श्रीनगर: पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को दावा किया कि उन्हें 'फिर से नजरबंद' कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने दक्षिण कश्मीर के त्राल में एक परिवार के साथ 'एकजुटता व्यक्त' करने की योजना बनाई थी, जिनका आरोप लगाया था कि सेना ने उन्हें पीटा था.
मुफ्ती ने ट्वीट किया और अपने उच्च सुरक्षा वाले गुपकर रोड आवास के गेट के बाहर खड़ी सुरक्षा बल की गाड़ी की तस्वीर भी पोस्ट की.
उन्होंने लिखा 'त्राल में कथित रूप से सेना द्वारा लूटे गए गांव का दौरा करने का प्रयास करने के लिए आज एक बार फिर मुझे घर में बंद कर दिया गया. यह कश्मीर की वास्तविक तस्वीर है जिसे भारत सरकार के स्वच्छता और निर्देशित पिकनिक पर्यटन के बजाय अतिथि गणमान्य व्यक्तियों को दिखाया जाना चाहिए.'
पुलवामा जिले के त्राल में एक परिवार ने सोमवार को आरोप लगाया था कि सेना की एक स्थानीय इकाई उनके घर में घुस गई और सदस्यों की पिटाई कर दी. परिवार का वीडियो वायरल हो गया है. हालांकि सेना ने अभी तक इस घटना पर कोई बयान जारी नहीं किया है.
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महबूबा ने भी मंगलवार को इस घटना के बारे में ट्वीट किया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि सेना के एक शिविर के सैनिकों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में नागरिकों के घरों में तोड़फोड़ की और नागरिकों को पीटा.
गौरतलब है कि इससे पहले दिसंबर 2020 में जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव के दौरान उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें प्रचार करने से रोक दिया गया है. पीडीपी का कहना था महबूबा मुफ्ती को मध्य कश्मीर के बडगाम में चुनाव प्रचार के लिए प्रशासन ने घर से जाने की इजाजत नहीं दी. नवंबर 2020 में भी उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें और उनकी बेटी को घर में नजरबंद किया गया है.