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PM Modi Greece Visit: पीएम मोदी की अपने यूनानी समकक्ष से द्विपक्षीय वार्ता, चंद्रयान-3 की सफलता को बताया मानवता की जीत - प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस के साथ मीटिंग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन के बाद अफ्रीका से सीधे यूनान पहुंचे. वे यहां प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस से मिले और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. 40 साल के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा है.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 25, 2023, 3:58 PM IST

Updated : Aug 25, 2023, 7:45 PM IST

एथेंस : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यूनान के अपने समकक्ष किरियाकोस मित्सोताकिस से मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की. पिछले 40 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यूनान यात्रा है. मित्सोताकिस ने राष्ट्रपति कैटरीना एन सकेलारोपोलू के साथ मोदी की बैठक के बाद उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इसके बाद दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.

इससे पहले, मोदी ने यूनान की राष्ट्रपति से कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता केवल भारत की ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता की जीत है. इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान अभियान की सफलता पर यूनानी राष्ट्रपति की ओर से दी गई शुभकामनाओं के लिए आभार जताया. मोदी ने कहा, "चंद्रयान-3 मिशन द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के निष्कर्षों से पूरी वैज्ञानिक बिरादरी और मानव जाति को मदद मिलेगी." उन्होंने कहा, "चंद्रयान-3 की सफलता केवल भारत की जीत नहीं है, यह पूरी मानवता की जीत है."

  • #WATCH | PM Modi talks about the success of the Chandrayaan-3 mission in his meeting with Greek President Katerina N. Sakellaropoulou in Athens

    "The success of Chandrayaan-3 is not only of India alone but it is a success for the whole of humankind... The results of the data… pic.twitter.com/LXp080KIh9

    — ANI (@ANI) August 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर' से सम्मानित पीएम मोदी : इस मौके पर पीएम मोदी को यूनान की राष्ट्रपति कैटरीना एन सकेलारोपोउलू द्वारा प्रतिष्ठित ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया. यह एक विशिष्ट सम्मान है जो भारत-यूनान साझेदारी की ताकत को दर्शाता है. यह सम्मान यूनान की राष्ट्रपति द्वारा ऐसे प्रधानमंत्रियों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने अपनी विशिष्ट पद के कारण यूनान के कद को बढ़ाने में योगदान दिया है. मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उन्हें ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति सकेलारोपोउलू और यूनान की सरकार तथा लोगों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कार्यक्रम की एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, "यह यूनान के लोगों का भारत के प्रति सम्मान दर्शाता है."

  • PM @narendramodi met @PresidencyGR Katerina Sakellaropoulou of Greece in Athens. The leaders deliberated on ways to enhance India-Greece friendship. In a special gesture, President Sakellaropoulou conferred PM Modi with 'The Grand Cross of the Order of Honour.' pic.twitter.com/vsXQGvc8Uu

    — PMO India (@PMOIndia) August 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि यह भारत-यूनान साझेदारी की ताकत को प्रतिबिंबित करने वाला एक विशेष सम्मान है. प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, प्रशस्ति में कहा गया, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सेवा में, यह सम्मान भारत के मैत्रीपूर्ण जनों को दिया गया." इसमें कहा गया कि इस यात्रा के अवसर पर यूनान सरकार भारत के प्रधानमंत्री का सम्मान करती है, जिन्होंने अपने देश को आगे बढ़ाने और उसे वैश्विक स्तर पर स्थापित करने में अथक प्रयास किए तथा जो भारत की आर्थिक प्रगति और समृद्धि के लिए व्यवस्थित रूप से कार्यरत हैं, जो बड़े सुधारों को आकार दे रहे हैं. वे ऐसे राजनेता हैं,जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों में पर्यावरण सुरक्षा व जलवायु परिवर्तन के विषय को उच्च प्राथमिकता दिलवाई है.

बता दें कि 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर' की स्थापना 1975 में की गई थी. सितारे के आमुख पर देवी अथेना चित्र अंकित है. इसके साथ 'ओनली द राइचस शुड बी ऑनर्ड' (केवल सत्यनिष्ठ व्यक्तियों का सम्मान हो) इबारत उकेरी हुई है. प्रधानमंत्री मोदी ने यूनान में अपने कार्यक्रमों की शुरुआत एथेंस में अज्ञात सैनिकों के मकबरे पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की. पिछले 40 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूनान की यह पहली यात्रा है. किसी शीर्ष भारतीय राजनेता की यूनान की आखिरी यात्रा सितंबर 1983 में हुई थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश की यात्रा की थी. इसके बाद उन्हें एक समारोह में ‘सलामी गारद’ पेश किया गया.

