मेरठ : कोतवाली क्षेत्र के डालमपाड़ा इलाके में अचानक से लोगों के घरों की दीवारों और फर्श में दरारें आने लगी हैं. इससे स्थानीय लोगों के साथ अफसर भी हैरान हैं. इलाके के सैकड़ों परिवार टेंशन में हैं. करीब 15 से 20 दिनों से ऐसा हो रहा है. इसके पहले सब ठीकठाक था. अधिकारियों की ओर से टीम भेजकर सर्वे भी कराया जा चुका है, लेकिन सच्चाई का पता नहीं चल पाया. अब आईआईटी रुड़की की टीम से जांच कराने की तैयारी है. मंगलवार को ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची तो लोग खौफजदा नजर आए. उनके चेहरों से ऐसा लगा जैसे वे कई रातों से सोए नहीं हैं.
20 दिनों से आ रही समस्या : डालमपाड़ा इलाके में सैकड़ों घर हैं. यह शहर का काफी व्यस्त इलाका है. स्थानीय निवासी विपुल जैन ने बताया कि कई सालों से लोग यहां रह रहे हैं, लेकिन कभी कोई परेशानी नहीं आई. 15 से 20 दिनों से अचानक से दीवारों और फर्श में दरारें आने लगी हैं. पहले तो लोग कुछ समझ नहीं पाए, सभी राजमिस्त्री बुलाकर मरम्मत कराने लगे, इसके बाद पता चला कि यह समस्या तो 30 घरों की है. ऐसा नहीं है कि जर्जर मकानों में ही दरारें आईं हों, अच्छे हालत वाले मकान भी इससे प्रभावित हैं.
नगर निगम की टीम कर चुकी है जांच : स्थानीय युवा शिवम तायल ने बताया कि 25 से 30 घर एक-दूसरे से सटे हुए हैं. इन मकानों की दीवारों और फर्श में अचानक दरारें आने लगीं. इससे यहां के लोग हैरान और परेशान हैं. पहले कभी इस तरह की समस्या नहीं आई थी. अब अचानक से फर्श और दीवारों में दरारें आने लगी हैं. रोजाना किसी न किसी के घर में ऐसा हो रहा है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि जिला प्रशासन तक मामला पहुंचा तो नगर निगम की टीम से पड़ताल कराई गई थी. इसके बावजूद दरारों के आने के कारण का पता नहीं चल पाया.
दहशत में इलाके के लोग : स्थानीय निवासी शोभित गुप्ता ने बताया कि पूरे इलाके के लोग दहशत में हैं. प्रशासन को जल्द कोई कारगर कदम उठाना चाहिए, आज फर्श और दीवारों में दरारें आ रहीं हैं तो कल इसी तरह महान भी गिर सकते हैं. इससे बड़ा हादसा हो सकता है. रात में हम लोग ठीक से सो नहीं पाते हैं. सुबह उठने पर सबसे पहले अपने-अपने घरों की फर्श और दीवारों पर नजर डालते हैं. कुछ लोगों ने मिस्त्री बुलाकर दरारें भरवा ली थीं, अब फिर से उनके घरों में दरारें आने लगीं हैं. यह इलाका जिले का सबसे पुराना और ऊंचाई वाला इलाका है.
आईआईटी रुड़की की टीम करेगी जांच : डीएम दीपक मीणा ने बताया कि सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन के अफसरों की टीम वहां भेजी गई थी. एडीएम सिटी को इस पूरे मामले में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए थे. उनके द्वारा जो रिपोर्ट उपलब्ध कराई गई है, उसके आधार पर अब आईआईटी रुड़की से तकनीकी विशेषज्ञ द्वारा जांच कराने की तैयारी है. कोशिश है कि अतिशीघ्र दरारें आने की वजह सामने आ जााए. जिला प्रशासन लोगों के साथ है. हमें उनकी फिक्र है. लोगों की सुरक्षा के लिए प्रशासन बेहद गंभीर है.
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