नई दिल्ली/जयपुर : देश के कई हिस्सों में बारिश होने के कारण मौसम विभाग ने गुरुवार को किसानों को पंजाब और हरियाणा में सरसों की फसल की कटाई टालने की सलाह दी है. इसके अलावा मौसम विभाग ने मध्य महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में किसानों को गेहूं और दालों की फसलों की कटाई भी रोकने को कहा है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत प्रदान की, लेकिन किसानों को अपनी फसलों की रक्षा के लिए हाथ-पांव मारने के लिए मजबूर कर दिया.
इसके अलावा पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बर्फबारी भी हुई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि पंजाब और हरियाणा में बारिश बंद होने तक सरसों की कटाई रोक दें. यदि फसल पहले ही काटी जा चुकी है, तो नुकसान से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर उसका भंडारण करें. इसके अलावा गेहूं की फसलों की सिंचाई भी रोक दें. मौसम विभाग कार्यालय ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में सेब, नाशपाती, बेर और आड़ू के बागों के साथ-साथ मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में फलों के बागानों की सुरक्षा के लिए ‘ओला जाल’ के उपयोग की सलाह दी है.
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राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि : राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बृहस्पतिवार को कुछ हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि हुई. मौसम विभाग के अनुसार, जयपुर ग्रामीण के आसपास के क्षेत्र, सीकर, अलवर में गुरुवार को शाम को तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हुई और कहीं-कहीं ओले पड़े. जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राज्य के ऊपर बने नये तंत्र से गुरुवार को जयपुर के पश्चिमी व उत्तरी भागों, सीकर के पूर्वी भाग, व आसपास के क्षेत्रों में मध्यम से तीव्र दर्जे का थंडरस्टोर्म (बिजली कड़ने के साथ बारिश) गतिविधियां जारी रही.
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यहां कहीं-कहीं अचानक तेज हवाओं के साथ, हल्के से मध्यम बारिश व ओलावृष्टि भी दर्ज की जा रही है. उन्होंने बताया कि राज्य में अगले एक सप्ताह मेघगर्जन के साथ कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश, अचानक तेज हवाएं व कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने की प्रबल सम्भावना है. मौसम विभाग ने किसानों को सुझाव दिया है कि वो अपनी तैयार सरसों चना, जीरा व अन्य रबी फसलों की कटाई कर उनका सुरक्षित भंडारण कर लें. विभाग की ओर से जारी परामर्श में कृषि उपज मंडियों में खुले में रखे हुए अनाज व जिंसो को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करने की सलाह दी गई है.
वहीं रबि की फसलों में सिंचाई तथा किसी भी प्रकार का रासायनिक छिड़काव बारिश की गतिविधियों को ध्यान रखने को कहा गया है. विभाग ने अचानक तेज हवाओं से सोलर पेनल को नुकसान से बचाने हेतु आवश्यक उपाय करने का सुझाव दिया गया है.
(पीटीआई-भाषा)