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फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन की कोविड वैक्सीन ओमीक्रोन के खिलाफ कम प्रभावी : स्टडी - pseudovirus engineered

कोविड के ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron variants of Kovid ) ने चिंता बढ़ा दी है, जो अब तक 77 देशों में फैल चुका है. बताया जा रहा है कि इस नए वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 36 म्यूटेंट तक बन सकते हैं और ओमीक्रोन वेरिएंट के बारे में सबसे भयावह बात यह बताई जा रही है कि इस वेरिएंट पर वैक्सीन भी काम नहीं करती है.

Kovid vaccine less effective against Omicron
Kovid vaccine less effective against Omicron
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Published : Dec 15, 2021, 4:58 PM IST

न्यूयॉर्क : अमेरिकी दवा निर्माता फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा कोविड-19 के खिलाफ विकसित वैक्सीन नए सुपर म्यूटेंट ओमीक्रोन वेरिएंट (Omicron variant ) के खिलाफ कम प्रभावी साबित हुई हैं. कोविड के ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron variants of Kovid ) ने चिंता बढ़ा दी है, जो अब तक 77 देशों में फैल चुका है. बताया जा रहा है कि इस नए वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 36 म्यूटेंट तक बन सकते हैं और ओमीक्रोन वेरिएंट के बारे में सबसे भयावह बात यह बताई जा रही है कि इस वेरिएंट पर वैक्सीन भी काम नहीं करती है.

मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल (एमजीएच), हार्वर्ड और एमआईटी के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में उन लोगों के रक्त का परीक्षण किया गया, जिन्होंने ओमिक्रोन वेरिएंट (Omicron variant) के समान एक स्यूडोवायरस इंजीनियर्ड (pseudovirus engineered ) के खिलाफ मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन और फाइजर/बायोएनटेक टीके प्राप्त किए.

इनमें ऐसे व्यक्ति शामिल थे, जिन्हें हाल ही में टीका लगाया गया था या जिन्होंने हाल ही में बूस्टर खुराक ली थी और उन्हें पहले सार्स-सीओवी-2 संक्रमण भी था. प्रीप्रिंट मेम्रेडक्सिव पर पोस्ट किए गए निष्कर्ष, जिसका अर्थ है कि अभी तक स्टडी की पूर्ण समीक्षा नहीं की गई है, उसने दिखाया कि अधिकांश टीकाकरण वाले व्यक्तियों में ओमीक्रोन वेरिएंट का निष्प्रभावीकरण अनभियोग (जिसे पहचाना न जा सके) था.

बोस्टन में पैथोलॉजी विभाग में एमजीएच विल्फ्रेडो एफ. गार्सिया-बेलट्रान ने कहा, "अध्ययन से पता चलता है कि एमआरएनए-1273 (मॉडर्ना), बीएनटी162बी2 (फाइजर-बायोएनटेक) या एड26.सीओवी2.एस (जॉनसन एंड जॉनसन) के साथ प्राथमिक टीकाकरण श्रृंखला के बाद ओमीक्रोन वैक्सीन-प्रेरित प्रतिरक्षा से काफी हद तक बच जाता है और इन व्रिटो में बढ़ी हुई संक्रामकता को प्रदर्शित करता है."

पढ़ेंः West Bengal : सात साल का बच्चा मिला ओमीक्रोन से संक्रमित, राज्य में पहला मामला

टीम ने यह भी पाया कि ओमीक्रोन वेरिएंट स्यूडोवायरस परीक्षण किए गए किसी भी अन्य वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है. कुल मिलाकर, यह अध्ययन अत्यधिक भिन्न सार्स-सीओवी-2 वेरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी प्रतिक्रियाओं को बेअसर करने के लिए बूस्टर के महत्व पर प्रकाश डालता है.

स्टडी के परिणाम हाल ही में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा प्रकाशित अन्य अध्ययनों के अनुरूप हैं, जिन्होंने कहा कि उन्होंने पाया कि दो-खुराक फाइजर और एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन रेजिमेंस नए वेरिएंट के खिलाफ पर्याप्त न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी को प्रेरित नहीं करते हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 68,89,025 वैक्सीन की खुराक देने के साथ ही भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज आज सुबह 7 बजे तक अंतिम रिपोर्ट के अनुसार 134.61 करोड़ के अहम पड़ाव से अधिक हो गया है. इस उपलब्धि को 1,41,10,887 टीकाकरण सत्रों के जरिये प्राप्त किया गया है.

