प्रयागराज: बाहुबली माफिया अतीक अहमद के रजिस्टर्ड गैंग आईएस 227 का सरगना अब कौन बनेगा. इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ की हत्या के बाद गैंग को संभालने वाला फिलहाल कोई नहीं है. लेकिन, जानकार बताते हैं कि अब अतीक अहमद का दूसरे नंबर का बेटा अली अहमद माफिया की गद्दी संभालेगा. फिलहाल अली अहमद नैनी सेंट्रल जेल में बंद है.
जुर्म के साथ ही राजनीति की दुनिया में है अलीः अतीक अहमद का दूसरे नंबर का बेटा अली अहमद सुर्खियों में तब आया था, जब उसने मजीदिया इस्लामिया इंटर कॉलेज में एआईएमआईएम की जनसभा में मंच से भड़काऊ भाषण दिया था. उसी भाषण के बाद अली के ऊपर पहला केस दर्ज हुआ था. अली के खिलाफ मौजूदा समय में 7 केस दर्ज हो चुके हैं. जिसमें 5 करोड़ और एक करोड़ की रंगदारी मांगने के साथ ही धमकी, जान से मारने का प्रयास , मारपीट करने समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
मुकदमों के मामले में अली अपने भाइयों में सबसे आगे: इस तरह से मुकदमों के मामले में अली अपने परिवार के अन्य भाइयों के मुकाबले सबसे आगे है. अली के अंदर अपने पिता का वो गुण भी है जो उसे जुर्म के साथ ही राजनीति की दुनिया में भी आगे ले जा सकता है. यही वजह है कि लोग अतीक अहमद के गुजरात जाने के बाद अली को ही उसका उत्तराधिकारी मानने लगे थे.
लेकिन डेढ़ साल पहले जब से वो जेल गया है. तभी उसके बाद असद को सामने आना पड़ा था. उसने उमेश पाल हत्याकांड की न सिर्फ योजना बनायी, बल्कि उसको पूरा भी किया. लेकिन सीसीटीवी में सारी घटना में असद अहमद का चेहरा दिखने के बाद से ही अतीक अहमद परिवार पर संकट के बादल छा गए थे. इसी दौरान माफिया अतीक अहमद और अशरफ की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गयी.
अली अहमद के खिलाफ दर्ज हुए केस: अतीक अहमद के दूसरे नंबर के बेटे अली अहमद के खिलाफ 7 केस दर्ज हैं. जिसमें मारपीट और धमकाने के साथ ही जालसाजी करके फर्जी दस्तावेज तैयार करने तक का आरोप है. जिसमें 3 केस उमेश पाल की हत्या के बाद दर्ज हुए हैं. अली अहमद के खिलाफ करेली थाने में 2019 में धमकी देने समेत कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया था. उसके बाद करेली थाने में भड़काऊ भाषण देने का केस दर्ज हुआ था. वहींं अतीक अहमद के साढू के भाई जीशान ने भी अली अहमद के ऊपर 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाकर मामला दर्ज करवाया था. उसके बाद जीशान ने ही अली के ऊपर जानलेवा हमले का आरोप लगाते हुए दूसरा केस दर्ज करवा दिया.
रंगदारी का एक और मामला हुआ दर्जः उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद, शाइस्ता परवीन और अशरफ अहमद के साथ ही अतीक अहमद के बेटों को भी आरोपी बनाया गया था. उसी के तहत अली अहमद को भी उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया. इसके साथ ही हाल ही में अतीक के गुर्गों की गिरफ्तारी के दौरान उनके कब्जे से मिले सामानों में अली के द्वारा बनवाये गए जाली दस्तावेज भी बरामद हुए थे.
जिसके बाद अली के ऊपर धूमनगंज थाने में फ्राड समेत कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. यही नहीं बीते 11 अप्रैल को अली अहमद के खिलाफ एक करोड़ की रंगदारी मांगने का भी एक केस दर्ज किया गया है. जिसमें पीड़ित ने दो साल पहले का सीसीटीवी वीडियो दिखाया और अतीक अहमद उसके गुर्गों समेत अली के ऊपर एक करोड़ की रंगदारी मांगने और न देने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है.
अपराध के साथ राजनीति में भी सक्रिय है अलीः अली अहमद को उसके गैंग के लोग छोटा अतीक अहमद भी कहते थे. क्योंकि अली के अंदर राजनीतिक गुण के साथ ही अतीक वाले अंदाज में बातचीत करने और धमकाने की कला भी है. यही वजह है कि अतीक के गैंग के लोग अली को छोटा अतीक अहमद कह रहे हैं. कुछ लोग तो अली को छोटे सांसद भी कहते थे.
हालांकि अभी अली अहमद नैनी सेंट्रल जेल में साल भर से अधिक समय से बंद है. उसके जेल में रहने के दौरान ही उसके पिता और चाचा की हत्या हो चुकी है. जबकि उसके छोटे भाई असद को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया. हालांकि अली अहमद के अलावा माफिया अतीक अहमद का बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में बंद है. लेकिन बताया जा रहा है कि उमर के मुकाबले अली ज्यादा तेज तर्रार है. इसलिए वह अतीक के गैंग आईएस 227 को अच्छे से संभाल सकता है.
यह भी पढ़ें- प्रयागराज में दोहराया गया अतीक-अशरफ हत्याकांड, कॉल्विन अस्पताल परिसर में चली गोलियां