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दाऊद के स्लीपर सेल नेटवर्क को तोड़ने की जरूरत : पूर्व पुलिस अधिकारी - पूर्व पुलिस अधिकारी

पूर्व पुलिस अधिकारी धनराज वंजारी ने कहा है कि स्लीपर सेल के रूप में काम करने वाले नेटवर्क को समय रहते खत्म करने की जरूरत है.

पूर्व पुलिस अधिकारी धनराज वंजारी
पूर्व पुलिस अधिकारी धनराज वंजारी
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Published : Sep 21, 2021, 2:11 AM IST

मुंबई : पूर्व पुलिस अधिकारी धनराज वंजारी का कहना है कि दाऊद मुंबई सहित देश के अन्य हिस्सों में 26/11 जैसे नरसंहार को अंजाम देना चाहता था. हालांकि सुरक्षा बलों ने साजिश को नाकाम कर दिया, लेकिन इससे एक बार फिर खुलासा हुआ है कि डेविड का नेटवर्क अब भी काम कर रहा है.

पूर्व पुलिस अधिकारी ने कहा है कि स्लीपर सेल के रूप में काम करने वाले नेटवर्क को समय रहते खत्म करने की जरूरत है. वंजारी कफ परेड पुलिस थाना प्रभारी थे, जहां 26/11 हुआ था, और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के एक कार्यक्रम में मुंबई पुलिस का प्रतिनिधित्व किया था.

मुंबई से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. खुलासा हुआ है कि ये सभी कुख्यात डॉन दाऊद के गुर्गे हैं. 1993 के मुंबई बम धमाकों के करीब 28 साल बाद दाऊद का नाम फिर से सामने आया है.

पूर्व पुलिस अधिकारी धनराज वंजारी

दाऊद के आदमी उसके लिए स्लीपर सेल का काम कर रहे हैं और समय आने पर उसका इस्तेमाल किया जाता है. इससे पता चलता है कि दाऊद का नेटवर्क मुंबई समेत भारत में था और अब भी है.

वंजारी ने विचार व्यक्त किया है कि इसे समय रहते ध्वस्त करने की जरूरत है. अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा है. पाकिस्तान तालिबान सरकार के गठन का समर्थन करता है.

तालिबान की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान भारत के खिलाफ कुछ करना चाहता है. इसके लिए स्लीपर सेल को फिर से सक्रिय कर दिया गया है. पाकिस्तान दाऊद के जरिए भारत में कार्रवाई करना चाहता है. गिरफ्तार किए गए लोगों के जरिए यह बात सामने आई है.

वंजारी ने बताया कि खुफिया एजेंसियों ने समय रहते दाऊद के साथियों को पकड़ लिया है और कोशिश को नाकाम कर दिया है.

पढ़ें - जम्मू कश्मीर : नशे में लिप्त युवा, पुलिस ने की बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां

दाऊद के साथियों को खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां ​​समय से पहले ही गिरफ्तार कर चुकी हैं. वंजारी ने कहा कि उनके काम की सराहना की जानी चाहिए.

1993 के बाद जब डेविड का नाम एक आतंकी के रूप में सामने आया तो उसके साथी दूसरे धंधों में काम करने लगे. उन्होंने बिल्डरों, ड्रग तस्करों, जबरन वसूली करने वालों आदि के रूप में काम करना शुरू कर दिया.

फिल्म इंडस्ट्री में दाऊद के साथियों पर रंगदारी और ड्रग तस्करी का आरोप लगा है. इससे जो पैसा आता है और साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर से जो पैसा आता है उसका इस्तेमाल दाऊद के गिरोह का नेटवर्क चलाने में किया जाता है. वंजारी ने कहा कि खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां ​​उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मिलकर काम करती हैं.

मुंबई : पूर्व पुलिस अधिकारी धनराज वंजारी का कहना है कि दाऊद मुंबई सहित देश के अन्य हिस्सों में 26/11 जैसे नरसंहार को अंजाम देना चाहता था. हालांकि सुरक्षा बलों ने साजिश को नाकाम कर दिया, लेकिन इससे एक बार फिर खुलासा हुआ है कि डेविड का नेटवर्क अब भी काम कर रहा है.

पूर्व पुलिस अधिकारी ने कहा है कि स्लीपर सेल के रूप में काम करने वाले नेटवर्क को समय रहते खत्म करने की जरूरत है. वंजारी कफ परेड पुलिस थाना प्रभारी थे, जहां 26/11 हुआ था, और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के एक कार्यक्रम में मुंबई पुलिस का प्रतिनिधित्व किया था.

मुंबई से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. खुलासा हुआ है कि ये सभी कुख्यात डॉन दाऊद के गुर्गे हैं. 1993 के मुंबई बम धमाकों के करीब 28 साल बाद दाऊद का नाम फिर से सामने आया है.

पूर्व पुलिस अधिकारी धनराज वंजारी

दाऊद के आदमी उसके लिए स्लीपर सेल का काम कर रहे हैं और समय आने पर उसका इस्तेमाल किया जाता है. इससे पता चलता है कि दाऊद का नेटवर्क मुंबई समेत भारत में था और अब भी है.

वंजारी ने विचार व्यक्त किया है कि इसे समय रहते ध्वस्त करने की जरूरत है. अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा है. पाकिस्तान तालिबान सरकार के गठन का समर्थन करता है.

तालिबान की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान भारत के खिलाफ कुछ करना चाहता है. इसके लिए स्लीपर सेल को फिर से सक्रिय कर दिया गया है. पाकिस्तान दाऊद के जरिए भारत में कार्रवाई करना चाहता है. गिरफ्तार किए गए लोगों के जरिए यह बात सामने आई है.

वंजारी ने बताया कि खुफिया एजेंसियों ने समय रहते दाऊद के साथियों को पकड़ लिया है और कोशिश को नाकाम कर दिया है.

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दाऊद के साथियों को खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां ​​समय से पहले ही गिरफ्तार कर चुकी हैं. वंजारी ने कहा कि उनके काम की सराहना की जानी चाहिए.

1993 के बाद जब डेविड का नाम एक आतंकी के रूप में सामने आया तो उसके साथी दूसरे धंधों में काम करने लगे. उन्होंने बिल्डरों, ड्रग तस्करों, जबरन वसूली करने वालों आदि के रूप में काम करना शुरू कर दिया.

फिल्म इंडस्ट्री में दाऊद के साथियों पर रंगदारी और ड्रग तस्करी का आरोप लगा है. इससे जो पैसा आता है और साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर से जो पैसा आता है उसका इस्तेमाल दाऊद के गिरोह का नेटवर्क चलाने में किया जाता है. वंजारी ने कहा कि खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां ​​उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मिलकर काम करती हैं.

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