बुलंदशहर: कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अब आम आदमी पार्टी के वालंटियर्स भी ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों की ऑक्सीमीटर के जरिए जांच कर रहे हैं. पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष का कहना है कि प्रदेश के हर जिले में 20-20 गांवों को चिन्हित कर आप कार्यकर्ता दिल्ली की तर्ज पर लोगों के ऑक्सीजन लेवल की जांच कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में लगातार सत्ताधारी पार्टी पर हमलावर दिख रही आम आदमी पार्टी ने अब दिल्ली मॉडल को अपनाते हुए प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में ऑक्सीमीटर के जरिए कोरोना मरीजों को पहचानने के लिए एक योजना तैयार की है. इस बारे में आप के प्रदेश उपाध्यक्ष विकास शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए आम आदमी पार्टी अपने वालंटियर्स को घर-घर भेज कर ऑक्सीमीटर के माध्यम से नागरिकों की ऑक्सीजन लेवल की जांच की.
उसी पैटर्न पर अब आम आदमी पार्टी प्रदेश भर में प्रत्येक जिले के 20 गांव चिन्हित किए गए हैं और ग्रामीणों के बीच पहुंचकर उनकी ऑक्सीजन लेवल की जांच की जा रही है. प्रदेश उपाध्यक्ष विकास शर्मा ने बताया कि हर जिले में आप कार्यकर्ता गांव के लोगों के बीच पहुंच रहे हैं. साथ ही उन्हें बताया जा रहा है कि अगर ऑक्सीजन का लेवल हर किसी का मानक के मुताबिक है तो उन्हें कोई खतरा नहीं है, लेकिन अगर ऑक्सीजन का लेवल घटा या बढ़ा, तो इससे कोरोना होने का खतरा भी बढ़ जाता है.
आप कार्यकर्ता डोर टू डोर पहुंच रहे हैं. जांच के दौरान आप वालंटियर्स ऑक्सीमिटर से लोगों के बारे में जानकारी जुटाते हैं. जिनका लेवल मानक के मुताबिक नहीं होता है, उन्हें चिकित्सक से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है. उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार की कोई कमी नहीं है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों तक कई बार लोगों में जागरूकता की कमी होने की वजह से उन्हें कोरोना संक्रमण से कैसे लड़ना है और क्या बचाव करने हैं, लोग नहीं समझ पाते हैं. इसमें आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं. गौर करने वाली बात है कि यूपी में अपनी जमीन तलाश रही आम आदमी पार्टी को इस जरिए अब गांव में लोगों से कनेक्ट होने का मौका भी मिल गया है.