हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी बहुआयामी रणनीति के साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया है. प्रधानमंत्री सहित शीर्ष नेताओं की बैठकों और अक्टूबर के पहले सप्ताह में उम्मीदवारों की घोषणा जैसे प्रमुख तत्वों के साथ चुनाव की ओर कदम बढ़ाने के लिए तैयार है. दो अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महबूबनगर और निजामाबाद में होने वाली जनसभाओं में हिस्सा लेंगे.
बाद में बड़े नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ खुली बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया. पार्टी के प्रमुख नेताओं ने कहा कि लोकसभा बैठकों के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जी किशन रेड्डी राज्य के नेताओं के साथ बैठक करेंगे और चुनावी गतिविधियों को अंतिम रूप देंगे. पता चला है कि पहले से तय बस यात्राओं की जगह विधानसभा क्षेत्रों में बैठकें करने का फैसला किया गया है.
मालूम हो कि पार्टी ने पीएम मोदी की बैठकों को राजनीतिक बैठकें मानने का फैसला किया है. इसलिए उन्हें प्रतिष्ठा के साथ लिया जाएगा. हालांकि प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए राज्य के नेताओं को इस महीने की 28 और 29 तारीख और अगले महीने की 2 तारीखें आवंटित की गई थीं, फिर भी अक्टूबर को प्राथमिकता दी गई. पीएम मोदी के दौरे के बाद अमित शाह और जेपी नड्डा राज्य के दो अन्य संयुक्त जिलों में बैठकें करेंगे.
पार्टी ने शुरुआत में इस महीने की 26 तारीख से 2 अक्टूबर तक 119 विधानसभा क्षेत्रों में तीन मार्गों पर बस यात्राएं करने का फैसला किया. पार्टी सूत्रों ने बताया कि इन्हें फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. बस यात्राओं के बजाय प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन या चार बैठकें करने का निर्णय लिया गया है. एक-दो दिन में बैठकों की तारीखें तय हो जाएंगी. पार्टी सूत्रों का कहना है कि पूरे प्रदेश में एक साथ बैठकें शुरू की जाएं. इनमें पार्टी के प्रमुख नेता, केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे.
बीजेपी अक्टूबर के पहले हफ्ते में उम्मीदवारों की सूची जारी करने की तैयारी में है. पार्टी नेताओं ने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र के लिए तीन या चार नामों की पहचान करने के बाद सर्वेक्षण, पार्टी नेताओं की राय और विभिन्न समीकरणों पर विचार करने के बाद उनका चयन किया जाएगा. उधर, पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने संकेत दिया है कि सभी प्रमुख नेताओं को विधानसभा चुनाव में खड़ा होना होगा. ज्ञात हो कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किशन रेड्डी सहित सभी प्रमुख नेता विधानसभा चुनाव के मैदान में खड़े होंगे.
जमीनी स्तर पर बूथवार चुनाव तैयारियों की गतिविधियां इस माह की 29 तारीख तक पूरी कर ली जाएंगी. प्रदेश नेतृत्व द्वारा नियुक्त नेता पहले से ही विधानसभा क्षेत्र के सभी बूथों की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं. वे बूथ कमेटियों और मंडल कमेटियों के साथ बैठक कर देख रहे हैं कि वे चुनाव के लिए कितनी तैयार हैं. समस्याओं के समाधान पर ध्यान केंद्रित किया. विधानसभा क्षेत्र प्रभारी अपनी प्रदेश कमेटी को खंडवार रिपोर्ट सौंपेंगे. पार्टी नेताओं का दावा है कि जमीनी स्तर से चुनावी रोडमैप तैयार करने में यह अहम प्रक्रिया होगी.