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आयुष चिकित्सा में मददगार बनेगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: प्रो. विनय कुमार पाठक

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Published : May 20, 2020, 1:15 AM IST

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश स्टेट आयुष सोसायटी, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय और नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त प्रयास से सोमवार को वेबिनार का आयोजन किया गया. एकेटीयू से कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आयुर्वेद के क्षेत्र में बेहद मददगार साबित होगा.

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वेबिनार पर चर्चा

लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश स्टेट आयुष सोसायटी, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय और नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त प्रयास से सोमवार को वेबिनार का आयोजन किया गया. प्रदेश के आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने कहा कि आयुर्वेद और योग कोरोना को हराने के दो मुख्य उपकरण है. इनके व्यापक प्रयोग के लिए आयुष विभाग की ओर से आयुष कवच ऐप की शुरुआत की गई है.

इस ऐप के माध्यम से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के विषय में आम लोगों को व्यापक जानकारी मुहैया कराई जा रही है. मंत्री ने कहा कि मौजूदा दौर में तकनीक सबसे बड़ा साधन साबित हुआ है, जिसने महामारी से लड़ने में अभूतपूर्व योगदान दिया है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से प्रभावी होगा आयुर्वेद
एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने कहा कि विश्व में केवल भारत के पास ही ऐसे वैकल्पिक दवाओं के मिश्रण मौजूद हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कोविड-19 के संक्रमण को रोक सकते हैं. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से चिकित्सकीय परीक्षण को प्रभावी बनाया जा सकता है.

प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने कहा कि आयुष विभाग के डाटा और रिसर्च प्रॉब्लम को साझा कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से एकेटीयू विभिन्न रोगों के समाधान पर कार्य करने के लिए तैयार है.

बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता
वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. वंदना पाठक ने सुपाच्य आहार एवं नियमित योगाभ्यास करने की बात कही. उन्होंने कहा कि हमारे रसोई घरों में ऐसे बहुत से आयुर्वेदिक औषधियां उपलब्ध हैं, जिनका नियमित उपयोग संक्रामक बीमारियों की रोकथाम में सहायक है.

इस वेबिनार में वीसीपी कैंसर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक वैद्य बालेंदु पंचकर्म, डॉ. यूएस निगम, डॉ. जीएस चौहान, डॉ. विजय कुमार, डॉ. यशवंत जुनेजा, डॉ. रवि श्रीवास्तव समेत विभिन्न लोग शामिल हुए.

लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश स्टेट आयुष सोसायटी, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय और नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त प्रयास से सोमवार को वेबिनार का आयोजन किया गया. प्रदेश के आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने कहा कि आयुर्वेद और योग कोरोना को हराने के दो मुख्य उपकरण है. इनके व्यापक प्रयोग के लिए आयुष विभाग की ओर से आयुष कवच ऐप की शुरुआत की गई है.

इस ऐप के माध्यम से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के विषय में आम लोगों को व्यापक जानकारी मुहैया कराई जा रही है. मंत्री ने कहा कि मौजूदा दौर में तकनीक सबसे बड़ा साधन साबित हुआ है, जिसने महामारी से लड़ने में अभूतपूर्व योगदान दिया है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से प्रभावी होगा आयुर्वेद
एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने कहा कि विश्व में केवल भारत के पास ही ऐसे वैकल्पिक दवाओं के मिश्रण मौजूद हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कोविड-19 के संक्रमण को रोक सकते हैं. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से चिकित्सकीय परीक्षण को प्रभावी बनाया जा सकता है.

प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने कहा कि आयुष विभाग के डाटा और रिसर्च प्रॉब्लम को साझा कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से एकेटीयू विभिन्न रोगों के समाधान पर कार्य करने के लिए तैयार है.

बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता
वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. वंदना पाठक ने सुपाच्य आहार एवं नियमित योगाभ्यास करने की बात कही. उन्होंने कहा कि हमारे रसोई घरों में ऐसे बहुत से आयुर्वेदिक औषधियां उपलब्ध हैं, जिनका नियमित उपयोग संक्रामक बीमारियों की रोकथाम में सहायक है.

इस वेबिनार में वीसीपी कैंसर रिसर्च फाउंडेशन के निदेशक वैद्य बालेंदु पंचकर्म, डॉ. यूएस निगम, डॉ. जीएस चौहान, डॉ. विजय कुमार, डॉ. यशवंत जुनेजा, डॉ. रवि श्रीवास्तव समेत विभिन्न लोग शामिल हुए.

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