बलिया: जिलाधिकारी के कैंप कार्यालय में भाजपा के एक नेता को अभद्रता करना महंगा पड़ गया. जिसके बाद जिलाधिकारी ने कोतवाली पुलिस को बुला कर उनका चालान करवा दिया. जिला अधिकारी ने बताया कि विनोद तिवारी के ऊपर पहले से ही एक दर्जन मुकदमे हैं.
जिला अधिकारी बलिया भवानी सिंह खंगारोत ने बताया कि आचार संहिता के मध्य नजर ऐसे लोगों की गोपी सूची बनाई जा रही है, जो चुनाव में लोगों पर किसी प्रकार का दबाव बना सकते हैं. इसी सिलसिले में विनोद तिवारी का नाम भी सूची में आया. इसके ऊपर करीब एक दर्जन मामले दर्ज हैं. साथ ही इसकी पत्नी जो पूर्व प्रधान रही है उनके कार्यकाल के समय भी कुछ वित्तीय अनियमितताएं रही हैं. जिन पर वसूली बाकी रही है. इस संबंध में जब इन को जानकारी हुई कि हम लोग इनके बारे में छानबीन करवा रहे हैं, तो आज ये आए और और कहने लगे कि मेरी तरफ से ऐसा कुछ नहीं किया गया है. पॉलीटिकल पर्सन हैं.
वहीं भाजपा नेता विनोद तिवारी के भाई प्रमोद तिवारी के अनुसार जिलाधिकारी के पेशकार ने मेरे भाई को फोन करके बुलाया. इससे पहले भी मेरे भाई एक नेता जी के साथ यहां पर आए थे, लेकिन जब आज वह जिलाधिकारी आवास पहुंचे और कुर्सी खींच कर बैठने लगे, तो डीएम साहब नाराज हो गए, वह कहने लगे कि तुम अपराधी किस्म के आदमी हो, कुर्सी से उठो. उसके बाद डीएम साहब ने कहा की तो अभी तुम को दो थप्पड़ मारेंगे. इसके बाद खदेड़ के बाहर कर दिया और पुलिस को बुलवाकर पकड़वा दिया.
डीएम भवानी सिंह रावत के अनुसार भाजपा नेता विनोद तिवारी इसी बीच भावोबेश में आ गए. वह अभद्रता पर उतारू हो गए साथ ही तहसीलदार के साथ हाथापाई करने की भी कोशिश की. इस बीच संबंधित कोतवाल को बुलाया गया और इनके खिलाफ 151 का चालानकिया गया है. जिला अधिकारी के अनुसार विनोद तिवारी ने धमकी देते हुए कहा कि वह 2 महीने जेल में रह कर आये हैं पॉलीटिकल व्यक्ति हैं.