नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 (UP Assembly election 2022) में कांग्रेस के युवा घोषणापत्र के एलान के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) वाड्रा ने शुक्रवार को साफ संकेत दिया था कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा वही हैं. उनके इस बयान के बाद से न सिर्फ उनकी पार्टी बल्कि विपक्षी पार्टियों के बीच भी यह बात चर्चा का विषय बन गया था. वहीं, न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में प्रियंका ने अपने इस बयान को वापस ले लिया और कहा कि यूपी में सिर्फ वह ही पार्टी का चेहरा नहीं हैं उन्होंने वो बात बढ़ा-चढ़ा कर कह दी थी.
नई दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर यूपी चुनाव के लिए युवा घोषणापत्र जारी करने के दौरान जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि यूपी में कांग्रेस की ओर से सीएम का चेहरा कौन होगा तो उन्होंने कहा, क्या आपको उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की तरफ से कोई और चेहरा दिख रहा है?
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गठबंधन के सवाल पर कहा कि, ये दरवाजा बीजेपी के लिए बंद है, वहीं बाकी पार्टियां अगर चाहे तो हाथ बड़ा सकती हैं. सीएम चेहरे को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा कि ये पार्टी का निर्णय होता है. वो अकेला सीएम का चेहरा नहीं हैं ये फैसला पार्टी करती है. उन्होंने आगे कहा कि, आप (मीडिया) बार-बार मुझसे ये सवाल क्यों करते हैं. क्या आप बाकी अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव के प्रभारियों से भी ये सवाल करते हैं?
गठबंधन पर दिया बयान
गठबंधन के सवाल पर प्रियंका गांधी ने कहा कि, हम किसी भी तरह की चर्चा के लिए तैयार थे, लेकिन ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई और हम अकेले चुनाव लड़ रहे हैं. एक तरह से ये हमारी पार्टी के लिए अच्छा है. हमने काफी समय से UP में बहुत ज्यादा सीटों से चुनाव नहीं लड़ा है. समाजवादी पार्टी और बीजेपी एक हद तक एक ही बिसात पर खेल रहे हैं क्योंकि दोनों का फायदा उसी तरह की राजनीति से हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि, हम चुनाव पूरे दम से लड़ रहे हैं. हम महिलाओं की सुरक्षा, विकास बेरोजगारी ये मुद्दे हम उठा रहे हैं. कांग्रेस संघर्ष कर रही है उम्मीद है जनता का समर्थन भी हमें मिलेगा.
बीजेपी पर बोला हमला
प्रियंका ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि किसान आत्महत्या कर रहा है किसानों को कुचला जा रहा है जिसने कुचला उसका कुछ नहीं हो रहा है. किसानों पर मामले दर्ज किए जा रहे हैं. जाति के मुद्दे उठाए जाते है विकास की बात नहीं होती इसे राजनीतिक दल का फायदा होता है लोगों का नुकसान होता है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का उद्देश्य है कि लोगों को जागरूक बनाया जाए. हम चाहते हैं कि लोग सवाल करें कि बहुत हो गया अब विकास की बात की जाए. इतने युवा बेरोजगार हैं उनके लिए सरकार ने क्या किया? उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस सरकार ने बेरोजगार नौजवानों के लिए क्या किया है? चुनाव आता है तो कहते हैं कि 25 लाख नौकरियां देंगे, कभी ये समझाया है कि रोजगार कहां से आएगा? हमने ये कहा कि हम 20 लाख नौकरियां देंगे, हमने हवा में नहीं कहा. हमने पूरा घोषणापत्र निकाला है. प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि, मुझे उम्मीद है जो भी घोषणा हमने की है लोग उसको पढ़ेंगे और समझेंगे.
मायावती पर जताई हैरानी
वहीं, बीएसपी मुखिया मायावती पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि, मैं ये देख कर हैरान हूं कि वो चुनावों के दौरान बिल्कुल शांत हैं. चुनाव आ गया लेकिन वो सक्रिय नहीं हैं. उन्होंने कहा कि, हो सकता है उन पर बीजेपी की सरकार का दबाव हो. पांच चुनावी राज्यों और अन्य राज्यों में उनकी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्होंने असम और गोवा में प्रचार किया है. उन्होंने कहा, जो भी मेरी पार्टी मुझसे कहती है मैं करती हूं. यह पूछे जाने पर कि यूपी में कांग्रेस की गठबंधन वार्ता सफल नहीं रही और क्या अन्य राज्यों में अपने दम पर चुनाव लड़ना मॉडल होगा? प्रियंका गांधी ने जवाब दिया कि अपने दम पर चुनाव लड़ना कांग्रेस के लिए 'गतिशील नीति' होगी. उन्होंने कहा कि, मैं उत्तर प्रदेश के लिए बोल सकती हूं. हमने 2017 में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया था. इससे पहले, हमने बीएसपी के साथ गठबंधन किया था लेकिन इस बार पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी.
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बता दें, उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को अपना यूथ घोषणापत्र (Congress youth Manifesto for UP) जारी किया था. इस मौके पर राहुल और प्रियंका गांधी मौजूद थे. इसका नाम 'भर्ती विधान' रखा गया है.