बाराबंकी : यूपी पुलिस ने बुधवार को बुजुर्ग महिलाओं की हत्या करने और उनके शवों के साथ रेप करने वाले साइको किलर के दोस्त को गिरफ्तार किया. राइस मिल में काम करने वाला एक किलर सुरेंद्र बुधवार को पुलिस के हत्थे चढ़ा. इसका साथी अमरेंद्र 23 जनवरी को एक बुजुर्ग महिला के साथ रेप करने की कोशिश में पकड़ा जा चुका था. पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी अश्लील वीडियो देखने के बाद अपना शिकार ढूंढा करते थे. शिकार के लिए उन बुजुर्ग महिलाओं को टारगेट करते थे, जो शौच के लिए घर से बाहर आती थीं.
छह महीने में की कईं वारदातः पिछले 6 महीने में दोनों साइको किलर ने कई बुजुर्ग महिलाओं को अपने हवस का शिकार बनाया था. दोनों ने 5 दिसम्बर 2022 को दयाराम पुरवा में एक वृद्ध महिला के साथ रेप करने की कोशिश थी, मगर वहां लोगों के आने के बाद उन्हें भागना पड़ा था. 17 दिसंबर 2022 को सुरेंद्र और अमरेंद्र ने ग्राम इब्राहिमाबाद में एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी और फिर शव के बलात्कार किया था. इस वारदात के 12 दिन बाद ग्राम ठठेरहा में एक और महिला के साथ भी दोनों ने ऐसे ही जघन्य घटना को अंजाम दिया था.
बाराबंकी से लेकर अयोध्या तक थी साइको किलर दहशतः राम सनेहीघाट थानाध्यक्ष लाल चन्द्र सरोज ने बताया कि बुजुर्ग महिलाओं की एक के बाद एक हत्या ने यूपी के बाराबंकी और अयोध्या जिले में दहशत फैल गई. महिलाओं ने अकेले घरों से निकलना बंद कर दिया था. एक ही पैटर्न पर हो रही वारदात के बाद पुलिस ने यह मान लिया था कि इन घटनाओं को इन वारदातों को कोई साइको किलर अंजाम दे रहा है. पुलिस को साइको किलर की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित करना पड़ा.
कैसे पहचान में आया साइको किलरः एक घटना के दौरान एक युवक ने सीरियल साइको किलर की भागते हुए वीडियो बना लिया था. वीडियो से मिले फुटेज से पुलिस ने संदिग्ध सीरियल किलर की फोटो निकाली और इसके पोस्टर चिपकाए. 23 जनवरी 2023 को एक आरोपी अमरेंद्र को अयोध्या जिले के हुनहुना गांव में एक महिला पर हमले के दौरान पकड़ा गया. तब पूछताछ में सामने आया कि इन घटनाओं में उनका दोस्त सुरेंद्र भी शामिल है.
आखिर कौन है ये सीरियल किलरः बुजुर्ग महिलाओं की हत्या के बाद रेप करने का मुख्य आरोपी अमरेंद्र करीब 20 साल का है. जब वह छोटा था, तभी उसके पिता सालिक राम ने दूसरी शादी कर ली. अमरेंद्र का एक सौतेला भाई और सौतेली बहन भी है. दूसरी बीवी की मौत के बाद अमरेंद्र के पिता सालिकराम ने तीसरी शादी की. इस बीच अमरेंद्र बड़ा होता गया. उसने पढ़ाई लिखाई नहीं की. पहले तो वह अपने पिता के साथ बकरी चराया करता था. बीच में उसने राइस मिल में नौकरी की, जहां उसकी दोस्ती सुरेंद्र से हुई.
साइको किलर के पिता ने की थीं तीन शादीः ग्रामीणों के मुताबिक अमरेंद्र जब कुछ बड़ा हुआ तभी से उसकी हरकतें ठीक नहीं थी. पांच वर्ष पूर्व पिता सालिकराम ने अमरेंद्र की शादी अयोध्या जिले के मवई थाना क्षेत्र के बर्तरा गांव में कर दी थी. 24 मार्च को उसका गौना होना था. जून 2022 में उसका दादा उसे गुजरात के सूरत में नौकरी के लिए लेकर गए. 6 महीने सूरत मे रहने के बाद वह 4 दिसंबर को घर लौटा था.
