अयोध्या: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित अयोध्या यात्रा में एक बड़ा परिवर्तन हो सकता है. अभी तक बताया जा रहा था कि वे 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगे, लेकिन अब चर्चा है कि पीएम 21 जनवरी की शाम को ही रामनगरी पहुंच सकते हैं. चर्चा इस बात की भी है कि प्रधानमंत्री बड़ी छावनी परिसर में तुलसी पीठाधीश्वर जगतगुरू रामभद्राचार्य के 75वें जन्मदिवस पर आयोजित अमृत महोत्सव में शामिल हो सकते हैं. सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियां प्रधानमंत्री के आगमन और पूरे कार्यक्रम को लेकर तैयारी कर रही हैं. 21 जनवरी को पीएम कब अयोध्या पहुंचेंगे, अभी यह निर्धारित नहीं है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 22 जनवरी की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले सरयू घाट पर स्नान करेंगे और उसके बाद कलश में जल भरकर पैदल ही राम जन्मभूमि की तरफ रवाना होंगे. इस बीच वह अयोध्या की छोटी देवकाली मंदिर में दर्शन कर सकते हैं. इसके बाद हनुमानगढ़ी दर्शन और फिर भक्ति पथ के जरिए प्रधानमंत्री के राम जन्मभूमि परिसर पहुंचने की चर्चा है. हालांकि इस मामले पर अभी तक जिला प्रशासन ने कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी पैदल ही सरयू घाट से राम जन्मभूमि तक कलश में जल लेकर जाएंगे, जिसको लेकर तैयारियां चल रही है.
रामभद्राचार्य ने प्रधानमंत्री को किया है अपने कार्यक्रम में आमंत्रित
प्रधानमंत्री मोदी 21 जनवरी की रात अयोध्या में कहां विश्राम करेंगे, अभी इसकी पक्की जानकारी नहीं मिल पाई है. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री के जगतगुरु रामभद्राचार्य के कार्यक्रम में शामिल होने की चर्चा पहले से ही चल रही थी. स्वयं जगतगुरू ने प्रधानमंत्री को अपने इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया था. इस बात के आसार पहले से थे कि पीएम मोदी जगतगुरू के 75वें जन्मदिवस पर आयोजित अमृत महोत्सव में शामिल हो सकते हैं.