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भोजपुरी स्टार निरहुआ बीजेपी में हुए शामिल, पूर्वांचल की इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

आजमगढ़ सीट से पिता मुलायम सिंह यादव की विरासत बचाने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बार खुद ही मैदान में उतरने का फैसला लिया है. जबकि बीजेपी भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ को अखिलेश के सामने उतारने की तैयारी में है, लेकिन जातीय और राजनीतिक समीकरण के लिहाज से निरहुआ के लिए आजमगढ़ की लड़ाई आसान नहीं दिख रही.

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Published : Mar 29, 2019, 2:03 AM IST

आजमगढ़: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आजमगढ़ जनपद से प्रत्याशी बन जाने के बाद एक बार फिर से हाई प्रोफाइल हो गई. भाजपा ने भी आजमगढ़ संसदीय सीट से हाल ही में ज्वाइन किए भोजपुरी कलाकार निरहुआ को आजमगढ़ से अपना प्रत्याशी बनाने का मन बनाया है. ऐसे में एक बार फिर से आजमगढ़ लोकसभा की लड़ाई रोचक के साथ ही मनोरंजक भी होती दिख रही है. भोजपुरी कलाकार दिनेश यादव निरहुआ आजमगढ़ संसदीय सीटपरकितनी मजबूती से लड़ाई लड़ेगा यह आने वाला समय बताएगा.

दिनेश लाल यादव निरहुआ हुए भाजपा में शामिल


ईटीवी भारत से बातचीत में आजमगढ़ के स्थानीय मतदाता अवधेश राय ने बताया कि निरहुआ जैसे प्रत्याशी को भाजपा ने आजमगढ़ से जिस तरह से प्रत्याशी बनाए जाने का निर्णय लिया है वह निश्चित रूप से स्तरहीन निर्णय है. उन्होंने कहा कि निरहुआ आजमगढ़ के लायक नहीं हैं और उनसे कुछ नहीं होगा. मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में इस जनपद ने विकास किया और अखिलेश यादव एक बार फिर से मैदान में आ रहे हैं. निश्चित रूप से इस जनपद का विकास होगा.

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दिनेश लाल यादव निरहुआ हुए भाजपा में शामिल

स्थानीय निवासी नित्यानंद यादव का कहना है निरहुआ भोजपुरी का स्टार हो सकता है लेकिन राजनीति का नहीं. कोई ऐसा समीकरण नहीं है जो अखिलेश यादव को यहां से चुनाव हरा पाए. उन्होंने कहा कि मुलायम लोकसभा चुनाव जीतने के बाद भले नहीं आएं लेकिन यहां की जनता ने उन्हें सर्टिफिकेट दे दिया है. वहीं स्थानीय मतदाता अब्दुल अजीज का कहना है कि इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने सलमान खान ही क्यों न आ जाएं जीतना नामुमकिन है. उसी तरह अखिलेश के सामने निरहुआ की स्थिति होगी. उन्होंने कहा कि अखिलेश भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. अब्दुल अजीज का कहना है कि आजमगढ़ से भाजपा का कोई भी प्रत्याशी लड़ना नहीं चाहता इसीलिए यहां से नचनिया गवैया को प्रत्याशी बनाया जा रहा है.

बताते चलें कि राजनीतिक लिहाज से आजमगढ़ के जाति समीकरण में मुस्लिम दलित यादव की आबादी ज्यादा है. ऐसे में दिनेश यादव निरहुआ इन ऑटो में कितनी सेंधमारी कर पाता है यह भविष्य के गर्भ में है.

आजमगढ़: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आजमगढ़ जनपद से प्रत्याशी बन जाने के बाद एक बार फिर से हाई प्रोफाइल हो गई. भाजपा ने भी आजमगढ़ संसदीय सीट से हाल ही में ज्वाइन किए भोजपुरी कलाकार निरहुआ को आजमगढ़ से अपना प्रत्याशी बनाने का मन बनाया है. ऐसे में एक बार फिर से आजमगढ़ लोकसभा की लड़ाई रोचक के साथ ही मनोरंजक भी होती दिख रही है. भोजपुरी कलाकार दिनेश यादव निरहुआ आजमगढ़ संसदीय सीटपरकितनी मजबूती से लड़ाई लड़ेगा यह आने वाला समय बताएगा.

दिनेश लाल यादव निरहुआ हुए भाजपा में शामिल


ईटीवी भारत से बातचीत में आजमगढ़ के स्थानीय मतदाता अवधेश राय ने बताया कि निरहुआ जैसे प्रत्याशी को भाजपा ने आजमगढ़ से जिस तरह से प्रत्याशी बनाए जाने का निर्णय लिया है वह निश्चित रूप से स्तरहीन निर्णय है. उन्होंने कहा कि निरहुआ आजमगढ़ के लायक नहीं हैं और उनसे कुछ नहीं होगा. मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में इस जनपद ने विकास किया और अखिलेश यादव एक बार फिर से मैदान में आ रहे हैं. निश्चित रूप से इस जनपद का विकास होगा.

