नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि हाल ही में हूती विद्रोहियों द्वारा अपहृत (Hijacked by Houthi rebels)किए गए संयुक्त अरब अमीरात के ध्वजवाहक पोत पर सवार सात भारतीय नाविक सुरक्षित हैं और उनका स्वास्थ्य भी बेहतर है. दरअसल, 2 जनवरी को 2022 को सात भारतीय नागरिक यूएई के ध्वजांकित जहाज रवाबी पर सवार 11 सदस्यीय चालक दल में शामिल थे, जिसे यमन के तट पर ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा अपहृत किया गया है.
राष्ट्रीय राजधानी में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Foreign Ministry spokesperson Arindam Bagchi) ने कहा कि भारत सरकार हमारे नाविकों की भलाई के लिए कई स्रोतों के संपर्क में है और हूतियों को संदेश दिया गया है कि हमारे नाविकों को जल्द ही रिहा किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूएई पोत पर सवार सात भारतीय नाविक अच्छे हालात में और सुरक्षित हैं. उनके बंदी उन्हें अपने परिवारों के साथ संवाद करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं.
इस महीने की शुरुआत में ही भारत सरकार ने हूतियों से भारतीय नाविकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें तुरंत रिहा करने का आग्रह किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम जहाज का संचालन करने वाली कंपनी के संपर्क में हैं. हम कंपनी और अन्य स्रोतों से भी समझ रहे हैं कि सभी भारतीय चालक दल के सदस्य सुरक्षित हैं. इससे पहले उन्होंने दोहराया कि भारत सरकार उनकी जल्द रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रही है.
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उन्होंने कहा कि भारत, यमन में हालिया संघर्ष को लेकर चिंतित है. इस बीच यूएनएससी में भारत ने यूएई के पोत, रवाबी की जब्ती पर गंभीर चिंता व्यक्त की है. ट्वीटर पर संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने 7 भारतीय चालक दल के सदस्यों की तत्काल रिहाई का आह्वान किया है. साथ ही मामले पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उनकी सुरक्षित वापसी और उनकी रिहाई तक हूतियों से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है.