लखनऊ : जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने रविवार को जनता दल यूनाइटेड कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में गठबंधन को लेकर कहा कि हमारे लिए समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव से बेहतर कोई नहीं हो सकता. हम अपनी ताकत उत्तर प्रदेश में बढ़ा रहे हैं. अगर समाजवादी पार्टी के साथ हमारा गठबंधन होता है तो यह दोनों पार्टियों के लिए बेहतर रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र में अगर कांग्रेस पार्टी की तरफ से आमंत्रण मिलेगा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गठबंधन को लेकर बात करेंगे.
राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने राजद नेता लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर सीबीआई छापे और समन को लेकर कहा कि 9 अगस्त 2022 के बाद ही लालू प्रसाद यादव पर जमीन के बदले नौकरी मामले में कार्रवाई की याद केंद्र सरकार को आई. इससे पहले कार्रवाई क्यों नहीं की?, दो बार जांच हो चुकी है, ऐसा कोई मामला ही नहीं है. केंद्र सरकार बेवजह परेशान कर रही है. इस दौरान तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों की प्रताड़ना के मामले में जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि बिहार को बदनाम करने की भारतीय जनता पार्टी की साजिश थी. बिहार और तमिलनाडु के बीच संबंधों में दरार पड़े, इसी को लेकर बिहार में ही यह साजिश रची गई थी. एक कमरे में बैठकर प्लान बना था.
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अब बिहार सरकार उन लोगों पर कार्रवाई कर रही है. जैसे ही यह मामला सामने आया था, बिहार से एक टीम तमिलनाडु भेजी गई थी, उसके बाद सच सामने आ गया. अब आगे की कार्रवाई जारी है. बिहार में जातीय गणना को लेकर लगातार बात चल रही है. जातीय गणना होनी ही चाहिए. जातीय जनगणना 1931 के बाद हुई नहीं है, इसलिए जातीय जनगणना बेहद जरूरी है. जहां तक आरक्षण की बात है ताे बिहार में महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण दिया जा रहा है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड को मजबूत करना है, इसीलिए जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश संयोजक पद पर सत्येंद्र पटेल को नियुक्त किया गया है. उन्हें 3 माह के अंदर 5 लाख नए सदस्य पार्टी के साथ जोड़ने हैं. जब हमारे नए सदस्य पार्टी के साथ जुड़ जाएंगे तो पार्टी मजबूत होगी. इसके बाद चुनाव के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष चुनकर आएंगे. फिलहाल वर्तमान में जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष अनूप पटेल ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इस्तीफा स्वीकार भी हो गया है.
जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष का इस्तीफाः जनता दल यूनाइटेड बिहार की तरह उत्तर प्रदेश में भी पार्टी की मजबूती के लिए नए सिरे से रणनीति बनाने में जुट गई है. यही वजह है कि जो पार्टी नेता पार्टी की तरफ से दिए गए लक्ष्य को हासिल करने में सफल नहीं हो पा रहे हैं उन्हें पद मुक्त किया जा रहा है. नए नेता को पद देकर लक्ष्य हासिल करने की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है. उत्तर प्रदेश जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष अनूप पटेल को इसी वजह से इस्तीफा देना पड़ गया. क्योंकि पार्टी की तरफ से उन्हें तीन महीने में 500000 नए सदस्य जनता दल यूनाइटेड के साथ जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन इस लक्ष्य से प्रदेश अध्यक्ष दूर रह गए.
लिहाजा, उन्हें अपने अध्यक्ष पद की कुर्बानी देनी पड़ गई. रविवार को अनूप पटेल से इस्तीफा ले लिया गया. राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अनूप पटेल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और अब राष्ट्रीय अध्यक्ष की तरफ से मिर्जापुर के रहने वाले सत्येंद्र पटेल को पार्टी का प्रदेश संयोजक बनाया गया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष का कहना है कि पार्टी तभी मजबूत होगी जब लोग पार्टी के साथ होंगे. जब 500000 का लक्ष्य पूरा हो जाएगा तो नए सिरे से उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष के लिए चुनाव कराया जाएगा. पार्टी नेताओं का कहना है कि आलाकमान का निर्देश हैं कि जो भी पार्टी में पद लेकर बैठे हुए हैं और काम नहीं कर रहे हैं, उनसे पद वापस लिया जाएगा और काम करने वालों को पद दिया जाएगा, जिससे उत्तर प्रदेश में पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले मजबूत हो सके.
तीन माह बाद गठित होगी नई कार्यकारिणीः देश में लोकसभा चुनावों का काउंटडाउन शुरू हो गया है. 2024 में लोकसभा चुनाव है. लिहाजा, पार्टियां अभी से चुनावी मोड में आने लगी हैं. बिहार में तो जनता दल यूनाइटेड काफी मजबूत है. अब उत्तर प्रदेश में भी पार्टी मजबूती के प्रयास कर रही है. यही वजह है कि तीन माह बाद पार्टी नई कार्यकारिणी का गठन कर पुराने लोगों के बजाय नए लोगों को अहमियत देगी. युवाओं को पार्टी के साथ जोड़ने पर पूरा फोकस होगा. पार्टी नेताओं का मानना है कि पार्टी के साथ जब युवा जुड़ेंगे तो निश्चित तौर पर उत्तर प्रदेश में भी जनता दल यूनाइटेड बिहार की तरह मजबूत हो जाएगी.
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