चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) ने शुक्रवार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित (Governor Banwarilal Purohit) को अपना इस्तीफा सौंप दिया. चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि मैंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने मुझे और कैबिनेट को नई सरकार के शपथ ग्रहण तक कार्य जारी रखने के लिए कहा है.
इससे पहले चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली कैबिनेट की अंतिम बैठक आज हुई, जिसने विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की ताकि आम आदमी पार्टी को सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त हो सके. राज्यपाल से मिलने के बाद राजभवन से बाहर आने के बाद निर्वतमान सीएम चन्नी ने कहा कि वे जनादेश का स्वागत करते हैं लेकिन साथ ही आम आदमी पार्टी से उम्मीद करते हैं कि वे कल्याणकारी योजनाओं को जारी रखेंगे.
18 सीटों पर सिमटी कांग्रेस
गौरतलब है कि 117 सदस्यीय विधानसभा में आम आदमी पार्टी ने 92 सीटें जीती जबकि कांग्रेस 18 सीटों पर सिमट गई. वहीं चरणजीत सिंह चन्नी अपनी दोनों सीटें हार गए. बरनाला जिले की भदौड़ सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार लाभ सिंह उगोके के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा. पहली बार चुनाव लड़ रहे उगोके ने चन्नी को 37,558 मतों से हराया. वहीं चमकौर साहिब से भी आम आदमी पार्टी के चरणजीत सिंह ने उन्हें लगभग 7,942 वोटों से हराया.
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प्रदेश में हार के लिए सिद्धू जिम्मेवार : रंधावा
इस अवसर पर निवर्तमान मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने प्रदेश में कांग्रेस की पराजय के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को जिम्मेवार बताया. उन्होंने कहा कि जिस पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष ही बार-बार अनुशासन भंग करते नजर आए तो उससे लोगों का पार्टी के प्रति प्रभाव काफी कम हो जाता है. रंधावा ने कहा कि ये तो पार्टी हाई कमान पर है कि वो अनुशासन भंग करने वालों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करे.