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दिनेश लाल यादव निरहुआ हुए भाजपा में शामिल

स्थानीय निवासी नित्यानंद यादव का कहना है निरहुआ भोजपुरी का स्टार हो सकता है लेकिन राजनीति का नहीं. कोई ऐसा समीकरण नहीं है जो अखिलेश यादव को यहां से चुनाव हरा पाए. उन्होंने कहा कि मुलायम लोकसभा चुनाव जीतने के बाद भले नहीं आएं लेकिन यहां की जनता ने उन्हें सर्टिफिकेट दे दिया है. वहीं स्थानीय मतदाता अब्दुल अजीज का कहना है कि इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने सलमान खान ही क्यों न आ जाएं जीतना नामुमकिन है. उसी तरह अखिलेश के सामने निरहुआ की स्थिति होगी. उन्होंने कहा कि अखिलेश भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. अब्दुल अजीज का कहना है कि आजमगढ़ से भाजपा का कोई भी प्रत्याशी लड़ना नहीं चाहता इसीलिए यहां से नचनिया गवैया को प्रत्याशी बनाया जा रहा है.

बताते चलें कि राजनीतिक लिहाज से आजमगढ़ के जाति समीकरण में मुस्लिम दलित यादव की आबादी ज्यादा है. ऐसे में दिनेश यादव निरहुआ इन ऑटो में कितनी सेंधमारी कर पाता है यह भविष्य के गर्भ में है.

Intro:anchor: आजमगढ़। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आजमगढ़ जनपद से प्रत्याशी बन जाने के बाद एक बार फिर से हाई प्रोफाइल हो गई। भाजपा ने भी आजमगढ़ संसदीय सीट से हाल ही में ज्वाइन किए भोजपुरी कलाकार निरहुआ को आजमगढ़ से अपना प्रत्याशी बनाने का मन बनाया है। ऐसे में एक बार फिर से आजमगढ़ लोकसभा की लड़ाई रोचक के साथ ही मनोरंजक भी होती दिख रही हैं। भोजपुरी कलाकार दिनेश यादव निरहुआ आजमगढ़ संसदीय सीट से लाठी हाथी 786 ( यादव, दलित,मुस्लिम) से कितनी मजबूती से लड़ाई लड़ेगा यह आने वाला समय बताएगा।


Body:वीओ: 1 ईटीवी भारत से बातचीत में आजमगढ़ के अवधेश राय ने बताया कि निरहुआ जैसे प्रत्याशी को भाजपा ने आजमगढ़ से जिस तरह से प्रत्याशी बनाए जाने का निर्णय लिया है निश्चित रूप से अस्तर ही निर्णय है। उन्होंने कहा कि निरहुआ आजमगढ़ के लायक नहीं है और उससे कुछ नहीं होगा। मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में इस जनपद ने विकास किया और अखिलेश यादव एक बार फिर से मैदान में आ रहे हैं निश्चित रूप से इस जनपद का विकास होगा। नित्यानंद यादव का कहना है निरहुआ भोजपुरी का स्टार हो सकता है राजनीति का नहीं कोई ऐसा समीकरण नहीं है जो अखिलेश यादव को यहां से चुनाव हरा पाए उन्होंने कहा कि मुलायम लोकसभा चुनाव जीतने के बाद भले नहीं आए लेकिन यहां की जनता ने उन्हें सर्टिफिकेट दे दिया। अब्दुल अजीज का कहना है कि इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने सलमान खान आ जाएं कितना नामुमकिन है जीत पाना उसी तरह अखिलेश के सामने निरहुआ की स्थिति होगी उन्होंने कहा कि अखिलेश भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। अब्दुल अजीज का कहना है कि आजमगढ़ से भाजपा का कोई भी प्रत्याशी लड़ना नहीं चाहता इसीलिए यहां से नचनिया गवैया को प्रत्याशी बनाया जा रहा है।


Conclusion:वीओ: 2 बताते चलें कि राजनीतिक लिहाज से आजमगढ़ के जाति समीकरण में मुस्लिम दलित यादव की आबादी ज्यादा है। ऐसे में दिनेश यादव निरहुआ इन ऑटो में कितनी सेंधमारी कर पाता है या भविष्य के गर्त में हैं।

बाइट अवधेश राय, नित्यानंद यादव, अब्दुल अजीज
अजय कुमार मिश्र आजमगढ़ 9453766 900
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