लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी कैबिनेट पद से इस्तीफा दे दिया है और समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफा देने के बाद कहा, मैंने दलितों, पिछड़े वर्गों, किसानों, युवाओं और व्यापारियों के खिलाफ सरकार के रवैये को ध्यान में रखते हुए योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया है. आने वाले दिनों में दर्जनों विधायक इस्तीफा देंगे.
स्वामी प्रसाद मौर्य के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनके साथ एक तस्वीर साझा की और लिखा- 'सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन.
इसके पहले उन्होंने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपते हुए अपने ट्वीट में लिखा था, माननीय राज्यपाल जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं.
कौन हैं स्वामी प्रसाद मौर्य
- यूपी सरकार में मंत्री हैं और 5 बार के विधायक हैं
- पिछड़े समाज के बड़े नेता हैं
- 80 के दशक से राजनीति में हैं
- बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं
- स्वामी प्रसाद मौर्य, जो कभी बहुजन समाज पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक थे, 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए थे.
- उन्होंने 2017 में भाजपा के टिकट पर पडरौना सीट जीती और उन्हें श्रम मंत्री बनाया गया था.