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BDO पर 'हमला' करने के आरोप में ओडिशा बीजेपी विधायक गिरफ्तार

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Published : May 2, 2022, 7:52 AM IST

प्रखंड विकास अधिकारी के साथ मारपीट करने के आरोप में भाजपा विधायक सुभाष चंद्र पाणिग्रही को उनके सरकारी आवास से ओडिशा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमा गया है. भाजपा का आरोप है कि विधायक ने भी बीडीओ के खिलाफ अभद्रता की शिकायत की थी परंतु पुलिस ने अभी तक बीडीओ के खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया.

भाजपा विधायक सुभाष चंद्र पाणिग्रही
भाजपा विधायक सुभाष चंद्र पाणिग्रही

भुवनेश्वर: ओडिशा पुलिस ने रविवार को देवगढ़ जिले में एक प्रखंड विकास अधिकारी के साथ मारपीट करने के आरोप में भाजपा विधायक सुभाष चंद्र पाणिग्रही को उनके सरकारी आवास से गिरफ्तार किया है. शनिवार को भालियागुड़ा गांव में तिलीबनी बीडीओ कृष्णचंद्र दलपति पर जानलेवा हमला किया था. बीडीओ दलपति ने देवगढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया था कि विधायक और उनके सहयोगियों ने बीडीओ कार्यालय के पास उस पर हमला किया. विधायक ने आरोप लगाया कि जब वह उनके दफ्तर गए तब बीडीओ उपस्थित नहीं था. उस पर बीडीओ ने सफाई दी कि वह अधिकारियों के साथ मीटिंग में व्यस्त थे.

शिकायत के अनुसार, विधायक और उनके सहयोगियों द्वारा पीटे जाने और लात मारने के बाद, बीडीओ के चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर चोटें आईं. विधायक पाणिग्रही ने उसी पुलिस स्टेशन में बीडीओ के खिलाफ एक काउंटर केस भी दर्ज कराई. केस के अनुसार बीडीओ दलपति ने उनके साथ बदसलूकी की. मीडिया से बातचीत में देवगढ़ के एसपी राज किशोर पैकरे ने कहा कि पुलिस ने बी़डीओ व विधायक की शिकायत के आधार पर दो मामले दर्ज किए हैं. बीडीओ पर हुए हमले की जांच भी शुरू कर दी है. ओडिशा भाजपा के प्रवक्ता गोलक महापात्र ने पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि यह पूर्व नियोजित था. विधायक ने सबसे पहले प्राथमिकी दर्ज कराई थी. उसमें विधायक ने आरोप लगाया था कि बीडीओ ने सार्वजनिक स्थल पर उनका कॉलर पकड़ा और उनके साथ दुर्व्यवहार किया. पुलिस ने बीडीओ दलपति के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है.

सत्तारूढ़ बीजद ने कहा कि कानून को अपना काम करना चाहिए. ड्यूटी के दौरान सरकारी कर्मचारी पर हमला करना उचित नहीं है. पुलिस ने सही फैसला लिया है. विधायक और बीडीओ द्वारा दर्ज की गई शिकायतों के आधार पर पुलिस जांच कर रही है. विधायक की गिरफ्तारी के विरोध में, अन्य विधायकों और पार्टी समर्थकों ने देवगढ़ थाने के बाहर धरना दिया और 12 घंटे का देवगढ़ बंद बुलाया. बता दें कि इस साल ओडिशा में विधायक या जनप्रतिनिधि की गिरफ्तारी का यह पहला मामला नहीं है. बालूगांव के सत्तारूढ़ बीजद विधायक प्रशांत जगदेव को मार्च में जेल भेज दिया गया था, जब उनकी कार पंचायत चुनावों के दौरान भीड़ को कुचली थी, जिससे कई लोग घायल हो गए थे. जनवरी में, केंद्रीय जनजातीय मामलों और जल राज्य मंत्री शक्ति बिश्वेश्वर टुडू पर जिला योजना बोर्ड के उप निदेशक अश्विनी मलिक और सहायक निदेशक देबाशीष महापात्र के साथ मयूरभंज जिले में उनके कार्यालय में मारपीट करने का भी आरोप है.

भुवनेश्वर: ओडिशा पुलिस ने रविवार को देवगढ़ जिले में एक प्रखंड विकास अधिकारी के साथ मारपीट करने के आरोप में भाजपा विधायक सुभाष चंद्र पाणिग्रही को उनके सरकारी आवास से गिरफ्तार किया है. शनिवार को भालियागुड़ा गांव में तिलीबनी बीडीओ कृष्णचंद्र दलपति पर जानलेवा हमला किया था. बीडीओ दलपति ने देवगढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें दावा किया गया था कि विधायक और उनके सहयोगियों ने बीडीओ कार्यालय के पास उस पर हमला किया. विधायक ने आरोप लगाया कि जब वह उनके दफ्तर गए तब बीडीओ उपस्थित नहीं था. उस पर बीडीओ ने सफाई दी कि वह अधिकारियों के साथ मीटिंग में व्यस्त थे.

शिकायत के अनुसार, विधायक और उनके सहयोगियों द्वारा पीटे जाने और लात मारने के बाद, बीडीओ के चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों पर चोटें आईं. विधायक पाणिग्रही ने उसी पुलिस स्टेशन में बीडीओ के खिलाफ एक काउंटर केस भी दर्ज कराई. केस के अनुसार बीडीओ दलपति ने उनके साथ बदसलूकी की. मीडिया से बातचीत में देवगढ़ के एसपी राज किशोर पैकरे ने कहा कि पुलिस ने बी़डीओ व विधायक की शिकायत के आधार पर दो मामले दर्ज किए हैं. बीडीओ पर हुए हमले की जांच भी शुरू कर दी है. ओडिशा भाजपा के प्रवक्ता गोलक महापात्र ने पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि यह पूर्व नियोजित था. विधायक ने सबसे पहले प्राथमिकी दर्ज कराई थी. उसमें विधायक ने आरोप लगाया था कि बीडीओ ने सार्वजनिक स्थल पर उनका कॉलर पकड़ा और उनके साथ दुर्व्यवहार किया. पुलिस ने बीडीओ दलपति के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है.

सत्तारूढ़ बीजद ने कहा कि कानून को अपना काम करना चाहिए. ड्यूटी के दौरान सरकारी कर्मचारी पर हमला करना उचित नहीं है. पुलिस ने सही फैसला लिया है. विधायक और बीडीओ द्वारा दर्ज की गई शिकायतों के आधार पर पुलिस जांच कर रही है. विधायक की गिरफ्तारी के विरोध में, अन्य विधायकों और पार्टी समर्थकों ने देवगढ़ थाने के बाहर धरना दिया और 12 घंटे का देवगढ़ बंद बुलाया. बता दें कि इस साल ओडिशा में विधायक या जनप्रतिनिधि की गिरफ्तारी का यह पहला मामला नहीं है. बालूगांव के सत्तारूढ़ बीजद विधायक प्रशांत जगदेव को मार्च में जेल भेज दिया गया था, जब उनकी कार पंचायत चुनावों के दौरान भीड़ को कुचली थी, जिससे कई लोग घायल हो गए थे. जनवरी में, केंद्रीय जनजातीय मामलों और जल राज्य मंत्री शक्ति बिश्वेश्वर टुडू पर जिला योजना बोर्ड के उप निदेशक अश्विनी मलिक और सहायक निदेशक देबाशीष महापात्र के साथ मयूरभंज जिले में उनके कार्यालय में मारपीट करने का भी आरोप है.

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पीटीआई

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