प्रयागराजः बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाये जाने की कवायद के बीच प्रयागराज में भी सरगर्मी तेज हो गयी है. कोर्ट के आदेश पर प्रयागराज पुलिस अतीक अहमद को गुजरात की जेल से लाने के लिए एक तरफ जहां साबरमती जेल पहुंची है. वहीं, दूसरी तरफ प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल में भी अतीक अहमद को अस्थायी तौर पर जेल में रखने की चाक चौबंद व्यवस्था करना शुरू कर दिया गया है. वहीं, कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जज के साथ ही पुलिस कमिश्नर को भी लेटर भेजा गया है.
इसी बीच जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी गुलाब चंद्र अग्रहरि ने पत्र लिखकर 28 मार्च को कोर्ट परिसर में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था करवाने की मांग की है. उन्होंने आशंका जतायी है कि इस गंभीर मामले में फैसला सुनाए जाने के समय कोर्ट में सुरक्षा के कड़े इंतजाम न होने पर अनहोनी हो सकती है. 28 मार्च को उमेश पाल के अपहरण से जुड़े मामले में आने वाले फैसले के दिन कोर्ट परिसर में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था किये जाने की मांग को लेकर उनकी तरफ से जिला जज के साथ ही पुलिस कमिश्नर को भी लेटर भेजा गया है.
राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल को धमकाए जाने के मामले में 2007 में मुकदमा दर्ज करवाया गया था. इस केस में माफिया अतीक अहमद के साथ ही उसका छोटा भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ समेत दस से अधिक लोग आरोपी हैं. इन सभी आरोपियों के खिलाफ 2007 में धारा 147, 148, 149, 364ए, 341, 342, 504, 506 120बी व 7 सीएलए एक्ट के तहत थाना घूमनगंज में केस दर्ज करवाया गया था. इसी मामले में 16 साल की लंबी सुनवाई के बाद अब 28 मार्च को फैसला सुनाया जाना है, जबकि इसी मामले की सुनवाई के दौरान 24 फरवरी को कोर्ट में चल रही अंतिम दौर की बहस के बाद उमेश पाल घर वपास लौटे थे, उसी वक्त उनको घेर कर मौत के घाट उतार दिया गया था.
अतीक की बैरक में सीसीटीवी लगाए गए
अतीक अहमद को प्रयागराज लाने के पहले नैनी सेंट्रल जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अतीक अहमद 27 मार्च की रात तक प्रयागराज लाया जा सकता है. कोई अनहोनी न हो इसको लेकर जेल प्रशासन पहले से ही अलर्ट है, जिस रास्ते से उसे नैनी सेंट्रल जेल ले जाया जाएगा उस पर खुफिया एजेंसियों की नजर है. सेंट्रल जेल के अंदर अतीक के लिए एक अलग से बैरक बनाया गया है. वहां पर किसी को आने जाने नहीं दिया जाएगा. जेल में लगे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में अतीक अहमद को रखा जाएगा. मिलाई करने वालों पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी. मिलाई करने वालों की गहनता से जांच की जाएगी. अतीक की बैरक में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई है. माफिया अतीक अहमद का बेटा अली पहले से ही नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. उसको लेकर भी पुलिस अलर्ट है. सूत्रों की माने तो माफिया अतीक अहमद से अली को मुलाकात नहीं कराई जाएगी.
गवाह को अगवा करने का चल रहा था केस
बसपा विधायक राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को हत्या कर दी गयी थी. इसके बाद 2007 में उमेश पाल ने प्रदेश में बसपा सरकार बनने के अतीक अहमद के खिलाफ 2006 में अपहरण करने का मुकदमा दर्ज करवाया था. उमेश पाल ने आरोप लगाया था कि उसे अतीक अहमद और उसके गुर्गों ने अगवा कर राजू पाल केस में गवाही न देने के लिए धमकाया था. इसके बाद उमेश पाल के केस में सुनवाई चल रही थी. इसी मामले में हाईकोर्ट ने 16 मार्च तक सुनवाई पूरा करने का आदेश दिया था. इसके बाद एमपी एमएलए कोर्ट में इस केस की सुनवाई तेज कर दी गयी थी.
उमेश पाल का पक्ष भी कोर्ट में पूरा हो चुका था और दूसरे पक्ष की तरफ अपने बचाव में कोर्ट में जवाब दाखिल किया जा रहा था, लेकिन उसी दौरान 24 फरवरी को कोर्ट से लौटने के बाद उमेश पाल के घर के बाहर उनकी हत्या कर दी गयी. इस मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने फैसला सुनाने के लिए 28 मार्च की तारीख तय कर दी है. इसी के तहत 28 मार्च को अतीक अहमद को कोर्ट में पेश करने के लिए उसे लाने के लिए प्रयागराज पुलिस की टीम गुजरात की साबरमती जेल पहुंच चुकी है. जहां से कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद पुलिस की टीमें अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज की लिये रवाना हो सकती है.
पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि कोर्ट के आदेश के अनुपालन के लिए माफिया अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाने के लिए पुलिस टीम साबरमती जेल पहुंच चुकी है. कानूनी कार्यवाई के साथ लिखा-पढ़ी के बाद पुलिस टीम अतीक अहमद को लेकर प्रयागराज आएगी.