ETV Bharat / bharat

कोविड टीकाकरण के लिए यूनिसेफ भारत को 160 मिलियन सीरिंज करेगा प्रदान

यूनिसेफ भारत को कोविड टीकाकरण (Covid vaccination) के लिए 160 मिलियन सीरिंज (syringes) प्रदान करेगा. सीरिंज की डिलीवरी सितंबर 2021 और जनवरी 2022 के बीच होने की उम्मीद है.

यूनिसेफ
यूनिसेफ
author img

By

Published : Aug 26, 2021, 4:06 PM IST

नई दिल्ली : यूनिसेफ इंडिया ( UNICEF India) ने भारत सरकार के राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान (national vaccination drive ) का समर्थन करने के लिए अनुमानित 160 मिलियन सीरिंज (syringes) खरीदने के लिए क्रिप्टो रिलीफ (Crypto Relief) के साथ 15 मिलियन अमेरिकी डालर के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, क्योंकि भारत ने कोविड 19 (COVID-19) टीकाकरण को गति दी है.

समझौते के तहत यूनिसेफ इंडिया ग्लोबल टेंडरिंग प्रोसेस (global tendering process) के माध्यम से दुनिया भर में सिरिंज निर्माताओं से रियूज प्रिवेंटेशन (Re-Use Prevention) सिरिंज खरीदेगा.

गुणवत्ता बनाए रखने के लिए केवल WHO प्रे-क्वालिफाइड मैन्यूफैक्चर (HO Pre-Qualified manufacturers) को टेंडर में भाग लेने के लिए कहा जाएगा. वैश्विक निविदा परिणामों (global tender results) के आधार पर, यूनिसेफ दुनिया भर में योग्य बोलीदाताओं (eligible bidders ) को ऑर्डर देगा. सीरिंज की डिलीवरी सितंबर 2021 से जनवरी 2022 के बीच होने की उम्मीद है.

इस बारे में यूनिसेफ इंडिया के प्रतिनिधि (UNICEF India representative) डॉ यास्मीन हक (Dr Yasmin Haque) ने कहा कि भारत का कोविड-19 टीकाकरण अभियान 18 वर्ष से अधिक आयु के 994 मिलियन से अधिक लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य है, जो दुनिया में सबसे बड़ा है. इस बड़े प्रयास में महामारी को रोकने के लिए लड़ाई को जारी रखने के लिए टीकों के रूप में कई सीरिंज की आवश्यकता होती है.

उन्होंने कहा, ' सुरक्षा और सुरक्षा चिंताओं को सुनिश्चित करने के साथ-साथ हम भारत में तेजी से टीकाकरण के लिए सीरिंज की खरीद और डिलीवरी में यूनिसेफ की विशेषज्ञता ला रहे हैं. महामारी को रोकने से बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य, नियमित टीकाकरण और पोषण सेवाओं (nutrition services) तक पहुंचने में होने वाली बाधाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी. यह पहल कोविड-19 टीकाकरण का समर्थन करने के लिए देशों को एक अरब सीरिंज के भंडारण, परिवहन और वितरित करने के यूनिसेफ के वैश्विक प्रयासों पर आधारित है.

उन्होंने कहा कि यह खरीद भारत सरकार द्वारा देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान को तेजी से ट्रैक करने के लिए टीके की खुराक और सीरिंज की अधिकतम संख्या को सुरक्षित करने के लिए चल रहे प्रयासों को जोड़ेगी.

वर्तमान में भारत सरकार ने कोविड-19 टीकों की 570 मिलियन से अधिक खुराक दी हैं और सीरिंज वर्तमान प्रयासों को जारी रखने में सहायक होगीं.

उन्होंने कहा कि भारत चीन के बाद 216 दिनों में 570 मिलियन का आंकड़ा पार करने वाला दूसरा देश है.

पढ़ें - जॉनसन एंड जॉनसन के प्रोडक्ट ORSL की बिक्री पर रोक की मांग पर FSSAI विचार करे: हाई कोर्ट

इस संबंध में क्रिप्टो रिलीफ के संस्थापक (founder of Crypto Relief) संदीप नेलवाल (Sandeep Nailwal) ने कहा कि क्रिप्टो रिलीफ का उद्देश्य भारत को महामारी से लड़ने में मदद करना और अपने सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचे (public health infrastructure) को मजबूत करना है.

यूनिसेफ के साथ इस साझेदारी ने हमें भारत सरकार को 160 मिलियन सीरिंज की आवश्यकता को पूरा करने और टीकाकरण अभियान में सरकार की सहायता करने का अवसर दिया है.

उन्होंने कहा, 'हम वैज्ञानिक अनुसंधान, वैक्सीन जागरूकता, जिला स्वास्थ्य प्रणाली दृष्टिकोण, स्वास्थ्य केंद्रों के विस्तार, स्वास्थ्य देखभाल वर्करों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों के लिए पूंजी उत्प्रेरित करके भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में फासले को दूर करने के लिए समर्पित हैं.

