नई दिल्ली: सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देने के बाद सोमवार को राज्य सभा की कार्यवाही उनके सम्मान में एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई. सुबह 10 बजे राज्य सभा की कार्यवाही आरंभ होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने लता मंगेशकर के निधन का जिक्र किया. सदस्यों ने कुछ क्षणों का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद नायडू ने उनके सम्मान में सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी. कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा फिर से शुरू की गई.
संगीत की दुनिया में लता मंगेशकर की उल्लेखीय भूमिका को याद करते हुए नायडू ने कहा कि उनके निधन से एक युग का अंत हो गया और देश को अपूरणीय क्षति हुई है. उन्होंने कहा कि पिछले सात दशकों में लता मंगेशकर ने 36 भाषाओं सहित कुछ विदेशी भाषाओं में भी 25 हजार से अधिक गाने गाए और देश व दुनिया को अपनी मधुर आवाज से मंत्रमुग्ध किया. उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर 1999 से 2005 तक राज्य सभा की मनोनीत सदस्य रही थीं.
लता मंगेशकर का रविवार को मुबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया था. वह 92 वर्ष की थीं. मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. लता मंगेशकर के सम्मान में सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित करने के साथ ही नायडू ने कहा कि आज शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं होगा और सदन की कार्यवाही आरंभ होने के बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लोकसभा सदस्य असदुद्दीन औवेसी की गाड़ी पर उत्तर प्रदेश में हुए हमले के संदर्भ में एक बयान भी देंगे.