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राहुल का संसद तक साइकिल मार्च, कांग्रेस नेता बोले-सरकार को सुननी होगी आवाज

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने महंगाई और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब से संसद तक साइकिल मार्च निकाला, जिसमें विपक्ष के कई नेता भी शामिल हुए.

राहुल गांधी
राहुल गांधी
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Published : Aug 3, 2021, 10:47 AM IST

Updated : Aug 3, 2021, 4:02 PM IST

नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र में विपक्ष पेगासस जासूसी कांड, महंगाई, कृषि कानून व अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने में एकजुट दिख रहा है. आज विपक्ष सांसदों ने राहुल गांधी की अगुवाई में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब से संसद तक साइकिल मार्च निकाला.

बाद में राहुल गांधी ने ट्विटर पर साइकिल मार्च की तस्वीरें साझा कीं. साथ ही उन्होंने लिखा, 'ना हमारे चेहरे जरूरी हैं, ना हमारे नाम. बस ये जरूरी है कि हम जनप्रतिनिधि हैं- हर एक चेहरे में देश की जनता के करोड़ों चेहरे हैं जो महंगाई से परेशान है. यही हैं अच्छे दिन?'

इससे पहले, आज सुबह राहुल गांधी ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में विपक्ष के नेताओं के साथ बैठक की. जिसमें सरकार को घेरने और दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा की गई. बैठक खत्म होने के बाद विपक्ष के नेताओं ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब से संसद तक साइकिल मार्च निकाला.

राहुल गांधी का संसद तक साइकिल मार्च

बता दें कि एक हफ्ते पहले 51 वर्षीय राहुल गांधी ने किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर मार्च निकाला था. वह खुद ट्रैक्टर चलाकर संसद के पास तक पहुंचे थे. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा था, केंद्र सरकार को नए कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ेगा. ये कानून 2-3 बड़े उद्योगपतियों के लिए हैं. ये किसानों के फायदे के लिए नहीं हैं. ये काले कानून हैं. मैं किसानों के संदेश को पार्लियामेंट तक लेकर आया हूं.

  • #WATCH | Delhi: Congress leader Rahul Gandhi and other Opposition leaders ride bicycles to the Parliament, after the conclusion of their breakfast meeting. pic.twitter.com/5VF6ZJkKCN

    — ANI (@ANI) August 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इस बार कांग्रेस सांसद ने साइकिल की सवारी करके ईंधन की बढ़ती कीमतों का विरोध किया. इस दौरान राहुल ने कहा, 'साइकिल से संसद पहुंचकर हम इस मुद्दे पर सरकार का ध्‍यान आकर्षित कर सकते हैं.'

कांग्रेस का संसद मार्च

सरकार संसदीय लोकतंत्र को कमजोर कर रही : गोगोई

'ईटीवी भारत' से बात करते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने कहा, 'सरकार संसदीय लोकतंत्र को कमजोर कर रही है. सरकार संसद नहीं चलने देगी तो हम लोगों की आवाज को सड़क पर ले जाएंगे. हम साइकिल से संसद जा रहे हैं.'

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, 'पेट्रोल-डीजल की बढ़ोतरी से आम आदमी पिसा जा रहा है, मोदी और अमित शाह की सरकार सच्चाई को नहीं देख पा रही है, इसलिए विरोध के रूप में हम साइकिल से संसद जा रहे हैं.' एकजुट विपक्ष पर, उन्होंने कहा, 'यह होना चाहिए. सभी आवाजें एकजुट हैं. सरकार को हमारी बात सुननी होगी.'

भाजपा संसदीय दल की बैठक में शामिल हुए पीएम
वहीं, संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के अन्य नेताओं ने पार्टी की संसदीय दल की बैठक में हिस्सा लिया.

बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष का सदन की कार्यवाही बाधित करना संसद और संविधान का अपमान है, लोकतंत्र का अपमान है, जनता का अपमान है.

यह भी पढ़ें- किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे राहुल गांधी

संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई को शुरू हुआ, संसद ने पहले दो हफ्तों में संभावित 107 घंटों में से केवल 18 घंटे ही काम किया है. सरकारी सूत्रों का कहना है कि संसद में व्यवधानों के कारण करदाताओं के 133 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.

