हरदोई : उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. सरकारी व्यवस्था ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही हैं. ऐसे समय में हरदोई के सवायजपुर विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक ने चुनाव आयोग और मुख्यमंत्री से यूपी में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना को स्थगित करने की मांग की है. विधायक ने चुनाव आयोग को भेजे पत्र में कोरोना महामारी की विभीषिका का उल्लेख किया है. पंचायत चुनाव की मतगणना 2 मई को प्रस्तावित है.
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मतगणना रोकने की मांग की
हरदोई की सवायजपुर विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक मानवेंद्र प्रताप सिंह रानू ने उत्तर प्रदेश में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रस्तावित 2 मई से होने वाली मतगणना को एक महीने तक स्थगित करने की मांग पंचायती राज विभाग व राज्य चुनाव आयोग से की है. आयोग को भेजे पत्र की प्रतिलिपि उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी भेजी है. पत्र में बीजेपी विधायक ने पंचायत चुनाव में 135 से अधिक शिक्षकों की असमय मृत्यु होने का भी उल्लेख किया है. यही नहीं, पत्र में उन्होंने सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनमानस को भी कोरोना संक्रमण होने का उल्लेख करते हुए पंचायत चुनाव में हुई असावधानियों को जिम्मेदार ठहराया है.
आयोग को भेजे गए पत्र में उन्होंने काउंटिंग को लेकर होने वाली भीड़ का हवाला देते हुए इसे रोकने की बात कही है. बीजेपी विधायक ने कोरोना महामारी की स्थिति नियंत्रण में होने के बाद मतगणना कराने की मांग चुनाव आयोग और मुख्यमंत्री से की है. भाजपा विधायक के मुताबिक मतगणना होने से कोरोना संक्रमण का विस्फोट बढ़ेगा. लिहाजा मतगणना स्थगित कर दी जाए.
एक महीने बाद करवाएं मतगणना
इस बारे में भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुंवर माधवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से तमाम लोगों की मौत हो चुकी है. इसकी वजह से चुनाव ड्यूटी में लगाए गए कर्मचारी डरे हुए हैं. साथ ही मतगणना होने से कोरोना संक्रमण बढ़ेगा. इससे लोगों को काफी परेशानी होगी. लिहाजा उन्होंने चुनाव आयोग से मतगणना स्थगित करने की मांग की है. साथ ही इसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री को भेजी है. उनकी मांग है कि मतगणना एक महीने के लिए स्थगित कर दी जाए जिससे कोरोना वायरस का खतरा कम हो सके.