प्रवासी भारतीयों ने किया स्वागत : ढोल-नगाड़ों की थाप और ‘वंदे मातरम’ के नारों के बीच प्रधानमंत्री मोदी का एथेंस में उनके होटल के बाहर बड़ी संख्या में एकत्र हुए प्रवासी भारतीयों ने जोरदार स्वागत किया. तिरंगा थामे वहां खड़े कई लोगों ने प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी ली, उनसे ऑटोग्राफ लिए तथा उनसे हाथ भी मिलाया.

पढ़ें : PM Modi Greece visit: पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के बाद एथेंस पहुंचे

प्रधानमंत्री मोदी ने यूनान में अपने कार्यक्रमों की शुरुआत एथेंस में अज्ञात सैनिकों के मकबरे पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की. पिछले 40 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूनान की यह पहली यात्रा है. इसके बाद उन्हें एक समारोह में ‘सलामी गारद’ पेश किया गया. मोदी, यूनान के प्रधानमंत्री मित्सोताकिस के निमंत्रण पर यहां आए हैं. वह दक्षिण अफ्रीका से यहां यूनान की राजधानी पहुंचे. दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया और विश्व के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं ताकि उनके देशों के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत बनाया जा सके.

यूनान के विदेश मंत्री जॉर्ज गेरापेट्रिटिस ने हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से प्रधानमंत्री का स्वागत किया. यूनान के इस प्राचीन शहर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ‘गुमनाम सैनिकों के मकबरे’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की. भारत के किसी शीर्ष नेतृत्व की यूनान की आखिरी उच्चस्तरीय यात्रा सितंबर 1983 में हुई थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश की यात्रा की थी. गुमनाम सैनिकों का मकबरा एथेंस में सिंटाग्मा स्क्वायर में स्थित एक युद्ध स्मारक है, जो पुराने रॉयल पैलेस के सामने है. यह विभिन्न युद्धों के दौरान मारे गए यूनान के सैनिकों को समर्पित है.

(पीटीआई भाषा)

एथेंस : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यूनान के अपने समकक्ष किरियाकोस मित्सोताकिस से मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की. पिछले 40 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यूनान यात्रा है. मित्सोताकिस ने राष्ट्रपति कैटरीना एन सकेलारोपोलू के साथ मोदी की बैठक के बाद उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इसके बाद दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.

इससे पहले, मोदी ने यूनान की राष्ट्रपति से कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता केवल भारत की ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता की जीत है. इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान अभियान की सफलता पर यूनानी राष्ट्रपति की ओर से दी गई शुभकामनाओं के लिए आभार जताया. मोदी ने कहा, "चंद्रयान-3 मिशन द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के निष्कर्षों से पूरी वैज्ञानिक बिरादरी और मानव जाति को मदद मिलेगी." उन्होंने कहा, "चंद्रयान-3 की सफलता केवल भारत की जीत नहीं है, यह पूरी मानवता की जीत है."

  • #WATCH | PM Modi talks about the success of the Chandrayaan-3 mission in his meeting with Greek President Katerina N. Sakellaropoulou in Athens

    "The success of Chandrayaan-3 is not only of India alone but it is a success for the whole of humankind... The results of the data… pic.twitter.com/LXp080KIh9

    — ANI (@ANI) August 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर' से सम्मानित पीएम मोदी : इस मौके पर पीएम मोदी को यूनान की राष्ट्रपति कैटरीना एन सकेलारोपोउलू द्वारा प्रतिष्ठित ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया. यह एक विशिष्ट सम्मान है जो भारत-यूनान साझेदारी की ताकत को दर्शाता है. यह सम्मान यूनान की राष्ट्रपति द्वारा ऐसे प्रधानमंत्रियों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने अपनी विशिष्ट पद के कारण यूनान के कद को बढ़ाने में योगदान दिया है. मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उन्हें ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति सकेलारोपोउलू और यूनान की सरकार तथा लोगों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कार्यक्रम की एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, "यह यूनान के लोगों का भारत के प्रति सम्मान दर्शाता है."

