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लखनऊ: अब वर्चुअल होंगे एकेटीयू के कल्चरल फेस्टिवल

यूपी की राजधानी लखनऊ की एकेटीयू में 61वीं विद्या परिषद का आयोजन किया गया. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. विश्वविद्यालय की ओर से हर साल आयोजित होने वाले विभिन्न फेस्टिवल को ई-फेस्ट के तौर पर मनाने का फैसला प्रमुख है.

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एकेटीयू में 61वीं विद्या परिषद का किया गया आयोजन
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Published : Jun 3, 2020, 11:57 AM IST

लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने हर वर्ष होने वाले आर्ट, कल्चरल, टेक्निकल, लिटरेचर और मैनेजमेंट फेस्ट को अब ऑनलाइन आयोजित करने का फैसला किया है. एकेटीयू की विद्या परिषद की बैठक में यह फैसला किया गया है.

एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए विश्वविद्यालय की 61वीं विद्या परिषद का आयोजन किया गया. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, जिनमें विश्वविद्यालय की ओर से हर साल आयोजित होने वाले विभिन्न फेस्टिवल को ई-फेस्ट के तौर पर मनाने का फैसला प्रमुख है. बैठक में यह भी तय किया गया कि विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी संस्थानों में की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अब्दुल कलाम इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क शुरू किया जाएगा.

विद्यार्थियों पर कार्रवाई का लिया गया फैसला
इसके जरिए सभी संस्थानों को नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क के लिए तैयार किया जाएगा, जिससे उनकी राष्ट्रीय स्तर पर गुणवत्ता सिद्ध हो सके. विद्यालय के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अभद्र टिप्पणी करने वाले विद्यार्थियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का भी फैसला किया गया है. यह भी तय किया गया है कि ऐसा करने वाले विद्यार्थी को 15 दिनों के लिए मानवीय मूल्यों का कोर्स अनिवार्य रूप से कराया जाएगा. साथ ही गर्मी और शीतकाल के अवकाश के समय एक माह ग्रामीण अंचल में जाकर सकारात्मक सामाजिक कार्यों में सहयोग करना होगा.

पार्ट टाइम पीएचडी कोर्स के प्रस्ताव पर सहमति
परिषद की बैठक में वर्चुअल लैब के माध्यम से इंजीनियरिंग के विभिन्न पाठ्यक्रमों के प्रयोगशालाओं को संचालित करने पर भी सहमत जताई गई. आगरा, बरेली, झांसी और सुलतानपुर में चार अन्य छात्र सहायता प्रकोष्ठ की स्थापना को भी मंजूरी दी गई है. विश्वविद्यालय के घटक संस्थान आईईटी लखनऊ, सीएएफ लखनऊ, एफओए लखनऊ, यूपीआईडी नोएडा में पार्ट टाइम एमटेक, एमआर्क, एमडेस कोर्स और पार्ट टाइम पीएचडी कोर्स चलाए जाने के प्रस्ताव को भी सैद्धांतिक सहमति गई है.

शिक्षक पात्रता प्रदान करने का निर्णय
बैठक में यह भी तय किया गया कि विश्वविद्यालय द्वारा निजी संबद्ध संस्थानों को भी शिक्षक पात्रता प्रदान की जाएगी. इसके लिए पहले से गठित समिति की संस्तुति ली जाएगी. इस बैठक में आईआईटी कानपुर के उप निदेशक प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल, आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर शिशिर सिन्हा, एकेटीयू के प्रति कुलपति प्रोफेसर विनीत कंसल, वित्त अधिकारी जीपी सिंह समेत अन्य सदस्य उपस्थित रहे.

इसे भी पढ़ें-लखनऊ: स्वयं सहायता समूह की महिलाएं सिलेंगी स्कूली बच्चों की ड्रेस

लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने हर वर्ष होने वाले आर्ट, कल्चरल, टेक्निकल, लिटरेचर और मैनेजमेंट फेस्ट को अब ऑनलाइन आयोजित करने का फैसला किया है. एकेटीयू की विद्या परिषद की बैठक में यह फैसला किया गया है.

एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए विश्वविद्यालय की 61वीं विद्या परिषद का आयोजन किया गया. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, जिनमें विश्वविद्यालय की ओर से हर साल आयोजित होने वाले विभिन्न फेस्टिवल को ई-फेस्ट के तौर पर मनाने का फैसला प्रमुख है. बैठक में यह भी तय किया गया कि विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी संस्थानों में की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अब्दुल कलाम इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क शुरू किया जाएगा.

विद्यार्थियों पर कार्रवाई का लिया गया फैसला
इसके जरिए सभी संस्थानों को नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क के लिए तैयार किया जाएगा, जिससे उनकी राष्ट्रीय स्तर पर गुणवत्ता सिद्ध हो सके. विद्यालय के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अभद्र टिप्पणी करने वाले विद्यार्थियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का भी फैसला किया गया है. यह भी तय किया गया है कि ऐसा करने वाले विद्यार्थी को 15 दिनों के लिए मानवीय मूल्यों का कोर्स अनिवार्य रूप से कराया जाएगा. साथ ही गर्मी और शीतकाल के अवकाश के समय एक माह ग्रामीण अंचल में जाकर सकारात्मक सामाजिक कार्यों में सहयोग करना होगा.

पार्ट टाइम पीएचडी कोर्स के प्रस्ताव पर सहमति
परिषद की बैठक में वर्चुअल लैब के माध्यम से इंजीनियरिंग के विभिन्न पाठ्यक्रमों के प्रयोगशालाओं को संचालित करने पर भी सहमत जताई गई. आगरा, बरेली, झांसी और सुलतानपुर में चार अन्य छात्र सहायता प्रकोष्ठ की स्थापना को भी मंजूरी दी गई है. विश्वविद्यालय के घटक संस्थान आईईटी लखनऊ, सीएएफ लखनऊ, एफओए लखनऊ, यूपीआईडी नोएडा में पार्ट टाइम एमटेक, एमआर्क, एमडेस कोर्स और पार्ट टाइम पीएचडी कोर्स चलाए जाने के प्रस्ताव को भी सैद्धांतिक सहमति गई है.

शिक्षक पात्रता प्रदान करने का निर्णय
बैठक में यह भी तय किया गया कि विश्वविद्यालय द्वारा निजी संबद्ध संस्थानों को भी शिक्षक पात्रता प्रदान की जाएगी. इसके लिए पहले से गठित समिति की संस्तुति ली जाएगी. इस बैठक में आईआईटी कानपुर के उप निदेशक प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल, आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर शिशिर सिन्हा, एकेटीयू के प्रति कुलपति प्रोफेसर विनीत कंसल, वित्त अधिकारी जीपी सिंह समेत अन्य सदस्य उपस्थित रहे.

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