विपक्ष पेगासस जासूसी कांड की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार ने विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया है.

नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र में विपक्ष पेगासस जासूसी कांड, महंगाई, कृषि कानून व अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने में एकजुट दिख रहा है. आज विपक्ष सांसदों ने राहुल गांधी की अगुवाई में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब से संसद तक साइकिल मार्च निकाला.

बाद में राहुल गांधी ने ट्विटर पर साइकिल मार्च की तस्वीरें साझा कीं. साथ ही उन्होंने लिखा, 'ना हमारे चेहरे जरूरी हैं, ना हमारे नाम. बस ये जरूरी है कि हम जनप्रतिनिधि हैं- हर एक चेहरे में देश की जनता के करोड़ों चेहरे हैं जो महंगाई से परेशान है. यही हैं अच्छे दिन?'

इससे पहले, आज सुबह राहुल गांधी ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में विपक्ष के नेताओं के साथ बैठक की. जिसमें सरकार को घेरने और दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा की गई. बैठक खत्म होने के बाद विपक्ष के नेताओं ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब से संसद तक साइकिल मार्च निकाला.

राहुल गांधी का संसद तक साइकिल मार्च

बता दें कि एक हफ्ते पहले 51 वर्षीय राहुल गांधी ने किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर मार्च निकाला था. वह खुद ट्रैक्टर चलाकर संसद के पास तक पहुंचे थे. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा था, केंद्र सरकार को नए कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ेगा. ये कानून 2-3 बड़े उद्योगपतियों के लिए हैं. ये किसानों के फायदे के लिए नहीं हैं. ये काले कानून हैं. मैं किसानों के संदेश को पार्लियामेंट तक लेकर आया हूं.

  • #WATCH | Delhi: Congress leader Rahul Gandhi and other Opposition leaders ride bicycles to the Parliament, after the conclusion of their breakfast meeting. pic.twitter.com/5VF6ZJkKCN

    — ANI (@ANI) August 3, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इस बार कांग्रेस सांसद ने साइकिल की सवारी करके ईंधन की बढ़ती कीमतों का विरोध किया. इस दौरान राहुल ने कहा, 'साइकिल से संसद पहुंचकर हम इस मुद्दे पर सरकार का ध्‍यान आकर्षित कर सकते हैं.'

कांग्रेस का संसद मार्च

सरकार संसदीय लोकतंत्र को कमजोर कर रही : गोगोई

'ईटीवी भारत' से बात करते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने कहा, 'सरकार संसदीय लोकतंत्र को कमजोर कर रही है. सरकार संसद नहीं चलने देगी तो हम लोगों की आवाज को सड़क पर ले जाएंगे. हम साइकिल से संसद जा रहे हैं.'

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, 'पेट्रोल-डीजल की बढ़ोतरी से आम आदमी पिसा जा रहा है, मोदी और अमित शाह की सरकार सच्चाई को नहीं देख पा रही है, इसलिए विरोध के रूप में हम साइकिल से संसद जा रहे हैं.' एकजुट विपक्ष पर, उन्होंने कहा, 'यह होना चाहिए. सभी आवाजें एकजुट हैं. सरकार को हमारी बात सुननी होगी.'

भाजपा संसदीय दल की बैठक में शामिल हुए पीएम
वहीं, संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के अन्य नेताओं ने पार्टी की संसदीय दल की बैठक में हिस्सा लिया.

बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष का सदन की कार्यवाही बाधित करना संसद और संविधान का अपमान है, लोकतंत्र का अपमान है, जनता का अपमान है.

यह भी पढ़ें- किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे राहुल गांधी

संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई को शुरू हुआ, संसद ने पहले दो हफ्तों में संभावित 107 घंटों में से केवल 18 घंटे ही काम किया है. सरकारी सूत्रों का कहना है कि संसद में व्यवधानों के कारण करदाताओं के 133 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.

विपक्ष पेगासस जासूसी कांड की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार ने विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया है.

Last Updated : Aug 3, 2021, 4:02 PM IST
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