  • PM @narendramodi met @PresidencyGR Katerina Sakellaropoulou of Greece in Athens. The leaders deliberated on ways to enhance India-Greece friendship. In a special gesture, President Sakellaropoulou conferred PM Modi with 'The Grand Cross of the Order of Honour.' pic.twitter.com/vsXQGvc8Uu

    — PMO India (@PMOIndia) August 25, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि यह भारत-यूनान साझेदारी की ताकत को प्रतिबिंबित करने वाला एक विशेष सम्मान है. प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, प्रशस्ति में कहा गया, "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सेवा में, यह सम्मान भारत के मैत्रीपूर्ण जनों को दिया गया." इसमें कहा गया कि इस यात्रा के अवसर पर यूनान सरकार भारत के प्रधानमंत्री का सम्मान करती है, जिन्होंने अपने देश को आगे बढ़ाने और उसे वैश्विक स्तर पर स्थापित करने में अथक प्रयास किए तथा जो भारत की आर्थिक प्रगति और समृद्धि के लिए व्यवस्थित रूप से कार्यरत हैं, जो बड़े सुधारों को आकार दे रहे हैं. वे ऐसे राजनेता हैं,जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों में पर्यावरण सुरक्षा व जलवायु परिवर्तन के विषय को उच्च प्राथमिकता दिलवाई है.

बता दें कि 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर' की स्थापना 1975 में की गई थी. सितारे के आमुख पर देवी अथेना चित्र अंकित है. इसके साथ 'ओनली द राइचस शुड बी ऑनर्ड' (केवल सत्यनिष्ठ व्यक्तियों का सम्मान हो) इबारत उकेरी हुई है. प्रधानमंत्री मोदी ने यूनान में अपने कार्यक्रमों की शुरुआत एथेंस में अज्ञात सैनिकों के मकबरे पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की. पिछले 40 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूनान की यह पहली यात्रा है. किसी शीर्ष भारतीय राजनेता की यूनान की आखिरी यात्रा सितंबर 1983 में हुई थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश की यात्रा की थी. इसके बाद उन्हें एक समारोह में ‘सलामी गारद’ पेश किया गया.

प्रवासी भारतीयों ने किया स्वागत : ढोल-नगाड़ों की थाप और ‘वंदे मातरम’ के नारों के बीच प्रधानमंत्री मोदी का एथेंस में उनके होटल के बाहर बड़ी संख्या में एकत्र हुए प्रवासी भारतीयों ने जोरदार स्वागत किया. तिरंगा थामे वहां खड़े कई लोगों ने प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी ली, उनसे ऑटोग्राफ लिए तथा उनसे हाथ भी मिलाया.

पढ़ें : PM Modi Greece visit: पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के बाद एथेंस पहुंचे

प्रधानमंत्री मोदी ने यूनान में अपने कार्यक्रमों की शुरुआत एथेंस में अज्ञात सैनिकों के मकबरे पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की. पिछले 40 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूनान की यह पहली यात्रा है. इसके बाद उन्हें एक समारोह में ‘सलामी गारद’ पेश किया गया. मोदी, यूनान के प्रधानमंत्री मित्सोताकिस के निमंत्रण पर यहां आए हैं. वह दक्षिण अफ्रीका से यहां यूनान की राजधानी पहुंचे. दक्षिण अफ्रीका में उन्होंने 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया और विश्व के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं ताकि उनके देशों के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत बनाया जा सके.

यूनान के विदेश मंत्री जॉर्ज गेरापेट्रिटिस ने हवाई अड्डे पर गर्मजोशी से प्रधानमंत्री का स्वागत किया. यूनान के इस प्राचीन शहर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ‘गुमनाम सैनिकों के मकबरे’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की. भारत के किसी शीर्ष नेतृत्व की यूनान की आखिरी उच्चस्तरीय यात्रा सितंबर 1983 में हुई थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश की यात्रा की थी. गुमनाम सैनिकों का मकबरा एथेंस में सिंटाग्मा स्क्वायर में स्थित एक युद्ध स्मारक है, जो पुराने रॉयल पैलेस के सामने है. यह विभिन्न युद्धों के दौरान मारे गए यूनान के सैनिकों को समर्पित है.

(पीटीआई भाषा)

Last Updated : Aug 25, 2023, 7:45 PM IST
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