रायपुर: कोरोना महामारी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. कुछ माह पहले तक इस बीमारी पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया गया था. लेकिन अब फिर से यह अपना कहर बरपा रहा है. छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी लगातार पॉजिटिविटी रेट बढ़ रही है. नया वैरिएंट XBB.1.16 बच्चों को तेजी से अपनी गिरफ्त में ले रहा है. बावजूद इसके बच्चों को लेकर जागरुकता का अभाव है. इसी का नतीजा रहा कि पिछले 4-5 दिनों में 122 स्कूली बच्चों में कोरोना संक्रमण मिल चुका है.
बच्चे होते हैं संक्रमण के आसान शिकार: कोरोना वायरस बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को जल्दी से अपनी चपेट में लेता है. बच्चे काफी जल्दी इस महामारी से ग्रसित हो जाते हैं. कोरोना महामारी के इस नए वेरिएंट XBB.1.16 में बच्चे को सर्दी, बुखार, जुकाम, उल्टी, दस्त के अलावा आंखों का लाल होना, थकान महसूस होना, हाथ पैरों में सूजन, गले में सूजन, पेट में दर्द जैसे लक्षण ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. डॉ प्रीतम प्रजापति के अनुसार "नए वेरिएंट का संक्रमण बहुत ज्यादा और जल्दी फैल रहा है, जिससे बच्चे बहुत ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. सिर्फ बच्चे ही नहीं वयस्क पर भी यह अपना प्रभाव छोड़ रहा है. लेकिन केस कितने सीरियस हो रहे हैं वह दर अभी भी कम है."
पलकों का चिपकना भी है कोरोना का लक्षण: डॉ प्रीतम प्रजापति ने बताया कि "हॉस्पिटल में एडमिट होने वाले लोगों की संख्या अभी कम है. ओपीडी में बच्चे ज्यादा आ रहे हैं, लेकिन आईपीडी में आने वाले बच्चों की संख्या कम है. डायरिया, उल्टी और दस्त के नए लक्षण इसमें देखने को मिल रहे हैं. इसके अलावा आंखों में सिकुड़न होना, जलन होना और आंखों की पलकों का चिपक जाना भी देखने को मिल रहा है. अगर इस तरह के लक्षण आपके बच्चों में दिखाई दे रहे हैं तो जल्द से जल्द संबंधित अस्पताल में उसका ट्रीटमेंट कराएं. अस्पताल में जांच के बाद उचित ट्रीटमेंट दिया जाएगा."
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पांच जिलों में 100 से ज्यादा संक्रमित: गरियाबंद में 39, बीजापुर में 31, सूरजपुर में 17, धमतरी में 19, और महासमुद में 16 बच्चे कोरोना से संक्रमित मिले हैं. सूरजपुर के कस्तूरबा छात्रावास के 17 बच्चों में से 10 को सर्दी और जुकाम की ही शिकायत थी. जब मेडिकल टीम ने पहले दिन चेकअप किया तो 8 बच्चे संक्रमित मिले. तीन दिन बाद दोबारा जांच करने पर 9 और मिले. इसके बाद छात्रावास को क्वारंटाइन कर दिया गया.