कीव : संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस (UN Secretary General Antonio Guterres) आज यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (antonio guterres volodymyr zelensky meeting) और विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से मुलाकात करेंगे. बता दें कि, जंग के बीच गुतारेस राष्ट्रपति जेलेंस्की से बातचीत करने के लिए बुधवार को यूक्रेन पहुंचे. इससे पहले उन्होंने मास्को में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी जिन्होंने मारियुपोल में अजोवस्ताल संयंत्र से आम लोगों को निकालने में संयुक्त राष्ट्र को शामिल करने पर सैद्धांतिक मंजूरी दी. गुतारेस ने ट्वीट किया था, मास्को का दौरा करने के बाद मैं यूक्रेन पहुंचा हूं. हम मानवीय सहायता को विस्तार देने और युद्ध क्षेत्र से लोगों को निकालने के लिए कार्य करना जारी रखेंगे. जितनी जल्दी यह युद्ध समाप्त होगा, यूक्रेन, रूस और दुनिया के लिए उतना बेहतर होगा.
रूस ने यूक्रेन पर किया साइबर हमला, माइक्रोसॉफ्ट रिपोर्ट में हुआ खुलासा : माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि रूसी सरकार समर्थित हैकरों ने पिछले कुछ समय के दौरान यूक्रेन में दर्जनों संगठनों पर साइबर हमला कर उनके डेटा को नष्ट कर दिया है और “सूचनाओं का एक अराजक माहौल पैदा कर दिया है. रिपोर्ट में कहा गया कि लगभग आधे हमले महत्वपूर्ण अवसंरचना पर किये गए और कई बारे ऐसे हमले बमबारी के साथ-साथ किए गए.
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि रूस से संबद्ध समूह मार्च 2021 से इस हमले की तैयारी कर रहे थे ताकि वे नेटवर्क को हैक कर रणनीतिक और युद्धभूमि की खुफिया सूचनाएं एकत्र कर सकें और भविष्य में उसका इस्तेमाल कर सकें. रिपोर्ट के अनुसार युद्ध के दौरान, हैकरों ने नागरिकों की विश्वसनीय जानकारी और महत्वपूर्ण सेवाओं तक पहुंच को बाधित करने का प्रयास किया है. ड्रोन कंपनी डीजेआई ने ड्रोन का दुरुपयोग रोकने के लिए रूस, यूक्रेन में कारोबार बंद किया : ड्रोन बनाने वाली कंपनी डीजेआई टेक्नोलॉजी कंपनी ने युद्ध में ड्रोन का उपयोग रोकने के लिए रूस और यूक्रेन में कारोबार अस्थाई रूप से बंद कर दिया है. युद्ध के कारण चीन द्वारा रूस में कारोबार बंद करने का यह दुर्लभ उदाहरण है.
कंपनी के अनुसार, डीजेआई विभिन्न अधिकार क्षेत्रों में अनुपालन की आवश्यकताओं का आंतरिक रूप से समीक्षा कर रहा है. मौजूदा समीक्षा लंबित रहने तक डीजेआई रूस और यूक्रेन में सभी कारोबारी गतिविधियों की समीक्षा कर रहा है. यूक्रेन पर रूस के हमले के मद्देनजर यूरोप की कई कंपनियों और ब्रांड ने रूस में अपना कारोबार बंद कर दिया है, लेकिन चीन की कंपनियां वहां कारोबार जारी रखे हुए हैं. युद्ध को लेकर चीन अभी भी रूस पर सार्वजिकन रूप से टिप्पणि करने से बच रहा है.’’
