जौनपुर: बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने धरना-प्रदर्शन कर जिला कलेक्ट्रेट परिसर में जाति प्रमाणपत्र निर्गत न किये जाने का विरोध किया. धरना स्थल पहुंचे भारत सरकार के अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद लोगों ने धरना समाप्त किया. धरना दे रहे लोगों का कहना था कि जनपद में भारत सरकार के कानून के तहत जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं हो रहें हैं.
भारत सरकार द्वारा अमेन्टमेंन्ट एक्ट-2002 के तहत अनुसूचित जनजाति में गोंड एवं धुरिया को शामिल किया गया था. तब से इन लोगों को अनुसूचित जनजाति का प्रमाण जारी नहीं किया जा रहा है. भाजपा जनजाति के जिलाध्यक्ष सत्य प्रकाश गोंड के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में अनिश्चित कालीन धरना पिछले छह दिनों से जिला कलेक्क्ट्रेट परिसर में दिया जा रहा था. अनुसूचित जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष अनुसुइया उइके एसडीएम मंगलेश दुबे के साथ धरना स्थल पहुंची. धरना दे रहे लोगों को विश्वास दिलाया कि अब उनका जाति प्रणाम-पत्र जनजाति जाति में बनाया जाएगा. एसडीएम सदर मंगलेश दुंबे ने लोगों से कहा कि अगर उनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाता है तो अपने एसडीएम को बताएं जिससे तुरन्त कार्रवाई हो सकें.
अनुसूचित जनजाति आयोग की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनुसुइया उइके धरना दे रहे लोगों से कहा कि जो भी समस्या थी उस विषय में जिला अधिकारी से बात कर ली गई है. हमने डीएम और एसडीएम से कहा है कि जो लोग अनुसूचित जनजाति के हैं उनकी जांच कराकर उनका जाति प्रमाण पत्र निर्गत किया जाए. जनपद में कई जगह ऐसी समस्याएं हो रही हैं जिसका निस्तारण किया जा रहा है. जौनपुर में शिकायतें मिली थी जिसका निस्तारण कर दिया गया है. अगर दोबारा ऐसी घटना होती है तो अधिकारियों को सीधे आयोग दिल्ली तलब करेगा.