नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पुडुच्चेरी में दो दिवसीय 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का वर्चुअल उद्घाटन किया. यह महोत्सव स्वामी विवेकानंद की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस पर 12 जनवरी से शुरू हुआ है.
इस दौरान उन्होंने ओपन एयर थियेटर युक्त एक प्रेक्षागृह पेरुनथलैवर कामराजर मनीमण्डपम का उद्घाटन किया, जिसे लगभग 23 करोड़ रुपये की लागत से पुडुचेरी सरकार ने निर्मित किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के एक प्रौद्योगिकी केंद्र का भी उद्घाटन किया. इसे लगभग 122 करोड़ रुपये के निवेश से पुडुचेरी में स्थापित किया गया है.
इस दौरान उन्होंने कहा, हम इसी वर्ष श्री ऑरबिंदो की 150वीं जयंती मना रहे हैं और इस साल महाकवि सुब्रमण्य भारती जी की भी 100वीं पुण्य तिथि है. इन दोनों मनीषियों का, पुदुचेरी से खास रिश्ता रहा है. ये दोनों एक दूसरे की साहित्यिक और आध्यात्मिक यात्रा के साझीदार रहे हैं. आज भारत, भारत को आशा की नजर से देख रहा है क्योंकि भारत के लोग, दिमाग, क्षमता और सपने सभी युवा हैं. भारत युवा है क्योंकि भारत के विजन ने हमेशा आधुनिकीकरण को स्वीकार किया है.
उन्होंने कहा, विश्व ने इस बात को माना है कि आज भारत के साथ दो असीम शक्तियां हैं. 1- डेमोग्राफी 2- डेमोक्रेसी, जिस देश के पास जितनी युवा जनसंख्या है उसके सामर्थ्य को उतना ही बड़ा माना जाता है. भारत के युवाओं के पास डेमोग्राफिक डिविडेंड के साथ साथ लोकतांत्रिक मूल्य भी हैं, उनका डेमोक्रेटिक डिविडेंड भी अतुलनीय है. भारत अपने युवाओं को डेमोग्राफिक डिविडेंड के साथ साथ डवलपमेंट ड्राइवर भी मानता है.
पीएम मोदी ने कहा, पआज भारत के युवा में अगर टेक्नालजी का चार्म है, तो लोकतंत्र की चेतना भी है. आज भारत के युवा में अगर श्रम का सामर्थ्य है, तो भविष्य की स्पष्टता भी है. इसीलिए, भारत आज जो कहता है, दुनिया उसे आने वाले कल की आवाज़ मानती है. आज भारत जो सपने देखता है, संकल्प लेता है उसमें भारत के साथ-साथ विश्व का भविष्य दिखाई देता है. भारत के इस भविष्य का, दुनिया के भविष्य का निर्माण आज हो रहा है.
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श्री अरबिंदो ने कहा था - एक बहादुर, स्पष्टवादी, साफ दिल, साहसी और महत्वाकांक्षी युवा ही एकमात्र नींव है जिस पर भविष्य के राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है. उनका यह कथन आधुनिक युग में भारत के युवाओं के लिए जीवन मंत्र की तरह काम कर रहा है. युवाओं में पारंपरिक जटिलताओं को दूर करने की क्षमता है.
इसी के साथ राष्ट्रीय युवा सम्मेलन में युवाओं को जलवायु परिवर्तन, तकनीक, नयी पहल, राष्ट्र निर्माण जैसे सामयिक मसलों पर अपनी बात रखने का मौका मिलेगा. महोत्सव के दौरान प्रतिभागियों को ओरोविले के दर्शन भी कराये जाएंगे. इसके अलावा वे देश भर के विभिन्न देशी खेलों और लोक नृत्यों का भी आनंद ले सकेंगे.