मैनपुरी : यूपी के मैनपुरी में यात्रियों को नमाज पढ़वाने के आरोप में नौकरी से निकाले गए बरेली डिपो के कंडक्टर ने आत्महत्या कर ली. मामले की जानकारी परिजनों को होने के बाद घर में कोहराम मच गया. बताया जा रहा है कि कंडक्टर मोहित काफी दिनों से तनाव में था. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. फिलहाल परिजनों की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.
मामला घिरोर थाना क्षेत्र के कोसमा रेलवे फाटक के पास का है. जानकारी के अनुसार, थाना क्षेत्र के गांव नगला खुशहाली के निवासी मोहित यादव (36) पुत्र राजेंद्र यादव के गांव खुशहाली तथा कस्बा घिरोर में मकान है. उनका परिवार गांव तथा घिरोर कस्बे में दोनों जगह ही निवास करता है. मोहित परिजनों के साथ अपने गांव पर ही रुक गया था. आज वह गांव वाले मकान से कस्बे वाले मकान के लिए आ रहा था, तभी रास्ते में पड़ने वाले कोसमा रेलवे फाटक पर ट्रेन की चपेट में आने से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक मोहित यादव के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. मोहित पिछले आठ साल से यूपी रोडवेज में संविदा पर काम कर रहा था.
मिली जानकारी के अनुसार, मोहित यादव बरेली डिपो की जनरथ बस पर तैनात था. उस पर आरोप था कि उसने तीन जून की रात दिल्ली जाने वाली बस को दो यात्रियों को नमाज अदा करने के लिए रुकवाई थी. जिस पर बस के अन्य यात्रियों ने विरोध जताया था. साथ ही इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसके बाद मोहित की संविदा समाप्त कर दी गई थी.
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पुलिस के मुताबिक मोहित का शव जीआरपी को रेलवे लाइन पर मिला था. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. फिलहाल परिजनों ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है.