यूनिसेफ इंडिया द्वारा खरीदे जा रहे री-यूज प्रिवेंशन (RUP) सीरिंज एक बार इस्तेमाल करने के बाद लॉक हो जाती है और दुरुपयोग को रोकने में मदद करती है, और इसलिए संक्रामक रोगों के प्रसार को रोकते हैं.

नई दिल्ली : यूनिसेफ इंडिया ( UNICEF India) ने भारत सरकार के राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान (national vaccination drive ) का समर्थन करने के लिए अनुमानित 160 मिलियन सीरिंज (syringes) खरीदने के लिए क्रिप्टो रिलीफ (Crypto Relief) के साथ 15 मिलियन अमेरिकी डालर के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, क्योंकि भारत ने कोविड 19 (COVID-19) टीकाकरण को गति दी है.

समझौते के तहत यूनिसेफ इंडिया ग्लोबल टेंडरिंग प्रोसेस (global tendering process) के माध्यम से दुनिया भर में सिरिंज निर्माताओं से रियूज प्रिवेंटेशन (Re-Use Prevention) सिरिंज खरीदेगा.

गुणवत्ता बनाए रखने के लिए केवल WHO प्रे-क्वालिफाइड मैन्यूफैक्चर (HO Pre-Qualified manufacturers) को टेंडर में भाग लेने के लिए कहा जाएगा. वैश्विक निविदा परिणामों (global tender results) के आधार पर, यूनिसेफ दुनिया भर में योग्य बोलीदाताओं (eligible bidders ) को ऑर्डर देगा. सीरिंज की डिलीवरी सितंबर 2021 से जनवरी 2022 के बीच होने की उम्मीद है.

इस बारे में यूनिसेफ इंडिया के प्रतिनिधि (UNICEF India representative) डॉ यास्मीन हक (Dr Yasmin Haque) ने कहा कि भारत का कोविड-19 टीकाकरण अभियान 18 वर्ष से अधिक आयु के 994 मिलियन से अधिक लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य है, जो दुनिया में सबसे बड़ा है. इस बड़े प्रयास में महामारी को रोकने के लिए लड़ाई को जारी रखने के लिए टीकों के रूप में कई सीरिंज की आवश्यकता होती है.

उन्होंने कहा, ' सुरक्षा और सुरक्षा चिंताओं को सुनिश्चित करने के साथ-साथ हम भारत में तेजी से टीकाकरण के लिए सीरिंज की खरीद और डिलीवरी में यूनिसेफ की विशेषज्ञता ला रहे हैं. महामारी को रोकने से बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य, नियमित टीकाकरण और पोषण सेवाओं (nutrition services) तक पहुंचने में होने वाली बाधाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी. यह पहल कोविड-19 टीकाकरण का समर्थन करने के लिए देशों को एक अरब सीरिंज के भंडारण, परिवहन और वितरित करने के यूनिसेफ के वैश्विक प्रयासों पर आधारित है.

उन्होंने कहा कि यह खरीद भारत सरकार द्वारा देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान को तेजी से ट्रैक करने के लिए टीके की खुराक और सीरिंज की अधिकतम संख्या को सुरक्षित करने के लिए चल रहे प्रयासों को जोड़ेगी.

वर्तमान में भारत सरकार ने कोविड-19 टीकों की 570 मिलियन से अधिक खुराक दी हैं और सीरिंज वर्तमान प्रयासों को जारी रखने में सहायक होगीं.

उन्होंने कहा कि भारत चीन के बाद 216 दिनों में 570 मिलियन का आंकड़ा पार करने वाला दूसरा देश है.

पढ़ें - जॉनसन एंड जॉनसन के प्रोडक्ट ORSL की बिक्री पर रोक की मांग पर FSSAI विचार करे: हाई कोर्ट

इस संबंध में क्रिप्टो रिलीफ के संस्थापक (founder of Crypto Relief) संदीप नेलवाल (Sandeep Nailwal) ने कहा कि क्रिप्टो रिलीफ का उद्देश्य भारत को महामारी से लड़ने में मदद करना और अपने सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचे (public health infrastructure) को मजबूत करना है.

यूनिसेफ के साथ इस साझेदारी ने हमें भारत सरकार को 160 मिलियन सीरिंज की आवश्यकता को पूरा करने और टीकाकरण अभियान में सरकार की सहायता करने का अवसर दिया है.

उन्होंने कहा, 'हम वैज्ञानिक अनुसंधान, वैक्सीन जागरूकता, जिला स्वास्थ्य प्रणाली दृष्टिकोण, स्वास्थ्य केंद्रों के विस्तार, स्वास्थ्य देखभाल वर्करों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों के लिए पूंजी उत्प्रेरित करके भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में फासले को दूर करने के लिए समर्पित हैं.

यूनिसेफ इंडिया द्वारा खरीदे जा रहे री-यूज प्रिवेंशन (RUP) सीरिंज एक बार इस्तेमाल करने के बाद लॉक हो जाती है और दुरुपयोग को रोकने में मदद करती है, और इसलिए संक्रामक रोगों के प्रसार को रोकते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.