लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक सतीश महाना ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया. इस पद के लिए समाजवादी पार्टी ने किसी कैंडिडेट को नहीं उतारा है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी सतीश महाना को समर्थन देने की घोषणा की है. उनका निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुना जाना तय है. उनके चुनाव का औपचारिक ऐलान मंगलवार को किया जाएगा. सोमवार को महाना के नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद व मौर्य बृजेश पाठक सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे.
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के सदस्यों ने सोमवार को शपथ ग्रहण किया. इसके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ विधायक सतीश महाना ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया. विधानसभा सदन में सत्ता पक्ष के विधायकों का बहुमत होने के चलते सतीश महाना की जीत तय है हालांकि नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी उन्हें समर्थन दिया है. इसके अलावा कांग्रेस की नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी उनके प्रस्तावक बने हैं. मंगलवार को करीब 3:00 बजे औपचारिक रूप से सतीश महाना के विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित होने का ऐलान किया जाएगा.
बता दें कि सतीश महाना 8वीं बार विधायक बने हैं. 1991 से लगातार विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं. वह पांच बार कानपुर कैंट तथा तीन बार महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए. योगी आदित्यनाथ की सरकार में वह शहरी विकास और एमएसएमई विभाग के कैबिनेट मंत्री थे. 1997 से 2002 के बीच बीजेपी के सरकारों के दौरान वह राज्यमंत्री भी रहे. सपा के शासनकाल के दौरान सतीश महाना विधानसभा में बीजेपी के उपनेता भी रहे.
बता दें कि बीजेपी ने चुनाव में पिछली विधानसभा में अध्यक्ष रहे हृदय नारायण दीक्षित का टिकट काट दिया था. पार्टी ने उनकी जगह उन्नाव की भगवंतनगर सीट से आशुतोष शुक्ला को उम्मीदवार बनाया था.
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