साइकिल से घूमते हुए करता था शिकार की तलाशः बाराबंकी पुलिस के मुताबिक आरोपी अमरेंद्र साइकिल लेकर अपने शिकार की तलाश में निकल पड़ता था. राम सनेही घाट के आसपास जंगल है. इसी क्षेत्र में घर और ससुराल होने के चलते वह इलाके से खासा वाकिफ था. घर से अकेली निकली किसी वृद्ध महिला को देखकर यह आसानी से उनको अपना शिकार बना लेता था.
दोनों दोस्त की शादी हो चुकी लेकिन, गौना नहीं हुआ थाः राम सनेहीघाट थानाध्यक्ष लाल चन्द्र सरोज ने बताया कि सीरियल किलर अमरेंद्र का साथी सुरेंद्र भी सनकी है. दो वर्ष पहले सुरेंद्र की भी शादी हुई थी लेकिन पत्नी नहीं आ रही. अमरेंद्र और सुरेंद्र दोनों साथी हैं. अब दोनों पुलिस की गिरफ्त में है. अमरेंद्र अयोध्या के जिला जेल में बंद है, जबकि सुरेंद्र बाराबंकी पुलिस के गिरफ्त में है.
हत्या के बाद शव के साथ रेप क्यों करता था साइको किलरः बाराबंकी जिला अस्पताल की सीनियर साइकेट्रिस्ट डॉ. अनीता यादव का कहना है कि अगर बच्चों की परवरिश सही नहीं हुई हो तो इस तरह के केस सामने आ सकते हैं. डॉ. अनीता यादव के मुताबिक यह एक पर्सनालिटी डिसआर्डर है. ऐसे रोगी का दुख दर्द महसूस नहीं कर सकते हैं. इसमें रोगी सामान्य सा दिखता है. लिहाजा कोई भी इन पर शक नहीं करता है. ऐसे रोगी अपराध करते हैं लेकिन उनमें कोई अफसोस या दुख का भाव नहीं होता.
क्यों होता है पर्सनालिटी डिसआर्डरः डॉ. अनीता के मुताबिक यह रोग कई कारणों से हो सकता है. यह जेनेटिक भी हो सकता है. कोई बचपन की घटना किसी को ऐसा मनोरोगी बना सकती है. लेकिन सबसे बड़ा कारण यह होता है कि इनकी पैरेंटिंग सही ढंग से नही हुई होती है. हार्ड पैरेंटिंग के कारण पर्सनैलिटी डिसऑर्डर रोग उभरकर सामने आ जाता है. आरोपी अमरेंद्र के केस में दो सौतली मां का होना, अशिक्षा और गलत पैरेंटिंग उसकी हैवानियत का कारण हो सकता है.
हत्या के बाद शव से सेक्स की चाहत है नेक्रोफीलियाः लखनऊ के सिविल अस्पताल की वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. दीप्ति सिंह ने बताया कि ऐसे मरीज जो किसी मृत शरीर के साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं उन्हें नेक्रोफीलिया कहते है. ग्रीक में 'नेक्रो' का मतलब 'शव' और 'फीलिया' का मतलब 'प्यार' होता है. इस तरह 'नेक्रोफीलिया' का मतलब 'मरे हुए लोगों के साथ सेक्स करके आनंद हासिल करना' होता है. इस तरह के मरीजों में जिंदा लोगों के साथ सेक्स करने में आनंद की अनुभूति नहीं होती है. इन्हें सिर्फ सेक्स से सेटिस्फेक्शन उस वक्त मिलता है जब यह किसी मरे हुए व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं.
खतरनाक होते हैं नेक्रोफीलिक इंसानः वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ दीप्ति सिंह ने बताया कि नेक्रोफीलिक इंसान बिना सही गलत सोचे वही काम करता है, जो उसके भीतर की इच्छा होती है. जब उनमें ऐसा करने की इच्छा जागती है, तो उसे सेक्सुअल पर्वजन भी कहा जाता हैं. नेक्रोफीलिक मरीज बहुत अलग होते है. ऐसे मरीजों के जहन में सिर्फ एक ही चीज चलती है और जब तक उस चीज को पूरा नहीं कर लेते हैं तब तक यह चैन की सांस नहीं लेते हैं.
नेक्रोफीलिया से पीड़ित मरीज के दिमाग में जब भी सेक्स से संबंधित बात आती है तो उसे सिर्फ मरे हुए व्यक्ति की डेड बॉडी ही चाहिए होती है. ये समाज के लिए खतरनाक भी होते है. इन्हें अकेला नहीं छोड़ा जा सकता हैं. इसके इलाज के लिए मरीज को कई थैरेपी दी जाती है. इस थैरेपी की मदद से ही धीरे-धीरे मरीज का दिमागी संतुलन ठीक होना शुरू होता है.