ऐसा माना जा रहा है कि यूक्रेन और रूस दोनों ही युद्ध में डीजेआई के ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं, हालांकि कंपनी का कहना है कि उसका उत्पाद (ड्रोन) सिर्फ असैन्य उपयोग के लिए है. यूक्रेन के उपप्रधानमंत्री मिखाईलो फेडेरोव ने पिछले महीने का खुला पत्र लिखकर डीजेआई से अनुरोध किया था कि वह रूस को अपने ड्रोन बेचने बंद करे क्योंकि रूस की सेना असैन्य लोगों की हत्या करने के लक्ष्य से अपनी मिसाइलें नेविगेट करने के लिए डीजेआई के उत्पादों (ड्रोन) का उपयोग कर रही है. डीजेआई के ड्रोन में लगा एरोस्कोप सिस्टम विशेष रिसिवर की मदद से क्षेत्र में उड़ान भर रहे अन्य ड्रोन और उसके ऑपरेटर का पता लगाकर उनपर नजर रखने में सक्षम है. चिंता जतायी जा रही है कि रूस की सेना संभवत: एरोस्कोप सिस्टम का उपयोग यूक्रेन के ड्रोन पायलटों पर हमला करने के लिए कर रही है.
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डीजेआई ने इन दावों का खारिज किया है कि उसने यूक्रेन की सेना का पोजिशन रूस को लीक किया है. गौरतलब है कि जर्मनी के रिटेलर मीडियामार्केट ने युद्ध में रूस द्वारा डीजेआई ड्रोन के उपयोग की बात कहते हुए इस कारण बाजार से कंपनी के उत्पादन हटाने की बात कही थी. डीजेआई ने पिछले सप्ताह एक बयान में कहा था कि उसके ड्रोन सैन्य उपयोग के लिए नहीं बने हैं और ना ही बेचे जाते हैं. उसने कहा कि वह अपने उत्पाद (ड्रोन) में हथियार जोड़ने का एक स्वर में विरोध करता है. कंपनी ने कहा, हम नुकसान पहुंचाने के लिए हमारे उत्पाद के उपयोग को कभी स्वीकार नहीं करेंगे और हम अपने काम के माध्यम से दुनिया को बेहतर बनाना जारी रखेंगे. चीन की एक अन्य कंपनी दीदी ग्लोबल (कैब कंपनी) ने भी रूस में अपना कारोबार बंद कर दिया है, लेकिन चीन के लोग इस कदम को लेकर कंपनी का बहुत विरोध कर रहे हैं.
चेर्नोबिल पर रूसी कब्जे के बाद हादसे का खतरा काफी बढ़ गया है : चेर्नोबिल में दुनिया की सबसे भीषण परमाणु आपदा के करीब 36 साल बाद, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन में परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर रूसी सैनिकों के कब्जे के बाद वहां हादसे का खतरा काफी बढ़ गया है. बारिश में अपना छाता थामे क्षतिग्रस्त संयंत्र के बाहर खड़े एजेंसी के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने कहा कि विकिरण का स्तर सामान्य है, लेकिन स्थिति अब भी स्थिर नहीं है. परमाणु संयंत्र के अधिकारियों को सतर्क रहना होगा. यूक्रेनी राजधानी की ओर बढ़ते हुए फरवरी में रूसी सैनिक चेर्नोबिल के अपवर्जन क्षेत्र में दाखिल हो गए थे. रूस के यूक्रेन की राजधानी कीव के आसपास के क्षेत्रों से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के मद्देनजर पिछले महीने के अंत में वे वहां से निकले थे. रूसी सेना अब पूर्वी यूक्रेन की ओर अपना ध्यान केन्द्रित कर रही है.
रूसी सेना के हटने के बाद से यह क्षेत्र वापस यूक्रेन के कब्जे में आ गया है और बाधित संचार बहाल कर दिया गया है. यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि एक महीने से अधिक समय तक उस पर कब्जा करने वाले रूसी लोगों ने बंदूकों के दम पर संयंत्र के कर्मचारियों को वहां रखा. इस दौरान कर्मचारी मेज के ऊपर सोते थे और उन्हें ठीक से भोजन भी नहीं मिल रहा था. गौरतलब है कि चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र पर 26 अप्रैल, 1986 में दुनिया की सबसे भीषण परमाणु दुर्घटना हुई थी, जब एक परमाणु रिएक्टर में विस्फोट के बाद रेडियोधर्मी विकिरण फैल गया था. रूस सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने क्षेत्र में स्थिति सामान्य करने और उसे सुरक्षित बनाने के लिए अरबों डालर खर्च किए थे.