा सके. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो.आरबी कमल ने बताया कि हैलेट के न्यूरो साइंस के कोविड आईसीयू में ब्लैक फंगस के दो मरीज भर्ती हैं. उनके गले व मुंह में सफेद लेयर जमने लगी है. उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने ब्लैक फंगस का संदेह होने पर उनका नमूना कल्चर जांच के लिये लैब भेजा है.
ब्लैक फंगस से तीन युवाओं की थमी सांसे
मेडिकल कॉलेज के प्रो. आरबी कमल ने बताया कि आईआईटी के शोधकर्ता की लखनऊ में, फतेहपुर और कानपुर निवासी 30 और 28 वर्षीय युवाओं की ब्लैक फंगस के इलाज के दौरान मौत हो गई है. हैलेट में ब्लैक फंगस के 20 मरीज हैं, जिनमें दो की हालात गंभीर होने पर आईसीयू में भर्ती किया गया है. आईसीयू में भर्ती दोनों मरीजों की हालत स्थिर बनी हुई है.