(आईएएनएस)

न्यूयॉर्क : अमेरिकी दवा निर्माता फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा कोविड-19 के खिलाफ विकसित वैक्सीन नए सुपर म्यूटेंट ओमीक्रोन वेरिएंट (Omicron variant ) के खिलाफ कम प्रभावी साबित हुई हैं. कोविड के ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron variants of Kovid ) ने चिंता बढ़ा दी है, जो अब तक 77 देशों में फैल चुका है. बताया जा रहा है कि इस नए वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 36 म्यूटेंट तक बन सकते हैं और ओमीक्रोन वेरिएंट के बारे में सबसे भयावह बात यह बताई जा रही है कि इस वेरिएंट पर वैक्सीन भी काम नहीं करती है.

मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल (एमजीएच), हार्वर्ड और एमआईटी के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में उन लोगों के रक्त का परीक्षण किया गया, जिन्होंने ओमिक्रोन वेरिएंट (Omicron variant) के समान एक स्यूडोवायरस इंजीनियर्ड (pseudovirus engineered ) के खिलाफ मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन और फाइजर/बायोएनटेक टीके प्राप्त किए.

इनमें ऐसे व्यक्ति शामिल थे, जिन्हें हाल ही में टीका लगाया गया था या जिन्होंने हाल ही में बूस्टर खुराक ली थी और उन्हें पहले सार्स-सीओवी-2 संक्रमण भी था. प्रीप्रिंट मेम्रेडक्सिव पर पोस्ट किए गए निष्कर्ष, जिसका अर्थ है कि अभी तक स्टडी की पूर्ण समीक्षा नहीं की गई है, उसने दिखाया कि अधिकांश टीकाकरण वाले व्यक्तियों में ओमीक्रोन वेरिएंट का निष्प्रभावीकरण अनभियोग (जिसे पहचाना न जा सके) था.

बोस्टन में पैथोलॉजी विभाग में एमजीएच विल्फ्रेडो एफ. गार्सिया-बेलट्रान ने कहा, "अध्ययन से पता चलता है कि एमआरएनए-1273 (मॉडर्ना), बीएनटी162बी2 (फाइजर-बायोएनटेक) या एड26.सीओवी2.एस (जॉनसन एंड जॉनसन) के साथ प्राथमिक टीकाकरण श्रृंखला के बाद ओमीक्रोन वैक्सीन-प्रेरित प्रतिरक्षा से काफी हद तक बच जाता है और इन व्रिटो में बढ़ी हुई संक्रामकता को प्रदर्शित करता है."

पढ़ेंः West Bengal : सात साल का बच्चा मिला ओमीक्रोन से संक्रमित, राज्य में पहला मामला

टीम ने यह भी पाया कि ओमीक्रोन वेरिएंट स्यूडोवायरस परीक्षण किए गए किसी भी अन्य वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है. कुल मिलाकर, यह अध्ययन अत्यधिक भिन्न सार्स-सीओवी-2 वेरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी प्रतिक्रियाओं को बेअसर करने के लिए बूस्टर के महत्व पर प्रकाश डालता है.

स्टडी के परिणाम हाल ही में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा प्रकाशित अन्य अध्ययनों के अनुरूप हैं, जिन्होंने कहा कि उन्होंने पाया कि दो-खुराक फाइजर और एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन रेजिमेंस नए वेरिएंट के खिलाफ पर्याप्त न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी को प्रेरित नहीं करते हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 68,89,025 वैक्सीन की खुराक देने के साथ ही भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज आज सुबह 7 बजे तक अंतिम रिपोर्ट के अनुसार 134.61 करोड़ के अहम पड़ाव से अधिक हो गया है. इस उपलब्धि को 1,41,10,887 टीकाकरण सत्रों के जरिये प्राप्त किया गया है.

(आईएएनएस)

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