वाराणसी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज वाराणसी में हैं. उन्होंने IIT-BHU में आयोजित विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day) के लिए स्टूडेंट्स काउंसिल सर्विसेज कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारत में रोज 3000 छात्रों को मेंटल हेल्थ एडवाइस दी जाती है. यह सलाह 20 भाषाओं में 900 टेली काउंसलर देते हैं. सरकार ने 24 घंटे सातों दिन की मेंटल हेल्थ सेवा लॉन्च की है. बता दें कि आज ही वह दिल्ली वापस जा रही हैं.
देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज वाराणसी में आईआईटी बीएचयू के कार्यक्रम में पहुंची हैं. इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा छात्रों के लिए मेंटल हेल्थ पर किए जा रहे प्रयासों पर बात की. उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं. अन्य लोगों ने क्या किया? हमारी सरकार मेटल हेल्थ को लेकर बड़े कदम उठा रही है. आज के समय में छात्रों पर अंक का दबाव सबसे बड़ा स्ट्रेस का कारण है. इसी क्रम में आज बीएचयू में एक बड़े कॉन्फ्रेंस की शुरुआत हुई है.
सरकार ने लॉन्च की है टेली मानस सेवा: वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने 24 घंटे और 7 दिन लगातार काम करने वाली मेंटल हेल्थ सेवा लॉन्च की है. इसके लिए 900 टेली काउंसलर तैयार किए गए हैं. उन्होंने बताया कि 900 काउंसलर 20 भाषाओं में रोज 3000 छात्रों को मेंटल हेल्थ एडवाइस देते हैं. इस सेवा के माध्यम से अब तक 3 लाख छात्रों की काउंसलिंग हो चुकी है. निर्मला सीतारमण ने बताया कि इस सेवा को टेली मानस कहा गया है. इसमें मुफ्त सलाह दी जाती है.
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निगेटिव प्रतिक्रिया बन रही मेंटल स्ट्रेस का कारण: निर्मला सीतारमण ने कहा कि सभी टेली कॉलर निशुल्क मेंटल हेल्थ पर सलाह दे रहे हैं. यह भारत में काफी जरूरी मुद्दा है. मेंटल स्ट्रेस हो या कोई और स्ट्रेस इसके पीछे एक वजह होती है. भारत में बच्चों के बीच प्रतिस्पर्धा सबसे बड़ी वजह है. वहीं, दूसरी बड़ी वजह पब्लिक ओपीनियन है. अच्छे अंक या खराब अंक आने पर अपने लोग और सगे संबंधी किस तरह की प्रतिक्रिया देते हैं, यह भी जरूरी होता है. निगेटिव प्रतिक्रिया बच्चों के लिए स्ट्रेस का कारण बन जाती है.
स्वतंत्रता भवन में अयोजित हुई कॉन्फ्रेंस: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज बीएचयू आईआईटी में प्रोफेसर से मुलाकात के बाद शाम 5 बजे दिल्ली लौट गईंं. बता दें कि 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाएगा. इसी को लेकर आज आईआईटी बीएचयू में एक बड़ी कॉन्फ्रेंस अयोजित की गई. वहीं, निर्मला सीतारमण आज स्वतंत्रता भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में पहुंची थीं. आईआईटी के डायरेक्टर प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने उनका स्वागत स्मृति चिह्न देकर किया. वह सड़क मार्ग से होकर बीएचयू आईआईटी पहुंची थीं.
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