मेरठ : राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष हीरा ठाकुर ने कहा कि लखीमपुर खीरी में जो लोग मारे गए वो किसान नहीं थे. घटना करने वाले बाहरी थे. कहा कि किसी के कहने से कुछ नहीं होता. जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं. जो भी दोषी होगा, उनपर कार्रवाई होगी. पूर्व की सपा सरकार पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि हम पहले की सरकार की तरह कब्रिस्तानों की दीवार नहीं बनवाएंगे.
सरकारी योजनाओं से बिचौलियों का रोल खत्म
राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष हीरा ठाकुर बुधवार को मेरठ पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने विभागीय अफसरों संग आवश्यक बैठक की. कहा कि सरकार ने बिचौलियों का रोल सरकारी योजनाओं से खत्म कर दिया है.
दफ्तरों के नहीं लगाने पड़ते चक्कर
उन्होंने कहा कि चाहे छात्रों को छात्रवृत्ति की बात हो या अन्य किसी योजना की बात, सभी योजनाओं को बेहतर ढंग से संचालित किया जा रहा है. मीडिया से बातचीत के दौरान हीरा ठाकुर ने कहा कि अब सरकारी योजनाओं में दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते.
'लखीमपुर खीरी में मारे गए किसान नहीं थे'
मीडिया से बातचीत करते हुए लखीमपुर खीरी की घटना पर उन्होंने अपना बयान दिया कि जो लोग लखीमपुर खीरी में मारे गए वो किसान थे ही नहीं. कहा कि जिन्होंने घटना की वो भी बाहरी थे.
राकेश टिकैत पर भी हुए हमलावर
इतना ही नहीं, जितने भी किसान हैं वो खेती कर रहे हैं. जो किसान नहीं हैं, वह बॉर्डर पर बैठे हैं. इंकलाब कर रहे हैं. उनका निशाना दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों व उनके कार्यकर्ताओं की ओर था. इस दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर भी वो हमलावर रहे.
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पिछड़ा वर्ग के उपाध्यक्ष ने कोरोनाकाल को महंगाई के लिए जिम्मेदार मानते हुए कहा कि जहां दो वर्ष से संसाधन बंद हों, जहाज बंद हों, वहां महंगाई तो होगी ही. बेरोजगारी भी आएगी. पिछड़ा वर्ग के उपाध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में महंगाई पर भी नकेल कसी जाएगी.
उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर तमाम आरोप भी लगाए. कहा कि भाजपा लोकतांत्रिक व्यवस्था पर विश्वास रखती है जबकि बाकी दलों में परिवार-वाद हावी है.