देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए 14 फरवरी को मतदान संपन्न हुआ. लेकिन निर्वाचन आयोग ने मतदान प्रतिशत के फाइनल आंकडे़ जारी नहीं किए थे. हालांकि बुधवार देर शाम को निर्वाचन आयोग ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के मतदान का फाइनल आंकड़ा जारी कर दिया है. प्रदेश में कुल 65.37 प्रतिशत मतदान हुआ है. इससे पता चलता है कि इस बार भी जनता ने दिल खोलकर वोट किया है. 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कुल 65.60 प्रतिशत मतदान हुआ था.
प्रदेश में कुल 81 लाख 72 हजार 173 वोटर हैं, जिसमें से 53 लाख 42 हजार 462 लोगों ने अपना वोट डाला है. 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की तुलना में 2017 के विधानसभा चुनाव से की जाए तो प्रदेश में मात्र .23 प्रतिशत कम ही वोट पड़े हैं. हालांकि इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है.2012 में प्रदेश 67.22 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन प्रदेश की जनता ने किसी को भी पूर्ण बहुमत नहीं दिया था. तब कांग्रेस ने गठबंधन की सरकार बनाई थी. जिलों के आधार पर बात करें तो हरिद्वार जिले में सबसे ज्यादा 74.77 प्रतिशत मतदान हुआ है. वहीं सबसे कम मतदान 53.71 प्रतिशत अल्मोड़ा में हुआ.
महिलाओं मतदाताओं ने मारी बाजी: इस बार भी महिला मतदाताओं ने चुनाव में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. प्रदेश की महिला मतदाताओं ने पुरुषों के मुकाबले 4.06 प्रतिशत ज्यादा वोट डाला है. निर्वाचन आयोग ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसके मुताबिक महिलाओं ने 67.20 फीसदी मतदान किया है. वहीं पुरुषों ने 62.60 प्रतिशत वोट डाले हैं. जिले के आधार पर बात करें तो हरिद्वार जिले में सबसे ज्यादा 73.64 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया है. सबसे कम अल्मोड़ा जिले में 58.91 प्रतिशत मतदान हुआ है.
गंगोत्री विधानसभा सीट: वहीं हॉट सीटों में शुमार उत्तरकाशी जिले की गंगोत्री विधानसभा सीट की बता करें तो यहां पर कुल 68.01 फीसदी मतदान हुआ है. इस सीट से आम आदमी पार्टी ने अपने सीएम कैंडिडेट कर्नल अजय कोठियाल को मैदान में उतारा है. साथ ही इस सीट के साथ एक मिथक भी जुड़ा है कि जिस पार्टी का प्रत्याशी यहां से जीतता है, प्रदेश में उसकी ही सरकार बनती है. ऐसे में गंगोत्री विधानसभा सीट पर सबकी नजर रहती है.
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श्रीनगर विधानसभा सीट: दूसरी सबसे चर्चित सीट की बात करें तो वो है पौड़ी जिले की श्रीनगर विधानसभा सीट. यहां पर 59.71 प्रतिशत वोट पड़े हैं. इस सीट पर कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत का सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से है.
लालकुआं विधानसभा सीट: मतगणना के दिन नैनीताल जिले की लालकुआं विधानसभा सीट पर भी सबकी नजर होगी. क्योंकि इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत खुद मैदान में हैं. मतदान के बाद तो उन्होंने एलान भी कर दिया है कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है तो मुख्यमंत्री वे ही बनेंगे. लालकुआं विधानसभा सीट पर भी वोटरों ने दिल खोलकर मतदान किया है. यहां पर 72.56 फीसदी वोट पड़े हैं, जो नैनीताल जिले में सबसे ज्यादा है.
खटीमा विधानसभा सीट: उधमसिंह नगर जिले की खटीमा विधानसभा सीट से खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चुनावी मैदान में थे. यहां पर वोट प्रतिशत की बात करें तो 76.64 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो उधमसिंह नगर जिले में सबसे ज्यादा है. उधमसिंह नगर जिले में 9 विधानसभा सीटें आती हैं.
हरिद्वार विधानसभा सीट: वीआईपी सीटों की बात करें तो उसमें हरिद्वार विधानसभा सीट भी आती है. क्योंकि यहां से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक मैदान में थे. इस सीट पर 64.89 प्रतिशत मतदान हुआ है.
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राजनीतिक जानकार इसे एक बेहतर मतदान मान रहे हैं. उत्तराखंड के वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत की माने तो जनता ने जिस तरह के मतदान किया है, उससे साफ है कि जनता अपनी पसंद की सरकार के लालायित है. वोटिंग प्रतिशत देख कर कहा जा सकता है कि वोटर किसी भी तरह कंन्फ्यूज नहीं है. ये अच्छी बात है कि जनता वोटिंग के प्रति जागरूक हुई है. हालांकि प्रदेश में किसी सरकार बनती है, इसका परिणाम 10 मार्च को आएंगे.