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J&K, लद्दाख में बढ़ेगी गर्मी, उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य प्रदेश में लू चलने की संभावना - लद्दाख मौसम न्यूज़

मौसम विभाग ने 19 अप्रैल तक देश के अलग-अलग इलाकों में हीट वेव चलने की संभावना जताई है. आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि 19 अप्रैल तक उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है. वहीं, पूर्वोत्तर राज्य असम में आंधी तूफान के कारण अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है.

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Published : Apr 18, 2022, 7:31 AM IST

Updated : Apr 18, 2022, 12:22 PM IST

नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में रविवार को मौसम शुष्क रहा. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटों के दौरान दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के अधिकांश स्थानों पर शुष्क और गर्म मौसम रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने बताया कि मौसम 19 अप्रैल तक ऐसा ही रहेगा. जम्मू और कश्मीर दोनों संभागों में दिन के तापमान में और वृद्धि होगी. एमआईडी का अनुमान है कि छोटे स्थानों पर कुछ समय के लिए बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ सकती है, हालांकि इसकी संभावना कम है. मौसम विभाग ने रविवार को एक बयान में कहा है कि इसके बाद, बारिश / गरज का अगला दौर 20-22 के दौरान होने की संभावना है, जिसके कारण कश्मीर संभाग के अधिकांश स्थानों पर और जम्मू संभाग के दूरदराज के इलाकों में 20-21 अप्रैल के दौरान बारिश होगी.

न्यूनतम तापमान श्रीनगर में 9.6, पहलगाम में 3.3 और गुलमर्ग में 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. लद्दाख क्षेत्र में, द्रास शहर में रात का न्यूनतम तापमान शून्य से 1.1, लेह में 1.0 और कारगिल में 3.2 दर्ज किया गया. जम्मू में न्यूनतम तापमान 20.5, कटरा में 19.8, बटोटे में 13.1, बनिहाल में 9.0 और भद्रवाह में 8.7 रहा.

आईएमडी के मुताबिक, 18-19 अप्रैल तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली में अलग-अलग हिस्सों में भीषण गर्मी की स्थिति होने की संभावना है. 19 अप्रैल तक उन्हीं क्षेत्रों में अलग-अलग इलाकों में हीट वेव की स्थिति होने की संभावना है. हिमाचल प्रदेश, जम्मू संभाग, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 19 अप्रैल तक गर्म हवाएं चलने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण पिछले सप्ताह तक भीषण गर्मी की लहर से राहत पाने वाले उत्तर-पश्चिम भारत क्षेत्र को इसी तरह की राहत मिल सकती है. इस क्षेत्र में अधिकतम तापमान में 42-43 की तुलना में 1-2 डिग्री सेल्सियस की कमी हो सकती है.

19 अप्रैल के बाद जैसा कि आईएमडी ने शुक्रवार को भविष्यवाणी की थी कि उस दिन से एक नया डब्ल्यूडी एनडब्ल्यू इंडिया को प्रभावित करेगा. पश्चिमी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, बिहार और गंगीय पश्चिम बंगाल में अलग-अलग इलाकों में पहले से ही लू चल रही है. आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि 19 अप्रैल तक उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा. वहीं, इस दौरान मध्य भारत में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है.

दिल्ली में अधिकतम तापमान 41 डिग्री रहने का अनुमान : राष्ट्रीय राजधानी की बात करें तो दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्ष आर्द्रता 47 प्रतिशत दर्ज की गई. विभाग के मुताबिक दिल्ली में दिन में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. बता दें, शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 40 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

हरियाणा-पंजाब में पारा चढ़ा : हरियाणा के ज्यादातर हिस्सों में रविवार को भीषण गर्मी रही, जबकि पड़ोसी राज्य पंजाब में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, नारनौल और गुरुग्राम में अधिकतम तापमान क्रमश: 43.4 और 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सिरसा और रोहतक में अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

पंजाब के अमृतसर में अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि लुधियाना में 39.2, पटियाला में 40.6, जालंधर में 39.2, पठानकोट में 38.1 और मोहाली में अधिकतम तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस रहा.

यह भी पढ़ें- IMD का अनुमान : कल से दिल्ली में फिर चलेगी लू, पूर्वोत्तर में जारी रहेगी वर्षा

बंगाल-मिजोरम में चक्रवाती तूफान : पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में चक्रवाती तूफान से दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम 50 लोग घायल हुए हैं. चक्रवात से जिले के कई इलाके प्रभावित हुए हैं. वहीं, मिजोरम के कोलासिब और मामित जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि के साथ आए तूफान से एक गिरजाघर की इमारत समेत 200 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि, तूफान में अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है.

असम में तूफान से अब तक 14 की मौत : असम में आंधी तूफान के कारण अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य में गर्मियों के मौसम में आंधी तूफान के साथ होने वाली बारिश को 'बोर्डोइसिला' कहा जाता है. अधिकारियों के अनुसार, आंधी तूफान के दौरान बिजली गिरने के कारण कई मकानों को नुकसान पहुंचा है. कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं और बिजली की लाइनें टूट गई हैं. असम में तूफान के कारण शनिवार को आठ लोगों की मौत हुई थी. राज्य में गुरुवार से जारी तूफान के कारण 12 हजार से अधिक मकानों और अन्य इमारतों को नुकसान पहुंचा है.

नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में रविवार को मौसम शुष्क रहा. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटों के दौरान दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के अधिकांश स्थानों पर शुष्क और गर्म मौसम रहने की संभावना है. मौसम विभाग ने बताया कि मौसम 19 अप्रैल तक ऐसा ही रहेगा. जम्मू और कश्मीर दोनों संभागों में दिन के तापमान में और वृद्धि होगी. एमआईडी का अनुमान है कि छोटे स्थानों पर कुछ समय के लिए बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ सकती है, हालांकि इसकी संभावना कम है. मौसम विभाग ने रविवार को एक बयान में कहा है कि इसके बाद, बारिश / गरज का अगला दौर 20-22 के दौरान होने की संभावना है, जिसके कारण कश्मीर संभाग के अधिकांश स्थानों पर और जम्मू संभाग के दूरदराज के इलाकों में 20-21 अप्रैल के दौरान बारिश होगी.

न्यूनतम तापमान श्रीनगर में 9.6, पहलगाम में 3.3 और गुलमर्ग में 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. लद्दाख क्षेत्र में, द्रास शहर में रात का न्यूनतम तापमान शून्य से 1.1, लेह में 1.0 और कारगिल में 3.2 दर्ज किया गया. जम्मू में न्यूनतम तापमान 20.5, कटरा में 19.8, बटोटे में 13.1, बनिहाल में 9.0 और भद्रवाह में 8.7 रहा.

आईएमडी के मुताबिक, 18-19 अप्रैल तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली में अलग-अलग हिस्सों में भीषण गर्मी की स्थिति होने की संभावना है. 19 अप्रैल तक उन्हीं क्षेत्रों में अलग-अलग इलाकों में हीट वेव की स्थिति होने की संभावना है. हिमाचल प्रदेश, जम्मू संभाग, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 19 अप्रैल तक गर्म हवाएं चलने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण पिछले सप्ताह तक भीषण गर्मी की लहर से राहत पाने वाले उत्तर-पश्चिम भारत क्षेत्र को इसी तरह की राहत मिल सकती है. इस क्षेत्र में अधिकतम तापमान में 42-43 की तुलना में 1-2 डिग्री सेल्सियस की कमी हो सकती है.

19 अप्रैल के बाद जैसा कि आईएमडी ने शुक्रवार को भविष्यवाणी की थी कि उस दिन से एक नया डब्ल्यूडी एनडब्ल्यू इंडिया को प्रभावित करेगा. पश्चिमी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, बिहार और गंगीय पश्चिम बंगाल में अलग-अलग इलाकों में पहले से ही लू चल रही है. आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि 19 अप्रैल तक उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा. वहीं, इस दौरान मध्य भारत में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है.

दिल्ली में अधिकतम तापमान 41 डिग्री रहने का अनुमान : राष्ट्रीय राजधानी की बात करें तो दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्ष आर्द्रता 47 प्रतिशत दर्ज की गई. विभाग के मुताबिक दिल्ली में दिन में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. बता दें, शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 40 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

हरियाणा-पंजाब में पारा चढ़ा : हरियाणा के ज्यादातर हिस्सों में रविवार को भीषण गर्मी रही, जबकि पड़ोसी राज्य पंजाब में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, नारनौल और गुरुग्राम में अधिकतम तापमान क्रमश: 43.4 और 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सिरसा और रोहतक में अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

पंजाब के अमृतसर में अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि लुधियाना में 39.2, पटियाला में 40.6, जालंधर में 39.2, पठानकोट में 38.1 और मोहाली में अधिकतम तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस रहा.

यह भी पढ़ें- IMD का अनुमान : कल से दिल्ली में फिर चलेगी लू, पूर्वोत्तर में जारी रहेगी वर्षा

बंगाल-मिजोरम में चक्रवाती तूफान : पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में चक्रवाती तूफान से दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम 50 लोग घायल हुए हैं. चक्रवात से जिले के कई इलाके प्रभावित हुए हैं. वहीं, मिजोरम के कोलासिब और मामित जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि के साथ आए तूफान से एक गिरजाघर की इमारत समेत 200 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि, तूफान में अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है.

असम में तूफान से अब तक 14 की मौत : असम में आंधी तूफान के कारण अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य में गर्मियों के मौसम में आंधी तूफान के साथ होने वाली बारिश को 'बोर्डोइसिला' कहा जाता है. अधिकारियों के अनुसार, आंधी तूफान के दौरान बिजली गिरने के कारण कई मकानों को नुकसान पहुंचा है. कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं और बिजली की लाइनें टूट गई हैं. असम में तूफान के कारण शनिवार को आठ लोगों की मौत हुई थी. राज्य में गुरुवार से जारी तूफान के कारण 12 हजार से अधिक मकानों और अन्य इमारतों को नुकसान पहुंचा है.

Last Updated : Apr 18, 2022, 12:22 PM IST
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