अयोध्या: राम नगरी अयोध्या में 11 नवंबर को होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम 21 लाख से अधिक दीपक लगाए जाएंगे. यहां दीपक लगाए जाने का कार्य 70 फीसदी से अधिक पूरा हो चुका है. डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के छात्र-छात्राएं वालंटियर के रूप में पूरे दिन कड़ी धूप में मेहनत कर दीपों को क्रमवार सजा रहे हैं. 10 नवंबर की दोपहर तक सभी दीपकों को लगाकर तैयार कर दिए जाएगा.
6 वर्षों से मनाया जा रहा भव्य दीपोत्सव
दीपावली के मौके पर अयोध्या में राम की पैड़ी परिसर में बीते 6 वर्षों से दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. दीपावली का शुभारंभ अयोध्या से ही है. भगवान श्री राम जब लंका विजय के बाद अयोध्या पहुंचे थे. उनके आने की खुशी में अयोध्या वासियों ने दीपक जलाए और उस परंपरा को आज भी हर्ष और उल्लास के साथ देश भर में निभाया जा रहा है.
25 हजार वालांटियर जुटे हैं
बता दें कि इस बार अयोध्या की दिवाली बेहद खास है. 22 जनवरी 2024 को भगवान रामलला अपने नवनिर्मित मंदिर में विराजमान हो जाएंगे. कई दशकों की लंबी कानूनी लड़ाई और कई सदियों के संघर्ष के बाद रामलला पुनः अपने जन्म स्थान पर भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. इसलिए इस वर्ष का दीपोत्सव अयोध्या वासियों के लिए और दीपोत्सव में शामिल वालंटियर के लिए बेहद खास है. इसीलिए इस बार का न सिर्फ उत्साह दुगना है बल्कि इस बार दीपों की संख्या भी 21 लाख कर दी गई है. जिसमें 25 हजार वालंटियर दिन रात मेहनत कर इन दीपों को सजा रहे हैं. वालंटियर अभय शुक्ला और ऊष्मा तिवारी ने बताया कि वह इसे सजाने के लिए दिन भर कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
दीपों में दिखेगी राम मंदिर की आकृति
इस बार नवंबर 2023 का दीपोत्सव कार्यक्रम बेहद खास मनाया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले से ही आयोजन समिति और प्रदेश स्तर के अधिकारियों और संबंधित विभाग के मंत्रियों को निर्देश दे दिए थे कि वर्ष 2023 का दीपोत्सव बेहद भव्य रूप से मनाया जाए. जिसको लेकर पूरी अयोध्या को सजाया जा रहा है. इस बार के दीपोत्सव में भगवान राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की झलक दिखाई देगी. अयोध्या में सजावट से लेकर प्रवेश द्वार में राम मंदिर की झलक दिखाई दे रही है. मुख्य कार्यक्रम स्थल दीपोत्सव में भी राम की पैड़ी के मुख्य घाट नंबर 10 पर डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट डिपार्टमेंट के प्रोफेसर और छात्रों द्वारा विशालकाय राम मंदिर की आकृति बनाई जा रही है. जब सारे दीपक जलेंगे तो ड्रोन कैमरे की नजर से राम मंदिर की झलक लोगों को दिखाई देगी.
राम मंदिर की आकृति बनाई जा रही
बता दें कि यह वही वीआईपी घाट है. इसके ठीक सामने पिछली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर आसीन हुए थे और इस बार भी उसे वीआईपी मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई अन्य वीआईपी मौजूद रहेंगे. इस डिजाइन को बना रही अवध विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट डिपार्टमेंट की प्रोफेसर सरिता द्विवेदी ने बताया कि अगले वर्ष भगवान के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए, इस वर्ष की थीम राम मंदिर पर आधारित है. जिस पर उन्होंने कड़ी मेहनत की है और सुंदर राम मंदिर की आकृति बनाई जा रही है.