लखनऊ : जो ज्योति मौर्य को पढ़ाने-लिखाने की बात कर रहा है वो ये तक नहीं बता सकता कि यूपीएससी में कितने पेपर होते हैं. पढ़ाने-लिखाने का मतलब बचपन से होता है आज जहां हम बैठे हैं वहां कोई किसी को बना सकता है क्या. हम लोगों ने यूपीएससी की तैयारी की वो बड़ा गुनाह हो गया है. हम आम आदमी होते तो यह सब बातें नहीं उठतीं. ऐसा ही कहना है विवादों में घिरे महोबा जिले के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे का.
मनीष दुबे का नाम आलोक मौर्य ने अपनी पत्नी पीसीएस ज्योति मौर्य के साथ जोड़ा है. सोशल मीडिया में वायरल वीडियो (Viral Video of Manish Dubey) में मनीष दुबे ने आलोक और ज्योति को लेकर कई बातें कहीं हैं. मनीष दुबे का वीडियो किसी मीडियाकर्मी ने बिना उनकी जानकारी में बनाया है. इस दौरान मनीष आलोक मौर्य और पीसीएस ज्योति मौर्य को लेकर बातें कर रहे हैं. मनीष कह रहे हैं कि जो ज्योति मौर्य को पढ़ाने-लिखाने की बात कर रहा है वो यह तक नहीं बता सकता कि यूपीएससी में कितने पेपर होते हैं. पढ़ाने-लिखाने का मतलब बचपन से होता है आज जहां हम बैठे हैं वहां कोई किसी को बना सकता है क्या?
मनीष वीडियो में बोलते हुए दिख रहे हैं कि अगर मैं और ज्योति आम व्यक्ति होते तो इस केस पर जरूर बोलते, लेकिन जिस पद पर मैं हूं, कैमरे के सामने कुछ भी बोल नहीं सकता. इस केस के कारण ज्योति के साथ-साथ मेरा भी जीना मुहाल हो गया है. हम दोनों का तो कुर्सी पर बैठना ही गुनाह हो गया है. अगर हम नॉर्मल स्कूल टीचर या क्लर्क होते तो ये कोई खबर नहीं होती. यहां बैठना ही गुनाह हो गया है. हम लोगों ने यूपीएससी की तैयारी की वो बड़ा गुनाह हो गया है. मैं सॉफ्टवेयर इंजीनियर था अब लगा रहा है कि फालतू में यहां फंस गया. उन्होंने कहा कि मैं सीधे साधे मध्यम वर्गीय परिवार से हूं. मेरे पिता इन सब चीजो को, मेरे घर में..."